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Russia Ukraine Crisis: रूस-यूक्रेन युद्ध से पड़ रहा भारतीय बाजार पर बुरा प्रभाव, फिरोजाबाद के कांच उद्योग को अबतक 1200 करोड़ का नुकसान

Russia Ukraine Crisis : रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते इन दिनों कई देशों का व्यापार बुरे रूप से प्रभावित हो रहा है।

Rajat Verma
Report Rajat VermaPublished By Ragini Sinha
Published on: 25 Feb 2022 9:29 AM GMT
Impact of indian market due to Russia Ukraine war
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रूस-यूक्रेन युद्ध से पड़ रहा भारतीय बाजार पर बुरा प्रभाव (Social Media)

Russia Ukraine Crisis : रूस-यूक्रेन विवाद (Russia Ukraine war) ने बीते दिन से एक गहरे संकट का रूप धर लिया है तथा इसी दौरान से रूसी सेना का यूक्रेन (Russia Attack Ukraine) पर हमला लगातार जारी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन (America president joe biden) और अन्य कई प्रमुख व्यक्तियों द्वारा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russia president Vladimir Putin) से शुरू की गई शांति स्थापित करने की वार्ता का कोई भी सकारात्मक हल निकालकर सामने नहीं आया है। हालिया जानकरी के मुताबिक, रूसी सेना (Russia army) यूक्रेन की सेना (Ukrain army) कीव की राजधानी में प्रवेश कर चुकी है और वह यकीनन आगामी कुछ समय में वह कीव पर कब्ज़ा भी कर सकता है।

कांच व्यापार को 1200 करोड़ का नुकसान

रूस-यूक्रेन के बीच छिड़े इस युद्ध के चलते इन दोनों देशों के अतिरिक्त और भी कई देश और उन देशों का व्यापार बुरे रूप से प्रभावित हो रहा है। इसमें सबसे बड़ा नाम भारत का भी है। दरअसल भारत के उत्तर प्रदेश स्थित फिरोजाबाद ज़िले के कांच व्यापार को रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते करीब ₹1200 करोड़ का नुकसान हो गया है तथा साथ ही यूक्रेन से होने वाली केमिकल सप्लाई भी युद्ध के चलते बाधित हो गई है।

कांच उत्पादों का बड़ा बाजार यूरोप

रूस-यूक्रेन के चलते फिरोजाबाद से यूरोप जाने वाले कांच उत्पादों के आर्डर पर विराम लग गया है। फिरोजाबाद में निर्मित होने वाले कांच उत्पादों का सबसे बड़ा बाजार यूरोप है, जिसके चलते जारी युद्ध के तहत करीब 1200 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया है। फिरोजाबाद में निर्मित कांच उत्पाद यूरोप में बेहद लोकप्रिय हैं तथा या फिरोजाबाद से निर्मित होकर निरोध का करीब 70 देशों तक भेजे जाते हैं।

यूक्रेन इन युद्ध पर विराम लगाने को लेकर वैश्विक रूप से दुनिया के कई देशों मदद की गुहार लगा चुका है, हालांकि अभी तक इस मामले के मद्देनजर कोई भी समाधान नजर नहीं आ रहा है।

Ragini Sinha

Ragini Sinha

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