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Russia Ukraine conflict : रूसी अधिकारियों ने पुतिन के आदेश को अत्याचार करार दिया
रूस का यूक्रेन पर हमला करने के आदेश का रूसी अधिकारियों ने आलोचना की है। साथ ही अधिकारियों ने विनाशकारी परिणामों की चेतावनी देते हुए व्लादिमीर पुतिन को पत्र लिखा है।
नई दिल्ली। यूक्रेन पर रूस के हमले (Russia Ukraine conflict) के खिलाफ 150 से अधिक वरिष्ठ रूसी अधिकारियों ने प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की कड़ी आलोचना की है और एक खुले पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं जिसमें यूक्रेन पर आक्रमण को अभूतपूर्व अत्याचार बताते हुए विनाशकारी परिणामों की चेतावनी दी गयी है।
रूसी अधिकारियों यानी डेप्यूटीज़ ने कहा है कि उनको भरोसा है कि रूसी नागरिक युद्ध का समर्थन नहीं करते हैं। डेप्यूटीज़ ने पुतिन को व्यक्तिगत रूप से यूक्रेन में हमले का आदेश देने के लिए दोषी ठहराया और कहा कि इस हमले के लिए कोई औचित्य नहीं है। और ये उचित नहीं हो सकता है।
पुतिन ने आज तड़के हमला करने का आदेश दिया है। उन्होंने टीवी पर एक असाधारण संबोधन में यूक्रेन को विसैन्यीकरण और 'डी-नाज़िफाई' करने के लिए एक विशेष सैन्य अभियान की घोषणा की।
डेप्यूटीज़ ने रूसियों से आक्रामण में भाग नहीं लेने का आग्रह किया है और नागरिकों से आक्रमण के खिलाफ बोलने का आह्वान किया है। पत्र में लिखा है कि केवल व्यापक लोकप्रिय निंदा ही युद्ध को रोक सकती है।
पत्र के हस्ताक्षरकर्ताओं में मास्को के प्रतिनिधि एलेना रुसाकोवा, मैक्सिम गोंगल्स्की, एंड्री मोरेव, एलेना कोटेनोककिना और एलेना फिलिना के साथ-साथ सेंट पीटर्सबर्ग के अधिकारी डेविड कुवेव और पोलीना सिज़ोवा और वेलिकि नोवगोरोड डिप्टी अन्ना चेरेपानोवा शामिल हैं।
रूसी अधिकारियों ने कि यूक्रेन पर हमले की निंदा
रूसी अधिकारियों का पुतिन के खिलाफ बोलना एक आश्चर्यजनक कदम है। क्योंकि पुतिन आमतौर पर असंतोष पर शिकंजा कसा रखते हैं। पत्र में हस्ताक्षरकर्ताओं ने कहा कि वे यूक्रेन पर रूसी सेना के हमले की निंदा करते हैं। यह एक अभूतपूर्व अत्याचार है जिसका कोई औचित्य नहीं है और न ही हो सकता है। हमले का फैसला व्यक्तिगत रूप से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने किया था। हमें विश्वास है कि रूस के नागरिकों ने उन्हें ऐसा जनादेश नहीं दिया है।
विनाशकारी परिणामों की चेतावनी
पत्र में 'विनाशकारी परिणामों' की चेतावनी दी गई है और कहा गया है कि हजारों लोग मारे जाएंगे, घायल और अपंग होंगे, कई रूसियों के प्रिय शहर नष्ट हो जाएंगे। इसने कहा कि रूस को विश्व समुदाय की निंदा का सामना करना पड़ेगा जिसके परिणामस्वरूप अलगाव, बढ़ती कीमतें और गरीबी होगी। पत्र में कहा गया है कि रूस में अच्छे जीवन की उम्मीदें हमारी आंखों के सामने टूट रही हैं।