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Protests in China: चीन में जनाक्रोश की खबरें दबाने के लिए ट्विटर पर पोर्न की बाढ़

Protests in China: स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता मेंग्यू डोंग ने लिखा कि कुछ पोर्न अकाउंट वर्षों से निष्क्रिय थे लेकिन चीन में विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद अचानक एक्टिव हो गए।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 29 Nov 2022 2:22 PM IST
Protests in China
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Protests in China (photo: social media )

Protests in China: चीन में जीरो कोरोना नीति के चलते आये दिन लॉकडाउन, टेस्टिंग और प्रतिबंधों से आज़िज़ आ गये लोग अब सड़कों पर उतर कर जगह जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। ये चीन के लिए अभूतपूर्व स्थिति है। ऐसी खबरों को दबाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों, खासकर ट्विटर पर चीन द्वारा पोर्न सामग्री की भरमार कर दी गई है।

न्यूयॉर्क पोस्ट ने बताया है कि शी जिनपिंग के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों की खबरों को दबाने के लिए चीनी सरकारी बॉट पोर्न सामग्री के पोस्ट ट्वीट कर रहे हैं।

एक ट्विटर अकाउंट के अनुसार, ज्यादातर एस्कॉर्ट्स / पोर्न / जुए के ज्यादार पोस्ट बॉट्स से आ रहे हैं जो पूरे दिन उच्च, स्थिर दर पर ट्वीट करता है। बता दें कि बॉट्स का मतलब है मशीन यानी कम्प्यूटर से ऑटोमेटिक रूप से ट्वीट या पोस्ट को लगातार किया जाना।

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता मेंग्यू डोंग ने लिखा है कि कुछ पोर्न अकाउंट वर्षों से निष्क्रिय थे लेकिन चीन में विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद अचानक एक्टिव हो गए। एक खाता 2015 में ट्विटर से जुड़ा था, लेकिन इसके सभी 2,000 से अधिक ट्वीट पिछले 15 घंटों के भीतर आए हैं। एक और एकाउंट मार्च में ट्विटर में शामिल हुआ और उसने 26 नवंबर से पहले केवल चार ट्वीट भेजे थे। अगले दिन तक, इसमें 3,000 से अधिक पोस्ट हो गए थे।

विश्लेकों ने बताया है कि बीजिंग और शंघाई जैसे प्रमुख चीनी शहरों की खबरें खोजने वाले यूजर्स को बदले में ज्यादातर एस्कॉर्ट्स / पोर्न / जुए के विज्ञापन देखने को मिल रहे हैं।

स्टैनफोर्ड इंटरनेट ऑब्जर्वेटरी के निदेशक एलेक्स स्टामोस ने बताया कि प्रारंभिक आंकड़े हैं इस बात की ओर इशारा करते हैं कि चीन में विरोध प्रदर्शनों की खबरों को सर्च करने में सूचनात्मक गड़बड़ी डालने और बाहरी दृश्यता को कम करने के लिए जानबूझकर हमला किया जा रहा है। ट्विटर को अधिकांश चीनी नागरिकों के लिए ब्लॉक किया जा रहा है।

कई देशों में विरोध प्रदर्शन

चीन की सख्त जीरो कोरोना नीति के खिलाफ लोगों के सविनय अवज्ञा विरोध प्रदर्शन के साथ एकजुटता दिखाने के लिए में दुनिया भर के कम से कम एक दर्जन शहरों में प्रदर्शन हुए हैं।प्रवासी असंतुष्टों और छात्रों ने लंदन, पेरिस, टोक्यो और सिडनी सहित दुनिया भर के शहरों में प्रदर्शन किये। सोमवार की शाम, दर्जनों प्रदर्शनकारी हांगकांग के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट में इकट्ठा हुए, जो 2019 में कभी-कभी हिंसक सरकार विरोधी प्रदर्शनों का केंद्र रहा था। वीडियो फुटेज ऑनलाइन के अनुसार, दर्जनों छात्र हांगकांग के चीनी विश्वविद्यालय के परिसर में भी एकत्रित हुए।

इस बीच व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने एक बयान में कहा है कि अमेरिका का मानना है कि चीन के लिए अपनी शून्य कोरोना रणनीति के माध्यम से इस वायरस को नियंत्रित करना मुश्किल होगा। अमेरिका ने कहा है कि हर किसी को हर कहीं शांतिपूर्वक विरोध करने का अधिकार है।



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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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