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Rahul Gandhi in US: ‘अगर चीन समझता है कि भारत को कमजोर कर सकता है तो ऐसा कुछ होने वाला नहीं’, यूएस में बोले राहुल
Rahul Gandhi in US: राहुल गांधी ने चीन के मसले पर भी बड़ा बयान दिया है। कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में उन्होंने भारत-चीन के बीच तनाव भरे संबंध और रूस-यूक्रेन जंग में भारत के रूख पर खुलकर अपनी राय रखी।
Rahul Gandhi in US: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं। ब्रिटेन के दौरे की तरह इस दौरे में भी उनके द्वारा दिए गए बयान भारतीय मीडिया में सुर्खियां बटोर रहे हैं। उनके द्वारा पिछले दिनों यूएस में दिए गए बयानों पर देश में राजनीति भी गरमा गई है। इस बीच राहुल गांधी ने चीन के मसले पर भी बड़ा बयान दिया है। कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में उन्होंने भारत-चीन के बीच तनाव भरे संबंध और रूस-यूक्रेन जंग में भारत के रूख पर खुलकर अपनी राय रखी।
केरल की वायनाड से पूर्व लोकसभा सांसद ने बुधवार रात प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों से बातचीत की। इस दौरान उनसे छात्रों ने विदेश मामलों को लेकर कई गंभीर सवाल पूछे। जिनका उन्होंने खुलकर जवाब दिया। इसी दौरान चीन को लेकर आए एक सवाल का जवाब देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर चीन समझता है कि भारत को कमजोर कर सकता है तो ऐसा कुछ होने वाला नहीं है।
भारत-चीन के संबंध कठिन, सुधारना आसान नहीं
बुधवार रात के कार्य़क्रम के दौरान एक छात्र ने राहुल से पूछा कि अगले 5 – 10 वर्षों में वे भारत-चीन संबंधों को कैसे विकसित होते हुए देखते हैं ? इस पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, दोनों पड़ोसियों के संबंध कठिन हैं, इन्हें सुधारना आसान नहीं है। आगे उन्होंने गलवान संघर्ष की ओर संकेत करते हुए कहा कि चीन ने हमारे कुछ क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। अगर चीन समझता है कि भारत को कमजोर कर सकता है तो ऐसा कुछ होने वाला नहीं है।
गौरतलब है कि राहुल गांधी साल 2020 में लद्दाख स्थित गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच हुए हिंसक झड़प को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अक्सर हमलावर रहते हैं। चीन तब से लद्दाख में भारत के कुछ हिस्सों का अतिक्रमण कर बैठा है। राहुल पीएम मोदी पर चीन से डरने का आरोप लगाते रहे हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री चीन द्वारा सीमा पर किए गए करतूतों को देश की जनता से छिपा रहे हैं।
इस मसले पर भारत सरकार की नीति का दिया साथ
मोदी सरकार की चीन नीति के खिलाफ अक्सर मुखर होकर बोलने वाले राहुल गांधी ने विदेशी सरजमीं पर सरकार की एक अन्य विदेश नीति का समर्थन किया है। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता ने कहा कि पश्चिमी देशों के दवाब के बावजूद रूस के साथ संबंध रखने के भारत की नीति का समर्थन करता हूं। उन्होंने कहा कि रूस के साथ हमारे संबंध अलग हैं। रूस पर हमारी कुछ निर्भरताएं हैं, इसलिए मैं इस मसले पर भारत की नीति के साथ हूं।