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Rohingya Refugee Camp : बांग्लादेश - म्यांमार सीमा पर रिफ्यूजी कैम्प में हमला, सात लोगों की हुई मौत

Rohingya Refugee Camp :बांग्लादेश - म्यांमार सीमा पर रोहिंग्या शरणार्थी शिविर में शुक्रवार को सुबह करीब चार बजे अज्ञात लोगों ने हमला किया गया है।

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Newstrack NetworkPublished By Shraddha
Published on: 22 Oct 2021 1:52 PM IST
बांग्लादेश - म्यांमार सीमा पर रिफ्यूजी कैम्प में हमला
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बांग्लादेश - म्यांमार सीमा पर रिफ्यूजी कैम्प में हमला (कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)

Rohingya Refugee Camp : बांग्लादेश - म्यांमार सीमा (Bangladesh - Myanmar border) पर एक बार फिर हमला हुआ है। इस हमले में रोहिंग्या शरणार्थी शिविर (Rohingya Refugee Camp) पर अंधाधुन गोलियों की बौछार हुई है। यह हमला इस्लामिक मदरसे (Islamic madarsa) पर हुआ जिसमें करीब सात लोगों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार हमलावरों ने कुछ पीड़ितों की गोली मार कर हत्या कर दी और कुछ पर चाकुओं से वार कर दिया गया है।

रिफ्यूजी कैम्प में हमले

रोहिंग्या शरणार्थी शिविर (कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)

बांग्लादेश - म्यांमार सीमा (Bangladesh - Myanmar border) पर रोहिंग्या शरणार्थी शिविर (Rohingya Refugee Camp) में शुक्रवार को सुबह करीब चार बजे अज्ञात लोगों ने उखिया में कैंप नंबर 18 के ब्लॉक एच -52 में हमला किया गया है। बता दें फायरिंग में चार लोगों की मौके पर मौत हो गई जबकि तीन लोगों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।


3 हफ्ते पहले हुई थी रोहिंग्या शरणार्थी के नेता की हत्या

बांग्लादेश - म्यांमार सीमा पर रोहिंग्या शरणार्थी शिविर (कॉन्सेप्ट फोटो - सोशल मीडिया)

आपको बता दें कि इससे पहले भी बांग्लादेश - म्यांमार सीमा पर रोहिंग्या शरणार्थी शिविर में हमला हो चुका है। इस हमले में 29 सितम्बर को रोहिंग्या शरणार्थी के एक नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस नेता का नाम मोहिबुल्ला बताया जा रहा है यह पेशे से एक शिक्षक थे, जो बाद में एक शरणार्थी नेता बन गए। मोहिबुल्ला अंतर्राष्ट्रीय बैठकों में मुस्लिम स्थानीय समूह का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रवक्ता थे।

जानकारी के अनुसार तीन हफ्ते पहले रोहिंग्या शरणार्थी शिविर के नेता मोहिबुल्ला (Mohibullah) को हमलावरों ने गोली से मारकर हत्या कर दी थी। यह नेता अंतर्राष्ट्रीय बैठकों में मुस्लिम स्थानीय समूह का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रवक्ता थे। इसके साथ यह 2019 में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) के साथ धार्मिक स्वतंत्रता पर एक बैठक के लिए व्हाइट हाउस गए थे और उन्होंने म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों की स्थिति पर बातचीत की थी।



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Shraddha

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