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Russia-Ukraine War: रूस से नहीं डरा अमेरिका, चेतावनी के बाद भी भेजे हथियारों से लदे 20 विमान
Russia-Ukraine War: रूस और पश्चिम देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अमेरिका और पश्चिम के देशों द्वारा यूक्रेन को सैन्य साजों सामान की आपूर्ति जारी है।
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के दो माह से अधिक हो चुके हैं लेकिन शांति के कोई आसार अब भी नजर नहीं आ रहे। रूस और पश्चिम देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अमेरिका और पश्चिम के देशों द्वारा यूक्रेन को सैन्य साजों सामान की आपूर्ति जारी है। रूस के अड़ियल रवैये को देखते हुए पश्चिमी देशों ने यूक्रेन के सैन्य मदद में इजाफा किया है। जर्मनी के बाद अब अमेरिका ने बड़े पैमान पर हथियारों की खेप पूर्वी यूरोप पहुंचायी है। अमेरिका रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने हथियारों से लदा 20 विमान पूर्वी यूरोप भेजने की पुष्टि की है।
यूरोप पहुंच रहा गोला बारूद
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे भीषण संकट के दौर से गुजर रहे यूरोप में स्थिति दिनोंदिन खराब होते जा रही है। पूर्वी यूरोप जिस तरह जंग की आग में झुलस रहा है, उसने यूरोप के बाकी हिस्सों औऱ उसके सहयोगी अमेरिका को परेशान कर दिया है।
लिहाजा ये देश किसी भी कीमत पर इसकी आंच को अपने तक नहीं पहुंचने देना चाहते। रूस के खिलाफ कठिन जंग लड़ रहे यूक्रेन की मदद के लिए अमेरिका समेत वेस्ट के अन्य देशों ने हथियारों का जखीरा वहां भेजना शुरू कर दिया है।
इसी क्रम में अमेरिका ने यूक्रेन को एक औऱ बड़ी सैन्य मदद करते हुए भारी मात्रा में हथियार औऱ गोला बारूद पूर्वी यूरोप पहुंचाया है। पेंटागन ने कहा कि बीते 24 घंटे में यूक्रेन की मदद के लिए भारी मात्रा में सैन्य हथियार और उपकरण पूर्वी यूरोप पहुंचे हैं। यह सब सात देशों की 20 फ्लाइट से पहुंचे हैं।
शनिवार को एक दर्जन से अधिक विमान से अमेरिकी तोपखाने, रडार सिस्टम, फीनिक्स घोस्ट ड्रोन यूक्रेन की मदद को पहुंचेंगे। एक सीनियर अमेरिकी रक्षा अधिकारी के हवाले से कहा गया कि इस दौरान अमेरिकी हथियार, रॉकेट, छोटे हथियारों के गोला-बारूद और अन्य देशों के हेलमेट भी भेजे गए हैं।
यूक्रेन की सेना दे रही कड़ी टक्कर
अमेरिका समेत वेस्ट के अन्य देशों से मिल रही सैन्य सहायता के बदौलत यूक्रेनी फौज अपने से कहीं अधिक ताकतवर और संख्या में बड़ी मिलिट्री सुपरपावक रूस को भारी चुनौती पेश कर रही है। अब तक के संघर्ष में रूस को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। यही वजह है कि उसे यूक्रेन के कई हिस्सों से पीछे हटना पड़ा।
राजधानी कीव में भीषण बमबारी और गोलीबारी के बावजूद वो शहर पर नियंत्रण स्थापित नहीं कर सकी है। दरअसल जंग शुरू होने से पहले तक यूक्रेनी सेना को सीआईए के द्वारा गुप्त रूप से सैन्य ट्रैनिंग दी गई थी। उनके मिलिट्री कौशल को इसी ट्रैनिंग की देन बताई जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, जंग में अब 23000 रूसी सैनिक मारे जा चुके हैं।
Krishna chaudhary