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Sri Lanka Violence: श्रीलंका में हिंसा के बीच भारतीय सेना के जाने की खबरों पर उच्चायोग ने दिया जवाब

Sri Lanka Latest News: आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका (Sri Lanka Economic Crisis) में हिंसा के बाद भारत से जुड़ी कई तरह की फेक न्यूज़ सोशल मीडिया (Social Media) में वायरल है।

Bishwajeet Kumar
Report Bishwajeet KumarPublished By Rakesh Mishra
Published on: 11 May 2022 1:21 PM IST
Sri Lanka Violence
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Sri Lanka Violence (Image Credit : Social Media)

Sri Lanka News : अब तक के सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका (Sri Lanka Economic Crisis) में इन दिनों हिंसक माहौल बना हुआ है। देश में मौजूदा वक्त में व्याप्त महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर लोग सड़कों पर उतर कर हिंसक प्रदर्शन (Sri Lanka Violence) कर रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया (Social Media) पर भारत की ओर से श्रीलंका में सेना भेजे जाने की अफवाह, फेक न्यूज़ (Fake News) काफी तेजी से वायरल है।

बता दें श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (Mahinda Rajapaksa) के इस्तीफे के बाद देश में शांतिपूर्ण चल रहा प्रदर्शन हिंसक हो गया। देश के कई नेताओं और सांसदों का घर प्रदर्शनकारियों ने आप के हवाले कर दिया जिसमें एक सांसद की मौत पुष्टि भी हो चुकी है। वहीं मंगलवार को तो स्थिति को काबू में करने के लिए श्रीलंका के रक्षा मंत्रालय की ओर से आदेश दिया गया कि अगर कोई दंगा फैलाने का प्रयास करें तो उसे तत्काल गोली मार दी जाए।

श्रीलंका में प्रदर्शन (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया)

श्रीलंका में हिंसा भारत में अफवाह

आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में दंगा फैलने के बात सही भारत में इस से जुड़े कई फेक न्यूज़ तैरने लगे हैं। सोशल मीडिया पर कई फर्जी खबरों में दावा किया गया कि श्रीलंकाई प्रधानमंत्री राजपक्षे के इस्तीफे के बाद उनका पूरा परिवार खुद को बचाने के लिए भारत में शरण लिया हुआ है। वहीं हिंसा से जुड़ी एक और फेक न्यूज़ खूब ज्यादा चर्चा में रही की श्रीलंका में मौजूदा वक्त में चल रही हिंसक घटनाक्रम को काबू में करने के लिए भारत अपनी सेना श्रीलंका भेज रहा है। इन सभी फेक न्यूज़ और अफवाहों को आज एक बार फिर श्रीलंका स्थित भारतीय उच्चायोग की ओर से खारिज किया गया है।

फेक न्यूज़ पर भारतीय उच्चायोग का जवाब

श्रीलंका की हिंसा से जुड़े सोशल मीडिया पर चल रहे सभी अफवाहों और फर्जी खबरों को लेकर कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग ने कहा कि यह सभी खबरें पूरी तरह से फर्जी और गलत हैं। भारतीय उच्चायोग की ओर से ट्वीट कर कहा गया कि 'सोशल मीडिया और अन्य इंफॉर्मेशन के माध्यमों के द्वारा श्रीलंका में भारतीय सेना को भेजे जाने की खबरें पूरी तरह से गलत है इस तरह की खबरें भारत के आधिकारिक रूप के कतई अनुरूप नहीं हैं।'

बता दें इससे पहले सोमवार को श्रीलंका के प्रधानमंत्री पद से महिंदा राजपक्षे द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद सोशल मीडिया पर यह खबरें खूब तेजी से वायरल हो रही थी कि राजपक्षे अपने परिवार सहित भारत में शरण ले चुके हैं। इस फर्जी खबर को भी भारतीय उच्चायोग द्वारा सिरे से खारिज किया गया।

श्रीलंका में हिंसक स्थिति

महिंदा राजपक्षे द्वारा प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद से ही शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा प्रदर्शन श्रीलंका में हिंसक रूप ले लिया। बीते दो दिनों में श्रीलंका के कई शहरों में आगजनी और हिंसक झड़पों की खबरें सामने आई। प्रदर्शनकारियों की ओर से करीब 14 सांसदों के घरों को आग लगा दिया गया। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने महिंदा राजपक्षे के पैतृक घर को भी आग के हवाले कर दिया।

प्रदर्शनकारियों ने संसद के घर में लगाया आग (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया)

देश के विपक्षी दलों द्वारा यह लगातार मांग की जा रही है कि महिंदा राजपक्षे को देश में हिंसा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया जाए। विपक्ष की ओर से आरोप लगाया जा रहा है कि महिंदा राजपक्षे और उनके पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा ही देश में लोगों को भड़काया गया जिसके कारण आज हिंसक स्थिति बनी हुई है। श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति ने भी देश में हिंसा फैलने को लेकर महिंदा राजपक्षे पर आरोप लगाया है साथ ही उनके गिरफ्तारी की मांग भी की है।



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Bishwajeet Kumar

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