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Sri Lanka Economic: श्रीलंका में कर्फ्यू हटा, बुद्धा पूर्णिमा के अवसर पर ये बड़ा फैसला

Sri Lanka Economic and Political Crisis: श्रीलंका में तनाव और संकट के चलते लगा कर्फ्यू सोमवार 16 मई को 'बुद्ध पूर्णिमा' ('Buddha Purnima') के अवसर पर हटा दिया गया है।

Rajat Verma
Report Rajat VermaPublished By Vidushi Mishra
Published on: 16 May 2022 8:29 AM IST (Updated on: 16 May 2022 9:02 AM IST)
Sri Lanka Economic and Political Crisis
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 श्रीलंका में आर्थिक और राजनीतिक संकट (फोटो-सोशल मीडिया)

Sri Lanka Curfew: श्रीलंका बीते लंबे समय से आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे में देश के वर्तमान हालात किसी भी तरह के उत्सव या समारोह को उत्साहपूर्वक रूप से मनाने की इजाजत तो नहीं देते हैं लेकिन बावजूद इसके श्रीलंका में तनाव और संकट के चलते लगा कर्फ्यू सोमवार 16 मई को 'बुद्ध पूर्णिमा' ('Buddha Purnima') के अवसर पर हटा दिया गया है।

महिंदा राजपक्षे(Mahinda Rajapaksa) की पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा देश में आर्थिक संकट के लिए ज़िम्मेदार राजपक्षे परिवार के खिलाफ आवाज़ उठा रहे शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर हमले के बाद भड़की हिंसा में नौ लोगों की मौत हो गई थी तथा करीब 225 से अधिक लोग घायल हो गए थे। जिसके पश्चात घटना के चलते हालात बिगड़ने के कारण महिंदा राजपक्षे को पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा और रानिल विक्रमसिंघे देश के नए पीएम बने हैं।

कर्फ्यू हटाने का भी ऐलान

ऐसे में श्रीलंकाइयों के प्रमुख त्योहारों में से एक बुद्ध पूर्णिमा सही ढंग से मनाने और बगैर किसी रुकावट के त्योहार के लिए इंतेज़ाम करने को लेकर सरकार ने दो दिन की छुट्टी की घोषणा के साथ ही इस अहम अवसर पर कर्फ्यू हटाने का भी ऐलान किया है। हालांकि, बुद्ध पूर्णिमा समाप्त होने के बाद दोबारा से श्रीलंका में कर्फ्यू की क्या स्थित होगी, इस विषय में कोई जानकारी अभीतक नहीं मिली है।

श्रीलंका के अब तक के सबसे खराब आर्थिक संकट(Sri Lanka Economic Crisis) को लेकर प्रदर्शनकारी महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) द्वारा पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद अब वह राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।

आपको बता दें कि श्रीलंका में राजनीतिक और आर्थिक संकट (Sri Lanka Economic Crisis) के चलते वर्तमान में महंगाई रिकॉर्डतोड़ रूप से आसमान छू रही है तथा ऐसे में भोजन, ईंधन और दवाओं की कमी ने देश के 2 करोड़ से अधिक लोगों के लिए गंभीर मुश्किलें पैदा कर दी हैं। हालांकि, अब लंबे समय बाद श्रीलंका में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर कुछ सामान्य हालात और सकारात्मकता देखने को मिलेगी।



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Vidushi Mishra

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