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80 हजार सैनिक जंग के लिए भेजे गए, घेराबंदी शुरू, हो सकता है युद्ध
रूस की सेना ने यूक्रेन के पूर्वी बॉर्डर पर 80 हजार से ज्यादा सैनिकों की तैनाती की है।
नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन सीमा पर तनाव (Russia-Ukraine Border Dispute) लगातार बढ़ता जा रहा है। बॉर्डर पर बढ़ते तनाव को देखते हुए रूस की ओर से विवादित सीमा पर मिसाइलों और टैंकों के साथ हजारों सैनिक भेजे गए हैं। साथ ही रूसी सैनिकों ने पूर्वी यूरोप में सैन्य घेराबंदी करनी शुरू कर दी है। आपको बता दें कि रूस ने पूर्वी यूरोप में मौजूद डोनबास क्षेत्र में सेना की तैनाती की है।
जिस क्षेत्र में रूसी सैनिकों की तैनाती है, वहां पर साल 2014 से ही रूस के समर्थन वाले अलगाववादियों का कब्जा है। जिसका फायदा उठाकर रूस इस क्षेत्र में सैन्य घेराबंदी कर रहा है। वहीं, डोनबास के वोरोनेक और क्रासनोडर में रूस के तोप और मिसाइलों की स्थिति को सैटेलाइट इमेज और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में साफ तौर पर देखा जा सकता है।
80 हजार से ज्यादा सैनिकों की तैनाती
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस की सेना ने यूक्रेन के पूर्वी बॉर्डर पर 80 हजार से ज्यादा सैनिकों की तैनाती की हुई है। जिसके बाद से यह आशंका जताई जा रही है कि रूस यूक्रेन पर कब्जा कर सकता है। खबरों की मानें तो इस वक्त पूर्वी यूक्रेन में स्थिति काफी ज्यादा अस्थिर हैं। साथ ही दोनों देशों के बीच युद्ध का खतरा भी काफी बढ़ गया है।
विश्व युद्ध का खतरा
बता दें कि बीते दिनों रूस के सैन्य विशेषज्ञों ने यह चेतावनी दी थी कि अगले चार सप्ताह में दुनिया विश्व युद्ध की गवाह बनेगी। साथ ही इस बात की भी चिंता जताई थी कि कोरोना वायरस संकट के बीच अगर वर्ल्ड वॉर हुआ तो इसके परिणाम बहुत ज्यादा भयावह होंगे। सैन्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी थी कि अगर दोनों देशों के बीच हालात नहीं सुधरते हैं तो एक महीने के अंदर दुनिया को कोविड-19 महामारी के बीच भयंकर विश्व युद्ध का सामना करना पड़ेगा।