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इस चिड़ियाघर में जूता पहनकर चलता है हंस का बच्चा, जानें क्यों पड़ी जरूरत

इंसान तो जूते पहनकर इधर-उधर टहलता है, लेकिन क्या कभी आपने जानवर या चिड़िया को जूते पहने देखा है। जरूर नहीं देखा होगा, इनके पैर होते ही ऐसे हैं कि उन्हें जूते पहनने की जरूरत ही नहीं पड़ती।

priyankajoshi
Published on: 1 Sep 2017 12:12 PM GMT
इस चिड़ियाघर में जूता पहनकर चलता है हंस का बच्चा, जानें क्यों पड़ी जरूरत
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सिंगापुर : इंसान तो जूते पहनकर इधर-उधर टहलता है, लेकिन क्या कभी आपने जानवर या चिड़िया को जूते पहने देखा है। जरूर नहीं देखा होगा, इनके पैर होते ही ऐसे हैं कि उन्हें जूते पहनने की जरूरत ही नहीं पड़ती।

वे हर तरह की परिस्थिति में चलने में काबिल होते हैं। लेकिन यदि आपको किसी चिडिय़ाघर में कोई जीव जूते पहनकर चलते दिखे तो आप हैरत में जरूर पड़ जाएंगे।

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यह मामला सिंगापुर का है। यहां चिड़ियाघर का मैनेजमेंट हंस के एक बच्चे को जूते पहनाकर रखता है। हंस के इस बच्चे का जन्म सिंगापुर के ज्यूरोंग बर्ड पार्क में हुआ। यह बच्चा अभी एक साल का है और चिड़ियाघर प्रशासन उसकी खास देखभाल कर रहा है। डेढ़ किलो के इस बच्चे को कंक्रीट की फ्लोर पर चलने में दिक्कत होती है। यही कारण है कि केयर टेकर ने इसके लिए अलग से जूते बनवाए हैं। यह बच्चा जब भी बाहर निकलता है तो वह पांव में जूते पहने रहता है।

एनिमल केयर ऑफिसर गेरार्ड वॉन बताते हैं कि वे काफी सालों से इस बर्ड पार्क की देखभाल कर रहे हैं। अभी हंस के बच्चे के पैर पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाए हैं। इस उसकी विशेष रूप से देखभाल करनी पड़ती है। हंस की एक विशेषता यह होती है कि यह एक पैर पर घंटों खड़ा होने में सक्षम है। इसके लिए उसके पैरों की हड्डियों का मजबूत होना जरूरी है। इस बच्चे को बड़े होने पर उसके जूते निकाल लिए जाएंगे।

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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