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Protest in POK: पाकिस्तान में शिया-सुन्नी आमने-सामने, पीओके के स्कर्दू में भारी विरोध – प्रदर्शन, भारत में विलय की धमकी
Protest in POK: पाकिस्तान के कठोर ईशनिंदा कानून की तीखी आलोचना होती रही है। इस कानून के जरिए देश में रह रहे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को खुलेआम निशाना बनाया जा रहा है। इनमें मुस्लिम धर्म के अंतर्गत आने वाले शिया, अहमदिया और हजारा जैसे समुदाय भी शामिल हैं।
Protest in POK: पाकिस्तान में इन दिनों जबरदस्त आंतरिक उथल पुथल मची हुई है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को कुर्सी से बेदखल करने के बाद देश ने किसी नेता के समर्थन में पहली बार इतना व्यापक विरोध-प्रदर्शन देखा था। पाकिस्तान की आवाम पहली बार वहां की सबकी शक्तिशाली संस्था सेना के खिलाफ खुलेआम अपना आक्रोश जाहिर कर रही है। सियासी और आर्थिक संकट के बीच मुल्क में धार्मिक तनाव भी चरम पर है। अल्पसंख्यक शिया समुदाय के लोग बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर चुके हैं।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में इन दिनों हुकूमत और फौज के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। ये इलाका शिया बहुल आबादी वाला क्षेत्र है। विरोध-प्रदर्शन का एपिसेंटर बना है स्कर्दू शहर, जो कि भारतीय क्षेत्र कारगिल से अधिक दूर नहीं है। यहां प्रदर्शन कर रहे पाकिस्तानी खुलेआम भारत में विलय की धमकी दे रहे हैं।
क्यों मचा है बवाल ?
पाकिस्तान के कठोर ईशनिंदा कानून की तीखी आलोचना होती रही है। इस कानून के जरिए देश में रह रहे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को खुलेआम निशाना बनाया जा रहा है। इनमें मुस्लिम धर्म के अंतर्गत आने वाले शिया, अहमदिया और हजारा जैसे समुदाय भी शामिल हैं। हाल ही में वहां की सरकार द्वारा इस कानून को और सख्त बनाकर जेल और जुर्माने की सजा को बढ़ा दिया गया। जिसके खिलाफ आवाज उठाने पर एक शिया धर्मगुरू आगा बाकिर अल-हुसैनी को गिरफ्तार कर लिया गया।
अल-हुसैनी पर ईशनिंदा कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसे लेकर शिया समुदाय में भारी आक्रोश है और वे सड़कों पर उतर गए हैं। गिलगित-बाल्टिस्तान इलाके में शिया जहां अल-हुसैनी के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, बहुसंख्यक सुन्नी शिया धर्मगुरू की गिरफ्तारी का समर्थन में सड़कों पर उतरे हुए हैं।
भारत में विलय की उठी मांग
पीओके के गिलगित-बाल्टिस्तान में शिया-सुन्नी दोनों समुदायों के प्रदर्शन के कारण माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया है। पाकिस्तान की मेनस्ट्रीम मीडिया शिया समुदाय के प्रदर्शन को ज्यादा कवर नहीं कर रही लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो खूब वायरल हो रहे हैं। जिसमें विरोध-प्रदर्शन के दौरान चलो, चलो कारगिल चलो के नारे गूंज रहे थे। लोकल नेताओं ने पाकिस्तानी प्रशासन को गृहयुद्ध की चेतावनी दे डाली है। वहीं, कुछ नेताओं ने तो भारत में विलय की मांग कर डाली। प्रदर्शनों में पाक फौज और वहां के सैन्य प्रमुख जनरल आसीम मुनीर के खिलाफ खूब नारे लग रहे हैं।
Protest in Skardu to merge Gilgit-Baltistan with India:
— Frontalforce ?? (@FrontalForce) August 29, 2023
Protests in Pakistan-occupied Gilgit Baltistan's Skardu have turned violent. The local population has threatened the Govt of Pakistan to release their leaders immediately, or else they will start a civil war and merge GB… pic.twitter.com/7zbIb69TvB
बता दें कि इन दिनों पाकिस्तान के अलग-अलग हिस्सों से फौज की दादागिरी के खिलाफ विरोध के स्वर सुनाई दे रहे हैं। जलसों और रैलियों में नारे लग रहे हैं - ‘ये जो दहशतगर्दी है, इसके पीछे वर्दी है।‘ पिछले दिनों फौज के खिलाफ एक रैली में बोलने पर पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी की एक नेता की बेटी को उनके घर से उठा लिया गया था।