Saudi Arabia Drug Cases: खाड़ी क्षेत्र का ड्रग कैपिटल बन रहा सऊदी अरब

Saudi Arabia Drug Cases: सऊदी अरब मध्य पूर्व में ड्रग्स के बहुत बड़े सेंटर के रूप में सामने आ रहा है। सऊदी मीडिया भी नशीली दवाओं के उपयोग में वृद्धि पर गंभीर चिंता जताता रहा है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 3 Sep 2022 12:27 PM GMT
Saudi Arabia is becoming the drug capital of the Gulf region
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खाड़ी क्षेत्र का ड्रग कैपिटल बन रहा सऊदी अरब: Photo- Social Media

Saudi Arabia Drug Cases: सऊदी अरब मध्य पूर्व में ड्रग्स के बहुत बड़े सेंटर के रूप में सामने आ रहा है। सऊदी मीडिया भी नशीली दवाओं के उपयोग में वृद्धि पर गंभीर चिंता जताता रहा है। बीते बुधवार को सऊदी अधिकारियों ने देश के इतिहास में अवैध दवाओं की सबसे बड़ी जब्ती की घोषणा की। राजधानी रियाद के एक गोदाम में की गई छापेमारी में एम्फ़ैटेमिन की लगभग 47 मिलियन गोलियां बरामद की गईं थीं।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस रिकॉर्ड जब्ती से पता चलता है कि सऊदी अरब मिडिल ईस्ट में ड्रग्स की राजधानी बन रहा है। देश अब सीरिया और लेबनान से तस्करों के लिए प्राथमिक गंतव्य बन रहा है। सऊदी अरब, ड्रग्स के लिए सबसे बड़े और सबसे आकर्षक क्षेत्रीय गंतव्यों में से एक है, और यह स्थिति और भी बदतर होती जा रही है।

ससीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र ड्रग्स एंड क्राइम ऑफिस (यूएनओडीसी) ने कहा है कि "मध्य पूर्व के देशों से एम्फ़ैटेमिन बरामदगी की रिपोर्ट मुख्य रूप से कैप्टागन निशान वाली गोलियों को संदर्भित करती है।"

कैप्टागन मूल रूप से सिंथेटिक उत्तेजक फेनेथिललाइन युक्त औषधीय उत्पाद का ब्रांड नाम था। यूरोपियन मॉनिटरिंग सेंटर फॉर ड्रग्स एंड ड्रग एडिक्शन के अनुसार, हालांकि अब इसे कानूनी रूप से उत्पादित नहीं किया जाता है, लेकिन मध्य पूर्व में कैप्टागन नाम वाली नकली दवाएं नियमित रूप से जब्त की जाती हैं।

सऊदी अरब और उसके आसपास के क्षेत्र में कैप्टागन के ड्रग भंडाफोड़ समय के साथ बढ़े हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में, अमेरिकी तटरक्षक बल की एक नाव ने ओमान की खाड़ी में एक मछली पकड़ने वाली नाव से 320 किलोग्राम एम्फ़ैटेमिन की गोलियां और लगभग 3,000 किलोग्राम हशीश जब्त की थी।

वाशिंगटन डीसी (Washington DC) में ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन के अनुसार, ये ड्रग लगभग 15 साल पहले सऊदी अरब में लोकप्रिय हुई थी, लेकिन पिछले पांच वर्षों में ये बहुत फैल चुकी है। कैप्टागन का उपयोग बढ़ने का एक कारण सीरिया से होने वाली व्यापक सप्लाई है। कहा जाता है कि सीरिया में इसे रासायनिक कारखानों में औद्योगिक पैमाने पर बनाया जाता है और लड़ाकू गुटों के सरदारों और असद धसान के सहयोगियों द्वारा इसकी सप्लाई की जाती है।

इंटरनेशनल एडिक्शन रिव्यू जर्नल के आंकड़ों के अनुसार, कैप्टागन को 10 डॉलर से 25 डॉलर प्रति गोली के बीच बेचा जाता है, जिसका अर्थ है कि सऊदी अरब में हुई नवीनतम बरामदगी यदि कैप्टागन की है तो उसकी स्ट्रीट वैल्यू 1.1 बिलियन डॉलर तक है।

युवाओं के बीच एम्फ़ैटेमिन ज्यादा लोकप्रिय

एक्सपर्ट्स के अनुसार कैप्टागन के एम्फ़ैटेमिन-प्रकार के प्रभाव ऐसे होते हैं जिससे भूख खत्म हो जाती है, दर्दनाक स्ट्रेस दब जाता है और कार्य क्षमता बढ़ जाती है। वैसे, यहां हशीश और 'खात' भी आम ड्रग्स हैं, लेकिन युवाओं के बीच एम्फ़ैटेमिन ज्यादा लोकप्रिय है।

पिछले कुछ वर्षों में, सरकार द्वारा निजी प्रतिष्ठानों को लाइसेंस देना शुरू करने के बाद, देश भर में कई ड्रग रिहैबिलिटेशन सेंटर खुल गए हैं। इससे यह भी पता चलता है कि समस्या बढ़ रही है।

Shashi kant gautam

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