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Mehul Choksi: सलाखों के पीछे भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी, बेल्जियम में गिरफ्तार; क्या है PNB घोटाला
Mehul Choksi: मेहुल चोकसी ने बेल्जियम अधिकारियों को अपने भारतीय नागरिक होने की जानकारी नहीं दी, और अपने दस्तावेजों में हेरफेर किया।
Mehul Chokasi: भारत के वांछित भगोड़ों की सूची में शामिल हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, चोकसी को 11 अप्रैल को CBI और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अनुरोध पर स्थानीय पुलिस ने हिरासत में लिया। चोकसी, 13,000 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में मुख्य आरोपियों में से एक है। गिरफ्तारी के बाद से वह बेल्जियम की जेल में बंद है।
चोकसी लंबे समय से कानून से बचते हुए अलग-अलग देशों में छिपता फिर रहा था। उसकी गिरफ्तारी को भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक और जांच एजेंसियों की जीत के तौर पर देखा जा रहा है। अधिकारियों को उम्मीद है कि उसे जल्द ही भारत लाने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
क्या है पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाला
देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों में से एक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाला, मुंबई स्थित फोर्ट ब्रैडी हाउस शाखा से जारी किए गए लगभग 12,000 करोड़ रुपये (लगभग 1.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर) के फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) से जुड़ा हुआ है। इन वित्तीय दस्तावेजों के जरिए पीएनबी पर इतनी बड़ी राशि की देनदारी आ गई, जिसकी जानकारी बैंक को काफी समय बाद मिली।
इस घोटाले का मास्टरमाइंड जौहरी और डिजाइनर नीरव मोदी बताया जाता है, जिसने कथित रूप से इन जाली दस्तावेजों के जरिए विदेशी बैंकों से कर्ज हासिल किया। नीरव मोदी और उससे जुड़े समूह ने इन फर्जी गारंटियों के बल पर करोड़ों रुपये का लाभ उठाया और बाद में देश छोड़कर फरार हो गया। घोटाले के उजागर होने के बाद न केवल बैंकिंग सेक्टर में हलचल मच गई, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारतीय बैंकों की साख पर सवाल खड़े हो गए। मामले की जांच अब भी केंद्रीय एजेंसियों के पास जारी है।
फर्जी दस्तावेज किए इस्तेमाल
13,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में वांछित हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, चोकसी ने 15 नवंबर 2023 को बेल्जियम का एफ रेजिडेंसी कार्ड हासिल किया था। यह कार्ड उसने कथित रूप से अपनी बेल्जियन नागरिक पत्नी की मदद से प्राप्त किया, लेकिन अब उस पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए नागरिकता से जुड़ी जानकारियां छिपाने का आरोप लग रहा है।
भारतीय नागरिक होने की नहीं दे जानकारी
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि चोकसी ने बेल्जियम अधिकारियों को अपने भारतीय नागरिक होने की जानकारी नहीं दी, और अपने दस्तावेजों में हेरफेर किया। चोकसी जनवरी 2018 में भारत से फरार हो गया था, जब उसका नाम देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों में शामिल हुआ। उसका भतीजा नीरव मोदी भी इस मामले में आरोपी है और इस समय लंदन में प्रत्यर्पण की प्रक्रिया का सामना कर रहा है।
चोकसी की लोकेशन को लेकर पहले भी कई रहस्यमयी घटनाएं हो चुकी हैं। मई 2021 में वह एंटीगुआ से रहस्यमय तरीके से गायब हो गया था, लेकिन बाद में उसे डोमिनिका में पकड़ा गया, जहां उस पर अवैध तरीके से घुसने का मामला दर्ज हुआ। चोकसी ने दावा किया था कि कुछ लोग उसे जबरन पुलिस की वर्दी में उठाकर ले गए थे। बाद में उसे चिकित्सा आधार पर अंतरिम जमानत मिली और वह एंटीगुआ लौट गया, जहां मई 2022 में उसका प्रत्यर्पण मामला टाल दिया गया।
भगोड़ा आर्थिक अपराधी का किया था विरोध
मई 2023 में चोकसी ने मुंबई की एक विशेष अदालत में खुद को 'भगोड़ा आर्थिक अपराधी' कहे जाने का विरोध करते हुए कहा था कि भारत सरकार ने उसका पासपोर्ट रद्द कर दिया है, जिससे वह देश लौटने में असमर्थ है। उसने यह भी दावा किया था कि वह कानून से नहीं भाग रहा, बल्कि परिस्थितियों के चलते भारत नहीं आ पाया।
हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अदालत से मांग की है कि चोकसी को ‘भगोड़ा आर्थिक अपराधी’ घोषित किया जाए, ताकि उसकी संपत्तियों को जब्त किया जा सके। चोकसी की गिरफ्तारी और बेल्जियम में फर्जी दस्तावेजों का मामला अब जांच एजेंसियों के लिए नए सिरे से कानूनी कार्रवाई की राह खोल रहा है।