×

क्या गांजे को करे दें लीगल, जनता से पूछा गया सवाल, ये है मकसद

फ़्रांस के ढेरों सांसदों का मानना है कि देश के राजनीतिक वर्ग को गांजे को लीगल करने के बारे में सोचना चाहिए। इसी मंशा के चलते फ़्रांस की नेशनल असेम्बली की वेबसाइट पर 13 जनवरी को जनता की राय मांगने का कंसल्टेशन पेपर जारी किया गया।

Shreya
Published on: 18 Jan 2021 8:07 AM GMT
क्या गांजे को करे दें लीगल, जनता से पूछा गया सवाल, ये है मकसद
X
क्या गांजे को करे दें लीगल, जनता से पूछा गया सवाल, ये है मकसद

लखनऊ: पूरे यूरोप में फ़्रांस में गांजे (कैनाबिस) के खिलाफ सबसे सख्त कानून हैं। इसके बावजूद पूरे यूरोप में फ़्रांस में सबसे ज्यादा गांजे का उपभोग होता है। गांजा-भांग पर कानून के डंडे से रोक लगा पाने में असफल रहने पर अब फ़्रांस के सभी दलों के सांसदों ने इस मसले पर जनता की राय लेने का अभियान चलाया है।

गांजे को लीगल करने पर विचार

फ़्रांस के ढेरों सांसदों का मानना है कि देश के राजनीतिक वर्ग को गांजे को लीगल करने के बारे में सोचना चाहिए। इसी मंशा के चलते फ़्रांस की नेशनल असेम्बली की वेबसाइट पर 13 जनवरी को जनता की राय मांगने का कंसल्टेशन पेपर जारी किया गया। देखते देखते पौने दो लाख लोगों ने अपनी राय वेबसाइट पर डाल भी दी। आमतौर पर ऐसी रायशुमारी में औसतन 30 हजार जवाब ही आते हैं।

गांजा लीगल किया जाये कि नहीं इस पर जनता की राय 28 फरवरी तक ली जायेगी। इस रायशुमारी के दो मकसद हैं – ये जानना कि फ्रेंच नागरिकों के गांजे के बारे में क्या विचार हैं और लोग गांजा-भांग पर किस तरह की सरकारी पॉलिसी चाहते हैं। लोगों की क्या राय है इसे अप्रैल में प्रकाशित किया जाएगा।

HEMP (फोटो- सोशल मीडिया)

जनता की राय होगी फायदेमंद

फ्रेंच प्रेसिडेंट इमानुएल माक्रों की पार्टी की सांसद कैरलाइन जनिविएर का कहना है कि जनता की राय जानने से हमें बहुत फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि जनता की राय पता करके शायद इस बात की पुष्टि हो सकेगी कि फ़्रांस का राजनीतिक वर्ग मजे के लिए कैनाबिस के इस्तेमाल के प्रति काफी कम सहानुभूति वाला रुख रखता है, जबकि जनता का रुख इसके विपरीत है। उन्होंने कहा कि हर साल फ़्रांस 568 मिलियन यूरो गांजे की तस्करी रोकने पर खर्च करता है। इसको देखने की जरूरत है।

फ़्रांस की सरकारों ने हमेशा ही गांजे को अपराध की श्रेणी से बाहर लाने की मजबूत खिलाफत की है। 2019 में जब प्रधानमंत्री कार्यालय के आर्थिक सलाहकार ग्रुप ने ‘नशाबंदी पर असफलता’ की रिपोर्ट प्रकाशित की और गांजे को कानूनी वैधता देने का प्रस्ताव किया तो सरकार ने सख्त प्रतिक्रिया दिखाई। हेल्थ मिनिस्टर एग्नेस बुज्य्न ने सार्वजानिक तौर पर कहा कि वे गांजे के खिलाफ हैं। सितम्बर 2020 में आन्तरिक मंत्री गेराल्ड दर्मनिन ने कफा था कि हम इसे लीगल करने नहीं जा रहे।

यहां होता है सबसे ज्यादा इस्तेमाल

पूरे यूरोप में फ़्रांस ही ऐसा देश है जहाँ गांजा सबसे ज्यादा उपभोग किया जाता है। 2016 में 15 से 64 वर्ष के फ्रेंच नागरिकों में से 41 फीसदी ने कम से कम एक बार गांजा जरूर पिया था। यूरोप में ये आंकड़ा 18.9 फीसदी का है।

नीलमणि लाल

Shreya

Shreya

Next Story