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Russia Ukraine War : यूक्रेन की सेना में है नाज़ी समर्थक बटालियन
Russia Ukraine War : नाज़ी जर्मनी में हिटलर ने सोवियत संघ को हराने की योजना बनाई थी और इसी क्रम में 1941 में नाजी सेना द्वारा यूक्रेन पर आनन फानन में कब्जा कर लिया गया था
Russia Ukraine War : रूसी प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन (Russia president Vladimir Putin) के यूक्रेन (Ukraine) प़र हमले की एक वजह, वहां नाज़ियों (Nazi Germany) का खात्मा करना भी बताते हैं। नाज़ियों का सफाया तो एक अलग बात है, लेकिन यूक्रेन के नाज़ी इतिहास (Nazi history) जरूर रहा है जो आज भी कायम है।
नाज़ी जर्मनी में हिटलर ने सोवियत संघ को हराने की योजना बनाई थी और इसी क्रम में 1941 में नाजी सेना द्वारा यूक्रेन पर आननफानन में कब्जा कर लिया गया था। यूरोप से यहूदियों को भगाने के अभियान की सबसे तीव्र शुरुआत यूक्रेन से ही हुई थी।
यूक्रेनी लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था
पूरे यूक्रेन में गांवों, कस्बों और शहरों की यहूदी आबादी का नरसंहार कई महीनों तक किया गया था। हिटलर की सेनाओं और मित्र राष्ट्रों के बीच 1941 से 1944 तक लड़ाई के वर्षों के दौरान यूक्रेनी लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। लेकिन इतिहास से यह भी स्पष्ट है कि यूक्रेनी लोगों ने नाजी अत्याचारों और युद्ध के लक्ष्यों में कई तरह से हिस्सा भी लिया था। एक विडंबना ही कहा जायेगा कि नाज़ी अत्याचारों में यूक्रेन के राष्ट्रवादी दलों के सदस्य शामिल रहे थे।
वीरगाथाओं के रूप में पेश करने के प्रयास किये
यूक्रेन ने अपने ऊपर लगे दाग को मिटाने के लिए प्रयास 1990 के दशक के बाद से काफी किये। ऑर्गनाइजेशन ऑफ यूक्रेनियन नेशललिस्ट्स (ओयूएन) और यूक्रेनियन इंसर्जेन्ट आर्मी (यूपीए) समेत अन्य राष्ट्रवादी यूक्रेनी सैन्य संगठनों और इकाइयों ने नाज़ी मिलीभगत को राष्ट्रवाद और वीरगाथाओं के रूप में पेश करने के प्रयास किये हैं। ओयूएन एक फासीवादी समर्थक संगठन था।
सैन्य गुटों को विशुद्ध रूप से राष्ट्रवादी और रक्षात्मक करार देने का प्रयास
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यूक्रेन का इतिहास दो अलग-अलग प्रकार केमिथक बनाने के प्रयासों के अधीन रहा है। 1941 से 1944 तक यूक्रेन को पूरी तरह से नाजी समर्थक और फासीवादी के रूप में चित्रित करने का सोवियत प्रयास, और सोवियत संघ के विघटन के बाद यूक्रेनी राष्ट्रवादियों द्वारा यूक्रेनी मिलीशिया और सैन्य गुटों को विशुद्ध रूप से राष्ट्रवादी और रक्षात्मक करार देने का प्रयास। ऐसे में मामले की ऐतिहासिक सच्चाई को स्थापित करना बेहद मुश्किल हो जाता है क्योंकि दोनों पक्षों के अपने अपने तर्क और नजरिये हैं। बहरहाल, सच्चाई ये है कि यहूदियों के सफाए के क्रम में यूक्रेन में नाजियों और उनके सहयोगियों द्वारा 12 लाख से अधिक लोगों की हत्या कर दी गई थी।
सैन्य पुनरुत्थान
यूक्रेन में हाल के वर्षों में नाजीवाद के सैन्य पुनरुत्थान का अनुभव किया गया है। 2014 में रूसी अलगाववाद का मुकाबला करने के लिए 'अज़ोव बटालियन' नामक एक यूक्रेनी नव-नाजी मिलीशिया का गठन किया गया था। इसके बाद इसे राष्ट्रीय सुरक्षा बल में शामिल कर लिया गया, जिससे यह यूक्रेनी सेना का आधिकारिक हिस्सा बन गया। 'अज़ोव' के सदस्य नाज़ीवाद का जश्न मनाते हुए नाज़ी प्रतीकों से सजी वर्दी पहनते हैं। इसके नेता ने एक बार कहा था कि "इस महत्वपूर्ण क्षण में हमारे राष्ट्र का ऐतिहासिक मिशन दुनिया की श्वेत नस्लों को उनके अस्तित्व के लिए अंतिम धर्मयुद्ध में नेतृत्व करना है।"