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जाफर एक्सप्रेस हाईजैक: पाकिस्तान में 400 यात्रियों की जान पर बन आई, सेना ने मोर्चा संभाला

Pakistan Train Hijack: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में 'जाफर एक्सप्रेस' हाईजैक होने की खबर से पूरे देश में हड़कंप मच गया।

Sonali kesarwani
Published on: 12 March 2025 1:15 PM IST (Updated on: 12 March 2025 2:08 PM IST)
Pakistan Train Hijack
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Pakistan Train Hijack: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में 'जाफर एक्सप्रेस' हाईजैक होने की खबर से पूरे देश में हड़कंप मच गया। क्वेटा से पेशावर जा रही इस ट्रेन को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकवादियों ने हथियारों के बल पर अगवा कर लिया। हाईजैक की यह वारदात गुडलार और पीरू कुनरी के पहाड़ी इलाकों में स्थित सुरंग नंबर 8 के पास हुई, जहां आतंकवादियों ने ट्रेन को रोककर यात्रियों को बंधक बना लिया। इस ट्रेन में करीब 400 यात्री सवार थे।

अब तक मिली जानकारी के अनुसार, पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने 155 बंधकों को रेस्क्यू कर लिया है, जबकि ऑपरेशन में 27 आतंकवादी मारे गए हैं। बचाए गए लोगों में 58 पुरुष, 31 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल हैं। हालांकि, आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई अभी भी जारी है और बाकी यात्रियों को सुरक्षित निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।

कैसे हाईजैक हुई जाफर एक्सप्रेस?

पाकिस्तान में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) कई दशकों से सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। यह संगठन बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की मांग करता है और इसके आतंकवादी अक्सर सरकारी प्रतिष्ठानों और सुरक्षाबलों पर हमले करते रहते हैं। मंगलवार को जब जाफर एक्सप्रेस बलूचिस्तान के बोलन दर्रे से गुजर रही थी, तभी आतंकवादियों ने ट्रेन पर धावा बोल दिया। उसके बाद जैसे ही ट्रेन सुरंग में दाखिल हुई तभी घात लगाए आतंकवादियों ने उसे रोक लिया। जानकारी के लिए बता दें कि ट्रेन को जहाँ पर आतंकियों ने रोका वह सुरंग पहाड़ी क्षेत्र में है। ट्रेन रोकने के बाद आतंकवादियों ने सभी को बंधक बना दिया। मीडिया के मुताबिक़ यह भी खबर आई कि आतंवादी ट्रेन को दूसरी जगह पर ले जाना चाहते थे लेकिन पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया था।

रेस्क्यू ऑपरेशन में क्यों आई मुश्किलें?

पाकिस्तानी सुरक्षाबलों और पुलिस ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन इस इलाके की स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण है। बोलन दर्रा पहाड़ियों और सुरंगों से भरा हुआ इलाका है, जहां मोबाइल नेटवर्क भी ठीक से काम नहीं करता।आतंकी अलग-अलग समूहों में बंटकर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने की कोशिश कर रहे थे। बता दें कि बोलन के जिला पुलिस अधिकारी (DPO) राणा मुहम्मद दिलावर ने बताया कि ट्रेन इस समय टनल नंबर 8 में रुकी हुई थी, जिससे आतंकवादियों ने ऑपरेशन को और कठिन बना दिया।

27 आतंकियों को मार गिराया

सुरक्षाबलों ने सख्त एक्शन लेते हुए अब तक 27 आतंकवादियों को मार गिराया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीएलए के आतंकी भारी हथियारों से लैस थे, लेकिन सुरक्षाबलों ने रणनीतिक तरीके से हमला कर उन्हें मार गिराया। सूत्रों के मुताबिक, अब भी कुछ आतंकवादी पहाड़ियों में छिपे हुए हैं, जिन्हें घेरने के लिए सुरक्षाबल लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।

बंधकों को बचाने की हो रही कोशिश

अब तक 155 यात्रियों को सुरंग से सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि बाकी यात्रियों को बचाने का ऑपरेशन जारी है। बचाए गए यात्रियों को दूसरी ट्रेन से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा, "हमने पहले ही 80 यात्रियों को बचा लिया था और अब बाकी लोगों को भी निकालने की कोशिश कर रहे हैं। सेना और पुलिस आतंकियों से कड़ी लड़ाई लड़ रही है और जल्द ही इस ऑपरेशन को पूरा कर लिया जाएगा।"

बलूचिस्तान में बढ़ते आतंकी हमले

पाकिस्तान सरकार और सेना लगातार इस बलूचिस्तान में बीएलए जैसे आतंकवादी संगठनों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है, लेकिन आतंकी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। बीएलए बलूचिस्तान की आजादी की मांग करता है और इसीलिए पाकिस्तानी सेना और सरकारी ठिकानों पर हमले करता रहता है। 2022 में भी इसी इलाके में आतंकवादियों ने पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हमला किया था, जिसमें कई सैनिक मारे गए थे।


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Content Writer

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