Russia-Ukraine War: रूस की पोलैंड के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, प्राकृतिक गैस की सप्लाई रोकी

Natural Gas Supply: रूस ने पड़ोसी यूरोपीय देश पोलैंड के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए प्राकृतिक गैस की सप्लाई रोक दी है।

Krishna Chaudhary
Report Krishna ChaudharyPublished By Shreya
Published on: 26 April 2022 5:36 PM GMT
President Vladimir Putin
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राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे जंग के करीब दो माह होने को हैं। लेकिन अब तक दोनों देशों के बीच शांति के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। यूक्रेन पर जारी ताबड़तोड़ रूसी हमले के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) ने अब उन देशों को टारगेट करना शुरू कर दिया है, जो इस जंग में रूस के खिलाफ और यूक्रेन के समर्थन में खड़े हैं। रूस ने पड़ोसी यूरोपीय देश पोलैंड (Poland) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए प्राकृतिक गैस (Natural Gas) की सप्लाई रोक दी है। दरअसल, रूस पोलैंड समेत अन्य यूरोपीय देशों को बड़े पैमाने पर प्राकृतिक गैस और कच्चे तेल की सप्लाई करता है।

ऐसे में राष्ट्रपति पुतिन ने पोलैंड पर एक्शन के जरिए यूरोप के अन्य देशों को एक सख्त संदेश देने की कोशिश की है कि अगर रूस के खिलाफ जारी आर्थिक युद्ध और यूक्रेन को मदद करना बंद नहीं किया तो वो आने वाले समय में यह कदम पूरे यूरोप के खिलाफ उठा सकता है। दरअसल, जंग शुरू होने के दौरान ही पोलैंड ने ऐसी आशंका जताई थी कि रूस भविष्य में ऐसा कदम उठा सकता है। इसलिए हमें रूस से आयतित होने वाले गैस पर अपनी निर्भरता कम करनी होगी। पोलैंड अपनी खपत का लगभग 55 प्रतिशत गैस रूस से ही मंगवाता आया है।

दुनिया का सबसे बड़ा गैस उत्पादक रूस

बता दें कि रूस दुनिया का सबसे बड़ा गैस उत्पादक देश है। 2021 में रूस ने 100 अरब डॉलर का ऑयल और गैस बेचा था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूरोप अपनी खपत का 40 प्रतिशत गैस रूस से आयात करता है। इनमें से गैस यूक्रेन के रास्ते पाइपलाइन के जरिए यूरोप आती है. इसमें कोई भी रुकावट यूरोप की मुश्किलें बढ़ा सकती है. बिजली संकट, से लेकर गैस आधारित चलने वाले मेसल्स स्मेलटर्स और फर्टिलाइजर्स प्रोडक्शन पर असर पड़ सकता है। इसलिए कहा भी जाता है कि अगर रूस ने यूरोप को गैस सप्लाई करनी बंद कर दी तो वो ठिठुर कर मर जाएगा। दरअसल जंग के कारण इन दिनों यूरोप में गैस की कीमत काफी अधिक हो चुकी है।

रूस की इस कार्रवाई को पोलैंड के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के तौर पर भी देखा जा रहा है। दरअसल यूक्रेन पर चढ़ाई के कुछ दिनों बाद पोलैंड ने अपने यहां काम कर रहे 45 रूसी राजनयिकों को जासूसी के आरोप में देश से निकला दिया था, जिस पर रूस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।

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