TRENDING TAGS :
रमजान पर बड़ा ऐलान: रोजा रखने वालों के लिए बड़ी खबर, दुबई में बदला नियम
रमजान रहमतों और बरकतों का महीना है। इस पवित्र महीने में लोग एक-दूसरे को रमजान मुबारक या रमजान करीम...
नई दिल्ली: रमजान के पवित्र महीने में मुसलमान रोजा रखते हैं। इस साल रमजान के महीने की शुरुआत बुधवार से होगी। मतलब पहला रोजा 14 अप्रैल को रखा जाएगा। रोजा के दौरान सूरज निकलने से लेकर सूर्यास्त तक कुछ भी खाया-पिया नहीं जाता है। रमजान रहमतों और बरकतों का महीना है। इस पवित्र महीने में लोग एक-दूसरे को रमजान मुबारक या रमजान करीम बोलकर अभिवादन करते हैं। इस दौरान कई देशों में रमजान के दौरान रेस्टोरेंट बंद कर दिए जाते हैं। जिनमें दुबई भी शामिल है जहां रमजान के दौरान रेस्टोरेंट पर पर्दा डाल दिए जाते हैं। ऐसे में दुबई ने अब इस नियम में बदलाव करने का ऐलान किया है।
जीं हां दुबई में पर्यटकों और रोजा न रखने वालों के लिए ये एक बड़ी राहत की खबर है। दुबई में अब रमजान के दौरान रेस्टोरेंट पर्दे में ढके नहीं रहेंगे। मतलब की बाहर खाना खाने को तरजीह देने वालों के लिए ये बड़ी छूट है।
हुआ ये ऐलान
दरअसल दुबई में लंबे समय से चली आ रही उस अनिवार्यता को खत्म करने की दिशा में कदम उठाया गया है जिसमें रमजान पर रेस्टोरेंट को दिन में परदों से ढंकना जरूरी होता आया है। ऐसे में रोजा रखने वाले लोगों के लिहाज से रमजान में रेस्टोरेंट्स में पर्दे लगा दिए जाते थे। इस समय रोजा रख रहे लोगों की नजर से खाने वाली चीजों को दूर रखने की कवायद के तहत दुबई में ये सब किया जा रहा था।
जिसके चलते दुबई के इकोनॉमिक डेवलेपमेंट डिपार्टमेंट ने 11 अप्रैल को पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से इस कदम का ऐलान किया है। सूत्रों से सामने आई खबर के अनुसार, रेस्टोरेंट अपने यहां पर्दे आदि लगाए बिना ही ग्राहकों को भोजन परोस सकेंगे। नया आदेश पहले के वर्षों में जारी उन आदेशों का स्थान ले लेगा जिनके तहत रोजा रखने वालों की खातिर खानपान वाले हिस्सों को ढंकना अनिवार्य होता था।
ऐसे में नए नियमों के तहत दिन के समय भोजन परोसने के लिए अब रेस्तरां को पहले की तरह विशेष परमिट लेने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। जबकि खाड़ी के अरब देशों में रमजान के दौरान सार्वजनिक तौर पर खाने पीने पर जुर्माने लगाए जाते हैं और ऐसा करने वाला आदमी कानूनी पचड़ों में भी फंस सकता है। लेकिन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दुबई नियमों में परिवर्तन कर रहा है। यह पर्यटकों के लिए काफी राहत भरा कदम साबित हो रहा है।