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महिला सीटों पर पीटीआई की बढिय़ा जीत

seema
Published on: 17 Aug 2018 1:57 PM IST
महिला सीटों पर पीटीआई की बढिय़ा जीत
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महिला सीटों पर पीटीआई की बढिय़ा जीत

कराची : पाकिस्तान में हाल के चुनाव में महिलाओं के लिए रिजर्व सीटों पर जो प्रत्याशी जीती हैं उनमें काफी संख्या उनकी है जो रसूखदार राजनीतिक खानदानों से ताल्लुक रखती हैं। आमतौर पर राजनीतिक दल उन्हीं महिलाओं को महिला रिजर्व सीट के लिए चुनते हैं जिनके खानदान राजनीति में सक्रिय रहे हों। लेकिन इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इन्साफ पार्टी (पीटीआई) ने परंपरा से हट कर रिजर्व सीटों पर ज्यादातर उन महिलाओं को मनोनीत किया जो पार्टी की महिला विंग की पदाधिकारी थीं।

पीटीआई ने इस चुनाव में संसद के निचले सदन में सबसे ज्यादा सीटें हासिल की हैं। महिलाओं के लिए रिजर्व 60 सीटों में से पीटीआई को 28 पर विजय मिली है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग - नवाज (पीएमएल-एन) को 16, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को 9, मुत्ताहिदा मजलि-ए-अमाल (एमएमए) को दो, बलूचिस्तान आवामी पार्टी, बलूचिस्तान नेशनल पार्टी, ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस, मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-क्यू को एक-एक सीटी पर जीत मिली है।

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जानते हैं किस प्रांत में पीटीआई की कौन प्रत्याशी जीतीं :

पंजाब :

  • पीटीआई की डॉ. शिरीन मजारी ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स से ग्रेजुएशन किया है। रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट आशिक मजारी पुत्री डॉ. शिरीन 2013 से पीटीआई की सांसद हैं। डॉ. शिरीन डिफेंस एनालिस्ट और स्ट्रैटेजिक टेक्रोलॉजी रिसोर्सेज की सीईओ भी हैं।
  • मुनाजा हसन पीअीटाई की महिला विंग की पहली अध्यक्ष हैं और वे 1997 के चुनावों में इमरान खान की पोलिंग एजेंट भी रह चुकी हैं। वे 2013 - 18 में रिवज; सीट से सांसद भी रहीं।
  • अन्दलीब अब्बास पीटीआई की पंजाब प्रांत की कम्यूनिकेशन डाइरेक्टर हैं। वे इसके पहले पार्टी टिकट पर सीनेश के लिए चुनाव लड़ चुकी हैं।
  • पिछले 20साल से पीटीआई के लिए काम कर रही अस्मा कदीर पहली बार सांसद चुनी गई हैं। इनके अलावा डॉ. नौशीन हामिद, जवारिया जफर और रुखसाना नवीद भी नेशनल असेम्बली के लिए पहली बार निर्वाचित हुई हैं।
  • कंवल शौजाब नॉर्थ पंजाब पीटीआई महिला विंग की अध्यक्ष हैं, सोबिया कमाल खान पीटीआई के सेंट्रल पंजाब चैप्टर की उपाध्यक्ष हैं, रुबीना जामिल पीटीआई की पंजाब महिला एजूकेशन विंग की अध्यक्ष हैं, मलीहा अली बुखारी लीगल व पार्लियामेंट्री मामलों के लिए पीटीआई की सलाहकार होने के साथ पार्टी की कोपर कमेटी की सदस्य भी हैं।
  • फौजिया बेहरम 2014 से पीटीआई में हैं और इसके पहले वे पीपीपी के टिकट पर तीन बार प्रांतीय असेंबली की सदस्य रह चुकी हैं। तशफीन सफदर पूर्व राष्ट्रपति चौधरी फजल इलाही की पौत्री हैं। इनके पिता चौधरी सफदर प्रांतीय असेम्बली के सदस्य रहे थे।

सिंध :

सिंध प्रांत से पीटीआई के टिकट पर निर्वाचित महिला प्रत्याशियों में गजाला सफी शामिल हैं जो पीटीआई की प्रांतीय महिला विंग की उपाध्यक्ष हैं। एक अन्य सांसद साईमा नदीम कराची में पीटीआई की महिला विंग की अध्यक्ष हैं। किश्वर जेहरा लगातार तीसरी बार संसद में पहुंची हैं।

खैबर पख्तूनवा :

इस क्षेत्र की आठ महिला सीटों में से 6 पर पीटीआई जीती है। ये हैं नफसा खट्टïक, साजिदा बेगम, नौरीन फारूक इब्राहिम, शांदाना गुलजार, उज्मा रियाज जादून और जिल्ले हुमा।

नफीसा खट्टïक पूर्व चीफ मिनिस्टर परवेज खट्टïक की भाभी हैं। साजिदा बेगम परवेज खट्टïक की है भतीजी हैं, नौरीन फारूक पीओके के नेता इब्राहिम सरदार फारूक इब्राहिम की बीवी हैं। वो खैबर पख्तूनवा में पीटीआई महिला विंग की अध्यक्ष हैं। शांदाना गुलजार पीटीआई के सांसद गुलजार खान की बेटी हैं, उज्मा रियाज जादून और जिल्ले हुमा नेशनल असेंबली में पहली बार पहुंची हैं।



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सीमा शर्मा लगभग ०६ वर्षों से डिजाइनिंग वर्क कर रही हैं। प्रिटिंग प्रेस में २ वर्ष का अनुभव। 'निष्पक्ष प्रतिदिनÓ हिन्दी दैनिक में दो साल पेज मेकिंग का कार्य किया। श्रीटाइम्स में साप्ताहिक मैगजीन में डिजाइन के पद पर दो साल तक कार्य किया। इसके अलावा जॉब वर्क का अनुभव है।

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