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Pegasus Spyware की बिक्री रोकी, इजरायल सरकार ने कंपनी में मारा छापा
Pegasus Spyware: इजरायली सरकारी टास्क फ़ोर्स ने पेगासस स्पाईवेयर बनाने वाले एनएसओ ग्रुप (NSO Group) के दफ्तरों पर छापा मार कर जांच पड़ताल की है।
Pegasus Spyware: पेगासस स्पाईवेयर सम्बन्धी खुलासों को दुनिया की कई सरकारों ने बहुत गंभीरता से लिया है। इस मामले से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों पर असर पड़ता देख कर इजरायल सरकार (Israeli Government) पहले ही जांच बैठा चुकी है और अब सरकारी टास्क फ़ोर्स (Government Task Force) ने पेगासस स्पाईवेयर बनाने वाले एनएसओ ग्रुप (NSO Group) के दफ्तरों पर छापा मार कर जांच पड़ताल की है। इसके अलावा फ़्रांस के सरकारी जांच एजेंसी (France Agency) ने फ़्रांस के दो पत्रकारों के फोन में पेगासस स्पाईवेयर पाए जाने की पुष्टि की है।
दरअसल, पेगासस जासूसी मामले (Jasoosi Case) को फ़्रांस ने बहुत गंभीरता से लिया है क्योंकि खुद फ़्रांस के प्रेसिडेंट इमैनुएल मैक्रों (President Emmanuel Macron) के फोन में स्पाईवेयर पए जाने का खुलासा हुआ है। इत्तेफाक की बात है कि इजरायल के रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज़ (Benny Gantz) पेरिस की यात्रा (Paris Visit) के दौरान ही इजरायल में एनएसओ ग्रुप पर छापा डाला गया।
एक रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने तेल अवीव के पास स्थित एनएसओ ग्रुप के दफ्तर में छापा मारा और दस्तावेजों की छानबीन की। बताया जाता है कि इजरायल और फ़्रांस के रक्षा मंत्रियों के बीच पेगासस मामले (Pegasus Hacking Case) पर चर्चा की गई है।
इस बीच फ्रांस की साइबर सुरक्षा एजेंसी ने पुष्टि की है कि फ़्रांस की ऑनलाइन पत्रिका मीडियापार्ट के दो पत्रकारों के फोन में पेगासस स्पाईवेयर (Pegasus Spyware) पाया गया है। मीडियापार्ट जांच पड़ताल की रिपोर्टिंग के लिए जाना जाता है। मीडियापार्ट समेत विश्व के 17 संगठनों ने पेगासस स्पाईवेयर के दुरुपयोग का पर्दाफाश किया है।
रोक दी बिक्री
बढ़ते विवाद के बीच एनएसओ ने दुनियाभर की सरकारों को पेगासस सॉफ्टवेयर की बिक्री पर रोक लगा दी है। भारत समेत कई देशों में जासूसी को लेकर मचे बवाल के बाद कंपनी ने यह फैसला लिया है। एनपीआर की रिपोर्ट के मुताबिक एनएसओ ने कहा है उसने स्पाइवेयर के गलत इस्तेमाल के बाद पेगासस की बिक्री बंद कर दी है। बताया जाता है कि एनएसओ ने सरकारी क्लाइंट्स को ब्लॉक कर दिया है।
एनएसओ का कहना है कि 40 देशों में इसके 60 ग्राहक हैं और ये सभी खुफिया एजेंसियां, कानून लागू करने वाली संस्थाएं और सेनाएं हैं। एनएसओ का यह भी कहना है कि हाल ही में पेगासस स्पाइवेयर पर मीडिया रिपोर्ट्स से पहले उसने दुरुपयोग को लेकर अब तक पांच सरकारी कंपनियों के सॉफ्टवेयर को ब्लॉक कर दिया है।
एनएसओ का कहना है कि वह केवल आतंकवाद और अपराध से लड़ने के उद्देश्य से कुछ देशों को अपने स्पाइवेयर बेचती है, लेकिन हाल की रिपोर्टों में दावा किया गया है कि एनएसओ ने अपने नागरिकों की निगरानी में शामिल देशों के साथ काम किया और दर्जनों स्मार्टफोन इसके स्पाइवेयर से प्रभावित पाए गए।
मेक्सिको का खुलासा
पेगासस स्पाईवेयर के बारे में मेक्सिको की सरकार ने भी बड़ा खुलासा किया है। मेक्सिको की पब्लिक सेफ्टी सेक्रेटरी रोज़ा इसला रोड्रिग्ज़ ने कहा है कि दस्तावेजों की जांच पड़ताल से पता चला है कि 2006 से 2012 और 2012 से 18 के बीच दो अलग अलग सरकारों के कार्यकाल में जासूसी से सम्बंधित 31 करार किये गए थे।
रोड्रिग्ज़ ने बताया है कि पूर्ववर्ती सरकारों ने पेगासस स्पाईवेयर खरीदने के लिए 61 मिलियन डालर खर्च किये थे। उन्होंने बताया कि अधिकांश अनुबंध एनएसओ ग्रुप से सीधे न करके किन्हीं और कंपनियों के जरिये किये गए। ऐसा टैक्स बचाने या घूसखोरी के उद्देश्य से किया गया था।
इसके पहले मेक्सिको सरकार के टॉप जांचकर्ताओं ने बताया था कि पिछली दो सरकारों के समय में जासूसी सॉफ्टवेयर खरीदने के लिए 300 मिलियन डालर खर्च किये गए थे।
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