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Salman Rushdie Attacked: जानलेवा हमले में जख्मी सलमान रुश्दी की हालत नाजुक, डॉक्टरों ने वेंटिलेटर पर रखा
Salman Rushdie Attacked: सलमान रुश्दी की हालत नाजुक है। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। उनकी सर्जरी की जा चुकी है। कहा जा रहा है कि सलमान रुश्दी अपनी एक आंख की रोशनी गंवा सकते हैं।
Salman Rushdie Health Update: अंग्रेजी भाषा के जाने-माने लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) की हालत चिंताजनक बनी हुई है। शुक्रवार सुबह 11 बजे (अमेरिकी समय अनुसार) एक हमलावर ने चाकू से गोदकर उन्हें गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। वहां मौजूद लोगों का कहना है कि आरोपी ने मात्र 20 सेकेंड में रुश्दी पर 10-15 बार चाकू से वार किया। जिसके बाद वो बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़े। इस दौरान रुश्दी की गर्दन से काफी खून निकला।
ताजा मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक, सलमान रुश्दी की हालत नाजुक है। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। उनकी सर्जरी की जा चुकी है। रुश्दी के एजेंट एंड्रयू यील ने बताया कि वो 'बिल्कुल कुछ बोल नहीं पा रहे हैं। उनके लिवर में भी गंभीर चोटें आई हैं। साथ ही, हाथों की नसें भी कट गई हैं। यील के मुताबिक, रुश्दी अपनी एक आंख की रोशनी गंवा सकते हैं। 24 वर्षीय हमलावर हादी मतार को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
दुनियाभर में हो रही हमले की निंदा
मशहूर लेखक सलमान रुश्दी (Famous author Salman Rushdie) पर हमले की घटना से पूरी दुनिया स्तब्ध है। हमले की जमकर निंदा की जा रही है। व्हाइट हाउस (The White House) ने हमले की निंदा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति के सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने कहा, कि 'यह हमला निंदनीय है। हम सभी उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।' संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (UN Secretary General Antonio Guterres) ने कहा, कि 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की प्रतिक्रिया के रूप में हिंसा कभी भी उचित नहीं है। हम सलमान रुश्दी की शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं।'
बोरिस जॉनसन- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला
वहीं, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी हमले पर दुख व्यक्त करते हुए इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया है। उन्होंने कहा, कि 'मेरी संवेदना उनके चाहने वालों के साथ है।' बता दें कि सलमान रूश्दी की पढ़ाई – लिखाई सब ब्रिटेन में ही हुई है, उनके माता – पिता काफी पहले यहां आ गए थे।
तसलीमा नसरीन ने बताया चौंकाने वाला हमला
बांग्लादेश की मशहूर लेखिका तसलीमा नसरीन (Taslima Nasreen) ने भी रुश्दी पर हुए हमले पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि 'न्यूयॉर्क में उन पर हमला होना, वाकई चौंकाने वाला है। वे पश्चिम में रह रहे थे। उन्हें 1989 से ही सुरक्षा दी जा रही है।' बता दें, कि तसलीमा नसरीन को भी मुस्लिम कट्टरपंथियों की धमकी के बाद अपना वतन छोड़ना पड़ा था। वो लगातार मुस्लिम कट्टरपंथ और इस्लाम में महिलाओं के अधिकार पर बोलती रहती हैं।
भारत में भी की गई निंदा
सलमान रुश्दी पर हुए जानलेवा हमले की निंदा भारत में भी की गई। गीतकार जावेद अख्तर (Lyricist Javed Akhtar) ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि 'मुझे उम्मीद है कि न्यूयॉर्क पुलिस और अदालत, हमलावर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।'
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Bollywood actress Kangana Ranaut) ने भी इस हमले को भयावह बताते हुए कहा, कि 'द सैटेनिक वर्सेज' अपने समय की सबसे महान किताबों में से एक थी।' वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Congress MP Shashi Tharoor) ने ट्वीट कर कहा, कि 'मैं इस घटना से स्तब्ध हूं। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। हालांकि, भारी मन से कह रहा हूं कि उनका जीवन अब पहले जैसा नहीं हो सकता।'
'द सैटेनिक वर्सेज' पर भारत में भी प्रतिबंध
बता दें, कि सलमान रुश्दी के विवादित उपन्यास 'द सैटेनिक वर्सेज' पर दुनिया में सबसे पहले भारत ने ही प्रतिबंध लगाई थी। साल 1989 में मुस्लिम कट्टरपंथियों के विरोध-प्रदर्शन के बाद राजीव गांधी सरकार ने ये निर्णय लिया था। साल 2012 में रुश्दी जब एक लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल होने के लिए जयपुर आने वाले थे, तब भारत के मुस्लिम कट्टरपंथियों ने उन्हें यहां आने को लेकर धमकी दी थी। जिसके चलते उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी।