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Russia-Ukraine War: दुनिया में सबसे ज्यादा प्रतिबंधों वाला देश बना रूस

Russia Ukraine War: कॉस्टेलम वेबसाइट ने कहा है कि 22 फरवरी से पहले रूस के खिलाफ 2,754 प्रतिबंध पहले से ही लागू थे और हमले के बाद के दिनों में 2,778 अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए गए। यानी कुल प्रतिबंधों की संख्या 5,532 हो गई।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani LalPublished By Deepak Kumar
Published on: 8 March 2022 6:24 PM IST
Vladimir Putin
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व्लादिमीर पुतिन (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया)

Russia-Ukraine War: यूक्रेन (Ukraine Crisis) पर चढ़ाई करने की वजह से रूस पर पर इतने ज्यादा प्रतिबन्ध लगे हैं जितने कि आज तक किसी देश पर नहीं लगे थे। न्यूयॉर्क स्थित प्रतिबंध निगरानी सूची की एक वेबसाइट 'कॉस्टेलम' के अनुसार रूस ने इस बारे में एक रिकार्ड बना दिया है। हालाँकि ये रिकार्ड अन्य देशों के फैसलों की वजह से है लेकिन इसके आधार में रूस की खुद की हरकतें हैं।

डोनेट्स्क और लुहान्स्क के दो यूक्रेनी विद्रोही क्षेत्रों को "स्वतंत्र राज्य" घोषित: पुतिन

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Vladimir Putin) द्वारा डोनेट्स्क और लुहान्स्क के दो यूक्रेनी विद्रोही क्षेत्रों को "स्वतंत्र राज्य" घोषित करने के एक दिन बाद 22 फरवरी को रूस (Russia) पर अमेरिका (America) और उसके सहयोगियों द्वारा प्रतिबंध लगाए गए थे। रूस (Russia) ने 24 फरवरी को यूक्रेन (Ukraine) के खिलाफ अपने सैन्य अभियानों की घोषणा की थी जिसके बाद उसके खिलाफ सैकड़ों और प्रतिबंध लगा दिए गए हैं।

रूस के कुल प्रतिबंधों की संख्या 5,532

कॉस्टेलम वेबसाइट ने कहा है कि 22 फरवरी से पहले रूस के खिलाफ 2,754 प्रतिबंध पहले से ही लागू थे और हमले के बाद के दिनों में 2,778 अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए गए। यानी कुल प्रतिबंधों की संख्या 5,532 हो गयी। बीबीसी ने कास्टेलम का हवाला देते हुए कहा कि रूस की संख्या अब ईरान के 3,616 प्रतिबंधों से आगे निकल गई है। यानी तेहरान अब शीर्ष स्थान पर नहीं रह गया है। वेब साइट के अनुसार, प्रतिबंधों के साथ रूस को टारगेट करने वाले देश और क्षेत्र हैं - स्विट्जरलैंड (568), यूरोपीय संघ (518), कनाडा (454), ऑस्ट्रेलिया (413), यूएस (243), यूके (35) और जापान (35)।

रूस पर सख्त प्रतिबंध लगाने के लिए करता है प्रेरित

इस बीच यूके (UK), कनाडा (Canada) और नीदरलैंड (Netherlands) के प्रधानमंत्रियों ने कहा है कि यह यूक्रेनी प्रतिरोध का साहस है जो उन्हें रूस पर सख्त प्रतिबंध लगाने के लिए प्रेरित करता है। नीदरलैंड (Netherlands) के प्रधानमंत्री मार्क रूट (Prime Minister Mark Root) ने स्वीकार किया है कि फिलहाल प्रतिबंधों की प्रभावशीलता के बारे में बात करना असंभव है, क्योंकि उनका प्रभाव समय के साथ और अधिक ध्यान देने योग्य हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधों का वास्तव में अभी तक कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। हमने रूस पर दबाव डाला है और मुझे यकीन है कि लंबे समय में वे रूस को प्रभावित करेंगे। उन्होंने स्वीकार किया कि मैं पूरी तरह से सहमत हूं कि अब अल्पावधि में, प्रतिबंध आक्रमण को रोक नहीं रहे हैं।

रूस को रोकने वाला मुख्य कारक यूक्रेनी लोगों का विरोध करने का साहस

ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (British PM Boris Johnson) के अनुसार, रूस (Russia) को रोकने वाला मुख्य कारक यूक्रेनी लोगों का विरोध करने का साहस है। "पुतिन (President Vladimir Putin) ने यूक्रेनियन के साहस और दृढ़ संकल्प, उनके नेतृत्व, साथ ही साथ हमारी एकता को कम करके आंका है।

'यूक्रेनी लोगों के कार्यों ने प्रतिबंधों को मजबूत करने पर निर्णायक निर्णय किया प्रोत्साहित'

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Canadian Prime Minister Justin Trudeau) ने सहमति व्यक्त की है कि यूक्रेनी लोगों के कार्यों ने प्रतिबंधों को मजबूत करने पर एक निर्णायक निर्णय को प्रोत्साहित किया है। उन्होंने कहा, यूक्रेन के लोगों का साहस हमें पुतिन पर जितना हो सके उतना दबाव बनाने के लिए प्रेरित करता है। हालांकि, ट्रूडो ने जोर देकर कहा कि प्रतिबंध ने अभी तक आक्रामकता को नहीं रोका है। उन्होंने कहा कि स्विफ्ट है, केंद्रीय बैंक के खिलाफ प्रतिबंध हैं और अन्य प्रतिबंध हैं। एक हफ्ते पहले किसी ने भी इनकी चर्चा नहीं की होगी। और वे सभी लागू किए गए हैं। इसने पुतिन को आश्चर्यचकित कर दिया। अब पश्चिमी देश रूस से कच्चे तेल की खरीद पर प्रतिबन्ध लगाने पर भी विचार कर रहे हैं।

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Deepak Kumar

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