Sri Lanka Crisis: श्रीलंका के कैबिनेट का सामूहिक इस्तीफा, आर्थिक संकट से तबाह हुआ देश

Sri Lanka Crisis: सामूहिक इस्तीफे का कोई कारण नहीं बताया। चर्चा है कि प्रधानमंत्री महेंद्र राजपक्षे भी इस्तीफा देने वाले हैं।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani LalPublished By Monika
Published on: 4 April 2022 3:50 AM GMT
sri lanka cabinet of ministers resign
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श्रीलंका के कैबिनेट का सामूहिक इस्तीफा (photo : social media )

Sri Lanka Crisis: श्रीलंका के मंत्रियों के मंत्रिमंडल ने रविवार देर रात तत्काल प्रभाव से इस्तीफा (sri lanka cabinet of ministers resign) दे दिया। शिक्षा मंत्री और सदन के नेता, दिनेश गुणवर्धन ने कहा कि कैबिनेट मंत्रियों ने प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने सामूहिक इस्तीफे का कोई कारण नहीं बताया। चर्चा है कि प्रधानमंत्री महेंद्र राजपक्षे भी इस्तीफा देने वाले हैं।

देश में भयंकर आर्थिक संकट के बीच श्रीलंका के पश्चिमी प्रांत में रविवार को कर्फ्यू का उल्लंघन करने और सरकार विरोधी रैली करने की कोशिश करने के आरोप में 600 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। कर्फ्यू के बावजूद शाम को व्यापक जन विरोध प्रदर्शन देखा गया। गुस्साई जनता राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रही है। 31 मार्च को गुस्साई भीड़ ने राजपक्षे के निजी आवास को घेरने के बाद सरकार ने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी थी।

श्रीलंका के सबसे बड़े शहर कोलंबो में प्रदर्शनकारियों ने देशव्यापी कर्फ्यू को धता बताते हुए कई छोटे, शांतिपूर्ण प्रदर्शन किए, जबकि पुलिस ने कैंडी में यूनिवर्सिटी के छात्र प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया।

36 घंटे का कर्फ्यू लागू

इस बीच श्रीलंकाई सरकार ने देशव्यापी सार्वजनिक आपातकाल की घोषणा के बाद व्हाट्सएप, ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगाए गए प्रतिबंध को हटा लिया और 36 घंटे का कर्फ्यू लागू कर दिया। एक अधिकारी के अनुसार, फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, टोकटोक, स्नैपचैट, व्हाट्सएप, वाइबर, टेलीग्राम और फेसबुक मैसेंजर की सेवाएं 15 घंटे के बाद बहाल कर दी गईं। सेवाओं को पूरी तरह या आंशिक रूप से अवरुद्ध कर दिया गया था। कोलंबो पेज अखबार ने बताया कि इस कदम का उद्देश्य कोलंबो में लोगों को भोजन, आवश्यक वस्तुओं, ईंधन और दवाओं की कमी से जूझ रही जनता को राहत देने में सरकार की विफलता के विरोध में कोलंबो में इकट्ठा होने से रोकना था।

Monika

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पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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