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Russia Ukraine War : रूस ने यूरोपियन यूनियन पर किया पलटवार, EU देशों के लिए बंद किया अपना एयरस्पेस
रूस द्वारा यूक्रेन पर हमला किए जाने के बाद यूरोपीय यूनियन के देशों ने रूस के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। जिसके बाद आज रूस ने भी यूरोपीय यूनियन के देशों के लिए अपना एयरस्पेस बंद करने का निर्णय लिया है।
Russia Ukraine War: बेलारूस में रूसी प्रतिनिधिमंडल औऱ यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल के बीच तनाव कम करने को लेकर हो रही वार्ता के मध्य रूस ने एक बड़ा कदम उठाया है। रूस ने यूरोपियन यूनियन (European Union) में शामिल देशों के लिए अपना एयरस्पेस बंद करने का फैसला लिया है। इसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) का यूरोपिय यूनियन को जवाब माना जा रहा है। दरअसल कुछ समय पहले ही ईयू के 27 देशों ने रूसी विमनों के लिए अपना एयरस्पेस बंद करने का निर्णय लिया था। इसके अलावा कनाडा ने भी रूसी विमानों के लिए अपना वायुक्षेत्र बंद करने का ऐलान कर चुका है।
ईयू भी उठा चुकी है ये कदम
रूस औऱ यूक्रेन के बीच लड़ाई का आज पांचवा दिन है। तमाम कोशिशों और दवाबों के बावजूद राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के ऊपर सैन्य कार्रवाई जारी रखे हुए हैं। रूसी मिसाइलों की जद में नागरिक इलाके भी आ चुके हें। जिससे अमेरिका समेत पश्चिम के तमाम मुल्क रूस के खिलाफ सख्त से सख्त प्रतिबंध लगाने में जुटे हुए हैं। इसी कड़ी में आज यूरोपिया यूनियन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन (Ursula von der Leyen) मीडिया के सामने आई औऱ रूस के खिलाफ बड़े कदम की घोषणा करते हुए उसके विमानों के लिए एयरस्पेस बंद करने का ऐलान किया।
बता दें कि यूरोपिय यूनियन में ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, क्रोएशिया, साइप्रस, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क, इस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आयरलैंड, इटली, लातविया, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड्स, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया, स्पेन और स्वीडन शामिल है। इनमे से कुछ देश ऐसे भी हैं जो ईयू के इस फैसले से पहले ही रूसी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को ब्लॉक कर चुके हैं। बेल्जियम और नीदरलैंड उन्हीं देशों में शामिल है।
इस प्रतिबंध को लेकर एविएशन सेक्टर के विशेषज्ञ मानते हैं कि इनका असर ईयू के बजाय रूस पर अधिक पड़ेगा। क्योंकि यूरोपिय एयरलाइन की रोजाना केवल एक या दो फ्लाइट रूस के लिए होती है जबकि रूस की अधिकतर विमानन कंपनियां इन प्रतिबंधों के बाद केवल डोमेस्टिक फ्लाइट कैरियर बनकर रह जाएंगी।