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शेख हसीना तो निकल गईं अब हमारा क्या होगा, अवामी लीग के नेताओं की भारत से शरण देने की गुहार
Bangladesh Protest: शेख हसीना तो बांग्लादेश से निकल गई है मगर उनकी पार्टी के नेता इधर-उधर मारे-मारे घूम रहे हैं। उनके लिए अपनी जान बचाने का गहरा संकट पैदा हो गया है।
Bangladesh Protest: प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना तो बांग्लादेश से निकल गई हैं मगर उनकी पार्टी के अन्य नेताओं की जान गहरे संकट में फंसी हुई है। देश के विभिन्न हिस्सों में अवामी लीग के नेताओं के घरों और दफ्तरों पर लगातार हमले और आगजनी की घटनाएं हो रही हैं।
इन हमलों में अभी तक तमाम लोगों की मौत होने की खबर है। ऐसे में अवामी लीग के नेताओं ने अपनी और अपने परिजनों की जान बचाने के लिए भारत से गुहार लगाई है। उन्होंने भारत सरकार से शरण देने का अनुरोध किया है।
शेख हसीना भारत में, दूसरे नेताओं के लिए संकट
शेख हसीना ने सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया और इसके बाद वे हेलीकॉप्टर से भारत के लिए निकल गई। शेख हसीना फिलहाल भारत में ही हैं और ब्रिटेन जाने की कोशिश में जुटी हुई है। जानकारों का कहना है कि ब्रिटेन की ओर से ग्रीन सिग्नल मिलाने के बाद वे लंदन के लिए रवाना हो सकती हैं।
शेख हसीना तो बांग्लादेश से निकल गई है मगर उनकी पार्टी के नेता इधर-उधर मारे-मारे घूम रहे हैं। उनके लिए अपनी जान बचाने का गहरा संकट पैदा हो गया है।
भारत सरकार से शरण देने की लगाई गुहार
अब इन नेताओं की ओर से भारत से शरण देने की गुहार लगाई गई है। शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के कई वरिष्ठ नेताओं,पदाधिकारियों और पूर्व मंत्रियों ने भारत सरकार से अनुरोध किया है कि उन्हें जमीनी मार्ग से भारत में दाखिल होने की अनुमति प्रदान की जाए।
उनका तर्क है कि बांग्लादेश में उनके लिए जान बचाना मुश्किल हो गया है। परिवार के लिए भी बड़ा खतरा पैदा हो गया है। ऐसे में भारत को शरण देने की दिशा में कदम उठाना चाहिए।
अवामी लीग के नेताओं पर लगातार हमले
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद भी प्रदर्शनकारियों का गुस्सा अभी तक कम नहीं हुआ है। पीएम आवास और संसद में घुसकर तोड़फोड़ और लूटपाट के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में अवामी लीग के दफ्तरों और नेताओं के घरों को निशाना बनाया जा रहा है। बांग्लादेश क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और अवामी लीग के सांसद मुशरफे मुर्तजा का घर भी उपद्रवियों ने फूंक दिया है।
मुर्तजा को बेहतरीन क्रिकेटर माना जाता रहा है और वे तमाम मैचों में बांग्लादेश क्रिकेट टीम की कप्तानी कर चुके हैं। 2018 में क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वे राजनीति के मैदान में कूदे थे। उपद्रवियों ने एक मेयर का घर भी फूंक दिया जिसमें तीन लोग जिंदा जल गए। उपद्रवियों ने तालिबानी मानसिकता दिखाते हुए अवामी लीग के एक नेता का होटल फूंक दिया जिसमें आठ लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई।
जमीनी मार्ग से दाखिल होने की मांगी अनुमति
उपद्रवियों की ओर से पूरे देश में अवामी लीग के नेताओं के ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे में अवामी लीग के नेता भारत के साथ अच्छे रिश्तों की दुहाई देते हुए भारत से शरण मांग रहे हैं। हालांकि इन नेताओं के पास वीजा और पासपोर्ट भी नहीं है जिनके जरिए वे दिल्ली आ सकें।
बांग्लादेश में अवामी लीग के नेताओं के सामने सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि ढाका एयरपोर्ट पूरी तरह बंद है और नियमित उड़ानें भी स्थगित कर दी गई हैं। ऐसे में इन नेताओं के पास पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में जमीनी मार्ग के जरिए भारत में दाखिल होने का एकमात्र विकल्प है। इसीलिए इन नेताओं की ओर से जमीनी मार्ग से भारत में दाखिल होने की अनुमति देने की मांग की गई है।
मोदी सरकार कर रही हालात का आकलन
अवामी लीग के नेताओं की ओर से किए गए इस अनुरोध पर अभी तक भारत की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है। मोदी सरकार स्थिति का मूल्यांकन करने में जुटी हुई है। इस बाबत चर्चा करने के लिए सोमवार की देर रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हाई लेवल मीटिंग भी हुई थी। अब केंद्र सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक बुलाकर विपक्ष के नेताओं को भी बांग्लादेश की स्थिति के बारे में जानकारी दी जा रही है।
मोदी सरकार की सबसे बड़ी चिंता बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं को लेकर भी है। बांग्लादेश के विभिन्न इलाकों में हिंदू मंदिरों और हिंदुओं के घरों को निशाना बनाने की खबरें भी मिल रही हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि मोदी सरकार की ओर से जल्द ही कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।