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Russia Ukraine War: अब जेलेंस्की का क्या होगा! ट्रंप के सत्ता में आते ही बढ़ गई टेंशन, ये है वजह
Russia Ukraine War: अमेरिका ने यूक्रेन को समर्थन दिया है। जून तक अमेरिका करीब 175 अरब डॉलर की मदद कर चुका है। जिसपर अब लगाम लग सकती है।
Russia Ukraine War: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आ गए हैं। डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार राष्ट्रपति बन गए हैं। ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद से ही दुनिया भर में तरह-तरह की चर्चाएं शुरु हो गई हैं। कुछ देश खुश हैं तो कुछ की चिंता बढ़ गई है। दुनिया में मौजूदा हालात के चलते सबकी निगाहें ट्रंप के कार्यकाल पर हैं। इस वक्त विश्व में दो प्रमुख युद्ध चल रहे हैं। एक तरफ रूस-यूक्रेन तो दूसरी तरफ इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। ट्रंप के राष्ट्रपति बनते ही दोनों युद्धों की चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है। अपने चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने दावा किया था कि सत्ता में आते ही रूस-यूक्रेन विवाद को सुलझा देंगे। इसी के चलते अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की चिंता बढ़ गई है।
हाथ पीछे खींच सकता है अमेरिका
रूस और यूक्रेन विवाद में अमेरिका की भी बड़ी भूमिका है। अमेरिका ने यूक्रेन को समर्थन दिया है। जून तक अमेरिका करीब 175 अरब डॉलर की मदद कर चुका है। अमेरिका में डेमोक्रेट सरकार के राष्ट्रपति बाइडेन के साथ-साथ रिपब्लिकन सांसदों की भी यूक्रेन को मदद मिलती रही है। हालांकि रिपब्लिकन इस मामले पर यूक्रेन के बहुत समर्थन में नहीं हैं। यूक्रेन की आर्थिक मदद के बजाय उन्होंने मैक्सिको से लगती सीमा पर दीवार बनाई जानी चाहिए। जिससे अवैध प्रवासी अमेरिका में प्रवेश न कर सकें। ट्रंप ने भी अपने चुनावी प्रचार के दौरान रुख साफ कर दिया है। वह कई बार कह चुके हैं कि यह युद्ध रुक जाना चाहिए। अपने एक बयान में उन्होंने दावा भी किया था कि वह 24 घंटे के भीतर युद्ध रोक सकते हैं।
यूक्रेन के समर्थन में नहीं है ट्रंप
रूस और अमेरिका के रिश्ते हमेशा तल्ख रहे हैं। मगर ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के दोस्ताना संबंध हैं। इसी के चलते यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की परेशानी और बढ़ सकती है। ट्रंप ने अपने एक बयान में साफ कहा कि यह युद्ध रुक जाना चाहिए वरना वह यूक्रेन को मिलने वाली सैन्य सहायता बंद कर देंगे। साथ ही उन्होंने रूस को भी चेतावनी दी कि यूक्रेन से समझौता न करने पर वह यूक्रेन की मदद और बढ़ा देगें। मगर ट्रंप यूक्रेन के समर्थन में नजर नहीं आ रहे हैं। चुनाव अभियान के दौरान उन्होंने बार-बार जेलेंस्की की आलोचना की है।
जेलेंस्की की कर चुके हैं आलोचना
ट्रंप के आक्रमक भाषणों के चलते जेलेंस्की की चिंता बढ़ना लाजमी है। बाइडेन सरकार पर विपक्ष के हमले से भी उनकी परेशानी बढ़ी थी। अपने चुनाव अभियान के दौरान ट्रंप ने कई बार यूक्रेन की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिकी सरकार जनता के टैक्स का पैसा दूसरे देश के लोगों पर खर्च कर रहा है। ट्रंप ने आलोचना करते हुए यहां तक बोल दिया कि जेलेंस्की शानदार सेल्समैन हैं। तभी वह बार-बार अमेरिका में आकर 60 बिलियन डॉलर ले जाते हैं।
'यूक्रेन के भाग्य की परवाह नहीं'
ट्रंप के अलावा उपराष्ट्रपति बनने जा रहे जेडी वेंस एक हाथ आगे निकले। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान एक बयान में कहा कि उनको यूक्रेन के भाग्य की परवाह नहीं है। दोनों प्रमुख नेताओं के बयान के बाद जेलेंस्की परेशानी में हैं। परेशानी की एक वजह यह भी है कि ट्रंप ने एक बयान में कह दिया था कि युद्ध रोकने के लिए दोनों देशों को समझौता करना चाहिए। साथ ही विवादित जमीन को यूक्रेन रूस के हवाले कर देना चाहिए।