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Shahbaz Sharif: भारत से शहबाज शरीफ का क्या है कनेक्शन, कितनी है संपत्ति

Shahbaz Sharif: शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री बनाने के लिए भारत में भी काफी दुआएं मांगी गई है और सिर्फ इतना ही नहीं इस परिवार का भारत से गहरा रिश्ता भी है।

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Newstrack NetworkPublished By Shashi kant gautam
Published on: 12 April 2022 12:48 AM IST
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ: Photo - Social Media

New Delhi: पाकिस्तान (Pakistan) की राजनैतिक उठापटक समाप्त हो चुकी है। इमरान खान पूर्व प्रधानमंत्री (Imran Khan Former Prime Minister) बन पैवेलियन वापस जा चुके हैं। इसके बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज के अध्यक्ष शहबाज शरीफ देश के 23 वें प्रधानमंत्री होंगे। शहबाज से पहले उनके बड़े भाई नवाज शरीफ भी देश के प्रधानमंत्री रहे हैं। ये तो अभीतक सभी को पता चल चुका है लकिन ये नहीं पता होगा कि शरीफ को प्रधानमंत्री बनाने के लिए भारत में भी काफी दुआएं मांगी गई है और सिर्फ इतना ही नहीं इस परिवार का भारत से गहरा रिश्ता भी है।

तरनतारन से है खास रिश्ता

पंजाब के तरनतारन जिले के जाति उमरा के रहने वाले कई दिन से अरदास कर रहे थे कि शाहबाज प्रधानमंत्री बन जाएं। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये गांव शरीफ परिवार का पैतृक गांव है। और अब जबकि शहबाज प्रधानमंत्री बन गए है तो गांव में उल्लास का माहौल है। शरीफ के परिवार की हवेली गुरुद्वारा साहिब में तब्दील हो चुकी है यहीं गांव वाले अरदास कर आरहे थे।

काफी पहले लाहौर बस गया था शरीफ परिवार

1932 में शरीफ का परिवार लाहौर में बस गया। वहां उन्होंने एक कारखाना भी लगाया जिसमें इस गांव के काफी लोग नौकरी करते थे। पाकिस्तान में बसा दिया जाति उमरा गांव अपने गांव से चाहत ही कही जाएगी कि शरीफ फैमली ने लाहौर के पास 175 एकड़ में जाति उमरा नाम से इलाका ही बसा दिया है। आज भी शरीफ परिवार यहीं रहता है।

संकट में शरीफ परिवार अरदास भारत में

पाकिस्तान में जब भी शरीफ परिवार पर संकट आया उसको दूर करने के लिए जाति उमरा में अरदास की जाती रही हैं। गांव के बुजुर्ग और युवा कभी नवाज शरीफ से मिले नहीं। लेकिन उनके दिलों में सम्मान आज भी है। और वो उनके दुःख को अपना दुःख और उनकी खुशियों को अपना मानते हैं। यही वजह है कि जब शहबाज इमरान सरकार के खिलाफ आंदोलन के अगुवा बने हुए थे, तब यहां सभी टीवी से चिपके हुए थे और अरदास कर रहे थे कि इस आंदोलन में जीत शहबाज की हो और वो देश के नए प्रधानमंत्री बनें।

गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथी कुलदीप सिंह कहते हैं कि शहबाज के प्रधानमंत्री बनने से गांव में सभी खुश हैं, बाबा ने हमारी अरदास सुनीं। अब हमें उम्मीद है कि शहबाज पूरी लगन से पाकिस्तान के लिए काम करेंगे और भारत के साथ भी वो अच्छे रिश्ते बनाएंगे।

कितनी संपत्ति हैं शहबाज के पास

पाकिस्तान के नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो के मुताबिक गत 30 साल में शाहबाज शरीफ की संपत्ति 20 लाख रु से 700 करोड़ हो चुकी है। ब्यूरो की रिपोर्ट कहती है कि शाहबाज ने मनी लॉन्ड्रिंग सिंडिकेट बना रखा।



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Shashi kant gautam

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