×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Quad Summit 2022: क्वाड शिखर बैठक, चीन की धमकी और अमेरिका का कदम पीछे खींचना

Quad Summit 2022: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने सोमवार को ताइवान के संबंध बयानबाजी पर चीनी सरकार के प्रवक्ता ने तीखी चेतावनी जारी की है।

Ramkrishna Vajpei
Published on: 24 May 2022 4:03 PM IST
Quad Summit 2022
X

Quad Summit: क्वाड शिखर बैठक और चीन की धमकी। (Social Media)

Quad Summit 2022: "क्वाड" आज टोक्यो में शिखर सम्मेलन (Quad Summit) आयोजित कर रहा है। जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया भाग ले रहे हैं। आपको बता दें कि मोटे तौर पर क्वाड समूह (Quad Group) को व्यापक रूप में भारत-प्रशांत क्षेत्र (Indo-Pacific region) में चीन की पहुंच और क्षेत्रीय दावों का मुकाबला करने के लिए अमेरिका (America) के प्रयासों के हिस्से के रूप में देखा जाता है। इसके अलावा शिखर बैठक में उत्तर कोरिया (North Korea) की परमाणु महत्वाकांक्षाएं और यूक्रेन (Ukraine) में युद्ध भी उन मुद्दों में शामिल होने की उम्मीद है जो विचाराधीन हैं।

ताइवान के संबंध में जो बिडेन ने ये कहा

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (US President Joe Biden) ने सोमवार को ताइवान के संबंध में कहा था कि अगर चीन ने इस लोकतांत्रिक द्वीप पर हमला किया तो अमेरिका सैन्य हस्तक्षेप करेगा, इसके बाद ताइवान तनाव भी शिखर पर पहुंच गया है। हालांकि इस बयान पर चीन की तीखी प्रतिक्रिया के बाद व्हाइट हाउस के अधिकारी बैकफुट पर आ गए थे और कहा था कि अमेरिकी नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

यह शिखर सम्मेलन बिडेन की पहली एशिया यात्रा के अंत में होने जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया के नए प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीस (New Prime Minister of Australia Anthony Albanese) शनिवार को चुनाव जीतने और सोमवार को शपथ ग्रहण करने के बाद क्वाड में भाग ले रहे हैं। कथित रूप से चीनी नेता शी जिनपिंग (Chinese leader Xi Jinping) ने भी उस चुनाव में एक केंद्रीय भूमिका निभाई जो विदेशी हस्तक्षेप के आरोपों से ग्रस्त था और आंशिक रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर लड़ा गया था।

चीन के साथ ऑस्ट्रेलिया के संबंध

चीन के साथ ऑस्ट्रेलिया के संबंध लिबरल-नेशनल गठबंधन की सरकार (Liberal-National coalition government) के कार्यकाल में बिगड़ चुके हैं जिसकी शुरुआत शी के शासन के रूप में शुरू हुई थी। 2020 में दोनों देशों के संबंधों में और खटास आ गई जब ऑस्ट्रेलियाई सरकार (Australian Government) ने कोविड -19 की उत्पत्ति की जांच की मांग उठायी और चीन ने बीफ, जौ, वाइन और रॉक लॉबस्टर सहित तमाम ऑस्ट्रेलियाई निर्यात के खिलाफ प्रतिबंधों से इसका जवाब दिया। चीन की प्रतिक्रिया के बाद ऑस्ट्रेलिया ने खुले तौर पर रवैये को सख्त कर दिया।

अब जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (US President Joe Biden) एक शिखर सम्मेलन के साथ एशिया की अपनी पहली यात्रा पर अपने अंतिम पड़ाव को समाप्त करने के लिए तैयार हैं, जिसका उद्देश्य बीजिंग के विस्तार के प्रभाव का मुकाबला करना है, यह कहने के एक दिन बाद कि संयुक्त राज्य अमेरिका ताइवान की सैन्य रूप से रक्षा करने के लिए तैयार होगा यदि चीन हमला करता है।

बिडेन का बयान क्वाड की बैठकों पर हावी होना निश्चित

बिडेन का बयान क्वाड की बैठकों पर हावी होना निश्चित है, क्योंकि वह दक्षिण कोरिया की अपनी चार दिवसीय यात्रा को समाप्त करते हुए, टोक्यो में क्वाड लीडर्स समिट के हिस्से के रूप में जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के साथ व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए तैयार हैं।

चीनी सरकार के प्रवक्ता ने बिडेन के बयान पर तीखी चेतावनी

उधर, चीनी सरकार (China Governmant) के प्रवक्ता ने बिडेन की बयानबाजी पर तीखी चेतावनी जारी की है और राष्ट्रपति बिडेन के शीर्ष सैन्य अधिकारियों को बैकफुट पर आने पर मजबूर होना पड़ा है। सोमवार को ताइवान के प्रति अमेरिकी रणनीति की राष्ट्रपति का बयान बाद में व्हाउट हाउस ने हटा लिया। मोटे दौर पर राष्ट्रपति बनने के बाद से जो बिडेन की एशिया की पहली यात्रा विश्व शक्ति के रूप में चीन के बढ़ते प्रभाव के बारे में चेतावनी है।

हालांकि "वन चाइना" नीति के तहत, अमेरिका चीन की स्थिति को स्वीकार करता है कि ताइवान चीन का हिस्सा है, लेकिन कभी भी आधिकारिक तौर पर 23 मिलियन के स्व-शासित द्वीप पर बीजिंग के दावे को मान्यता नहीं दी है। देखना ये होगा कि क्वाड की बैठक में भविष्य की स्थिति को लेकर क्या रणनीति बनती है।



\
Deepak Kumar

Deepak Kumar

Next Story