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Russia-Ukraine War: यूक्रेन की रूस पर जवाबी हमले की तैयारी, साइबर गोरिल्ला पावर ग्रिड और रेलवे को बनाएंगे निशाना

Russia-Ukraine War: यूक्रेनी साइबर समूह ने अपने ऊपर हुए हमले का जवाब देने के उद्देश्य से डिजिटल अर्थात साइबर हमला करने की योजना बनाई है।

Rajat Verma
Written By Rajat VermaPublished By Monika
Published on: 2 March 2022 3:00 AM GMT
Russia-Ukraine War: सोमवार को रूस-यूक्रेन के बीच तीसरे दौर की वार्ता, अब तक नहीं निकला कोई नतीजा
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(फोटो : सोशल मीडिया)

Russia-Ukraine War:रूस-यूक्रेन (Russia-Ukraine Crisis) के बीच जारी युद्ध के मद्देनज़र हालात बुरी तरह से बिगड़ते जा रहे हैं। यूक्रेनी सेना (Ukrainian army) लगातार रूसी हमलों का सामना करने के साथ ही रूसी सेना (Russian army) पर जवाबी हमला भी दागे हुए है, लेकिन ऐसे में भारी भरकम रूसी सेना (Russian army) का सामना करना यूक्रेन के लिए कतई आसान नहीं है। ऐसे में यूक्रेन ने अब रूम पर साइबर हमले cyber attacks) की योजना बनाई है।

एक यूक्रेनी साइबर समूह ने अपने ऊपर हुए हमले का जवाब देने के उद्देश्य से रेलवे और बिजली ग्रिड जैसे महत्वपूर्ण रूसी बुनियादी ढांचे के खिलाफ डिजिटल अर्थात साइबर हमला करने की योजना बनाई है।

यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बीते सप्ताह यूक्रेन के व्यवसायी और स्थानीय साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ येगोर औशेव से रूस के खिलाफ बचाव के लिए हैकर्स की एक इकाई को व्यवस्थित करने में मदद करने के लिए संपर्क किया था। इस बात को संज्ञान में लेते हुए येगोर औशेव ने कहा कि रूसी सैनिकों और हथियारों को अपने देश यूक्रेन में लाने को लेकर मदद करने वाले बुनियादी ढांचों को इस योजना के तहत नष्ट किया जा सकेगा।

यूक्रेनी साइबर समूह ने पहले ही किया साइबर हमला

औशेव ने इस ओर अधिक जानकारी साझा करते हुए कहा कि यूक्रेनी साइबर समूह (Ukrainian cyber resistance group) पहले से ही दर्जनों रूस की सरकारी और बैंकिंग वेबसाइटों पर साइबर हमला कर उन्हें नष्ट कर चुका है।

रूस द्वारा यूक्रेन पर किए जा रहे हमले को रूस एक "विशेष अभियान" की श्रेणी में रखता है, जिसके तहत रूस ने यह हमला यूक्रेन पर कब्जा करने के लिए नहीं बल्कि अपने दक्षिणी पड़ोसी की सैन्य क्षमताओं को नष्ट करने के उद्देश्य से किया है।

साइबर हमले की योजना

यूक्रेन द्वारा बनाई जा रही इस साइबर हमले की योजना के तहत रूसी सैन्य इकाइयों का पहचान कर उनका पता लगाने हेतु सेलफोन ट्रैकिंग तकनीक का प्रयोग करने के विषय में विचार किया जा रहा है। यह योजना इसलिए भी विचार में लाई गई है क्योंकि हालिया लपट जानकारी के मुताबिक रूसी सैनिकों द्वारा यूक्रेन में बातचीत हेतु वाणिज्यिक सेल फोन का उपयोग किया जा रहा है।

वहीं दूसरी ओर यूक्रेन के दावों के अनुरूप बीते सप्ताह कई रूसी सरकारी वेबसाइटों को सार्वजनिक रूप से साइबर हमला कर बन्द कर दिया गया है, जिसमें एक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कार्यालय की वेबसाइट भी शामिल है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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