PM Modi Ka America Daura : बहुत महत्वपूर्ण होगी मोदी की अमेरिकी यात्रा

व्हाइट हाउस में 24 सितम्बर को होने वाली क्वाड देशों के नेताओं की बैठक में पीएम मोदी के अलावा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिडे सुगा और अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बिडेन शामिल होंगे।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani LalPublished By Vidushi Mishra
Published on: 22 Sep 2021 12:38 PM GMT
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PM मोदी की अमेरिकी यात्रा

PM Modi Ka America Daura : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय अमेरिकी यात्रा पर जा रहे हैं। मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन के बीच पहली व्यक्तिगत मुलाकात होगी। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी 'क्वाड' देशों के नेताओं के साथ भी वार्ता करेंगे। अमेरिका दौरे पर मोदी 25 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र के दौरान उच्चस्तरीय आम बहस को संबोधित करेंगे।

व्हाइट हाउस में 24 सितम्बर को होने वाली क्वाड देशों के नेताओं की बैठक में पीएम मोदी के अलावा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिडे सुगा और अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बिडेन शामिल होंगे। ये चारों देश क्वाड का हिस्सा हैं , जो 2007 में बनाया गया था।

क्वाड बैठक के अलावा प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात प्रेसिडेंट जो बिडेन के साथ भी होनी है। मोदी और बिडेन के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी। मोदी की मुलाकात उप राष्ट्रपति कमला हैरिस से भी होगी। मोदी अमेरिकी कंपनियों के सीईओ के साथ भी मुलाकात करेंगे।


बातचीत में अफगानिस्तान भी रहेगा मुद्दा

प्रधानमंत्री मोदी के साथ उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी होगा, जिसमें विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच द्विपक्षीय वार्ता में अफगानिस्तान के घटनाक्रम के अलावा कट्टरपंथ और सीमा पार से होने वाले आतंकवाद की रोकथाम के तरीकों के साथ-साथ भारत-अमेरिका वैश्विक साझेदारी का और अधिक विस्तार करने पर मुख्य रूप से चर्चा होगी।

मोदी के दौरे के दौरान द्विपक्षीय, निवेश संबंधों को प्रगाढ़ करने और रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने समेत स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी को बढ़ावा देने पर दोनों नेताओं द्वारा जोर दिए जाने की उम्मीद है। बैठक में अफगानिस्तान के ताजा घटनाक्रम के बाद की मौजूदा क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति और अफगानिस्तान के दीर्घकालिक विकास साझेदार के तौर पर भारत के हितों पर भी चर्चा होगी।

क्वाड देशों की बैठक

चीन के भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों के ही साथ बीते समय, खासकर दो साल में खराब हुए हैं, जिसके बाद अमेरिका भी क्वॉड में इन दोनों देशों की भूमिका बढ़ाने को लेकर गंभीर दिख रहा है। हिंद-प्रशांत में चीन की सक्रियता को लेकर क्वाड देश सतर्क हैं ।

वे क्षेत्र में चीन के बढ़ते कदमों को रोकना चाहते हैं। पिछले हफ्ते ही अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और युनाइटेड किंग्डम ने मिलकर एक नया रक्षा समूह बनाया है , जो विशेषकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर केंद्रित होगा। जिसे 'ऑकुस' नाम से जाना जा रहा है।

पिछले हफ्ते ही व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने एक बयान में कहा था कि क्वाड नेता अपने संबंधों को और गहरा करने व व्यहारिकता में सहयोग बढ़ाने, कोरोना के खिलाफ लड़ाई, जलवायु परिवर्तन का संकट, आधुनिक तकनीकों और साइबर क्षेत्र में साझेदारी और स्वतंत्र व खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र जैसे मुद्दों पर केंद्रित होंगे।

ऑकुस समूह के समझौते के तहत अमेरिका और ब्रिटेन अपनी परमाणु शक्तिसंपन्न पनडुब्बियों की तकनीक ऑस्ट्रेलिया के साथ साझा करेंगे। ऑकुस की वजह से फ्रांस काफी गुस्से में है । फ्रांस की 'नेवल ग्रुप' के साथ ऑस्ट्रेलिया का करीब 40 अरब डॉलर का करार खत्म हो गया है। फ़्रांस ने अमेरिका पर पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया है।

नेवल ग्रुप (फोटो-सोशल मीडिया)

भारत – फ़्रांस की बातचीत

प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों के बीच 21 सितम्बर को टेलीफोन पर बातचीत हुई है। दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम समेत विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की।

दोनों नेताओं ने आतंकवाद, नशीले पदार्थों के व्यापार, अवैध हथियारों और मानव तस्करी के साथ-साथ मानवाधिकारों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करने की जरूरत के बारे में अपनी-अपनी चिंताओं को साझा किया।

उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ते द्विपक्षीय सहयोग और क्षेत्र में स्थिरता-सुरक्षा को बढ़ावा देने में भारत-फ्रांस साझेदारी की महत्वपूर्ण भूमिका की समीक्षा की।

Vidushi Mishra

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