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PM Modi G7 summit: पीएम मोदी ने चीन-पाकिस्तान को दी नसीहत, कहा- आतंकवाद से मुक्त माहौल और शांति कायम रखना उनका काम
PM Modi G7 summit: पीएम नरेंद्र मोदी आज जापान के हिरोशिमा पहुंचे। G7 समिट में हिस्सा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भारत अपनी संप्रभुता और सम्मान की रक्षा करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
PM Modi G7 summit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) G-7 बैठक में हिस्सा लेने शुक्रवार (19 मई) को जापान पहुंच गए। जापान के हिरोशिमा पहुंचकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भारत अपनी संप्रभुता और सम्मान की रक्षा करने के लिए पूरी तरह से तैयार और प्रतिबद्ध है। पीएम ने निक्केई एशिया (Nikkei Asia) से बातचीत में चीन के साथ सीमा विवाद पर भी बात की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, 'सीमावर्ती इलाकों में शांति और सौहार्द चीन के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए बेहद जरूरी है। भारत और चीन संबंधों में सुधार आपसी हितों तथा एक-दूसरे के सम्मान के साथ ही संभव है।'
Landed in Hiroshima to join the G7 Summit proceedings. Will also be having bilateral meetings with various world leaders. pic.twitter.com/zQtSZUpd45
— Narendra Modi (@narendramodi) May 19, 2023
'वो आतंक पर लगाम लगाए'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G7 समिट की बैठक में हिस्सा लेने जापान के हिरोशिमा पहुंच चुके हैं। जी 7 शिखर सम्मेलन से पहले उन्होंने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। पीएम मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'वो आतंक पर लगाम लगाए। आतंकवाद से मुक्त एक अनुकूल वातावरण बनाना उसके (पाकिस्तान) के लिए आवश्यक है। इस संबंध में सभी आवश्यक कदम उठाने की जिम्मेदारी पाकिस्तान की ही है।' वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) पर भारत का रुख स्पष्ट किया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि, रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine Conflict) पर भारत का रुख साफ है। भारत शांति का पक्षधर है। उन्होंने कहा, ये संघर्ष नहीं, सहयोग का समय है। विवाद नहीं बल्कि सहयोग से आने वाले वक्त को तय करेगा। पीएम मोदी ने कहा, दोनों देशों से हमारी बातचीत जारी है। हम उन लोगों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में चुनौतियों का सामना करते हैं। इसमें विशेष तौर पर खाद्य, ईंधन और फर्टिलाइज की बढ़ती कीमतें शामिल हैं।'