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तालिबान से दहशत, आतंकियों ने युवक का सिर किया कलम, अमेरिकी सेना का था खास!
तालिबान ने अमेरिकी सेना के लिए काम करने वाले एक युवक का सिर कलम कर दिया, जिससे अफगानिस्तान में दहशत का माहौल फैल गया है।
Taliban Terror: अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद से तालिबान लगातार यहां पर अपनी ताकत बढ़ाने में जुटा हुआ है। जिससे अफगानिस्तान में लगातार दहशत बढ़ती जा रही है। लोग यहां पर पहले से ही असुरक्षित और डरा हुआ महसूस कर रहे हैं, इस बीच तालिबान की एक हरकत ने लोगों ने खौफ बढ़ाने का काम किया है।
दरअसल, तालिबान ने सोहेल पारदीस नाम के एक शख्स का सिर कलम कर दिया। पारदीस ने 16 महीने अमेरिकी सेना के लिए अनुवादक के तौर पर काम किया था। इसी के चलते तालिबान ने पारदीस की हत्या कर दी। पारदीस ईद के मौके पर अपनी बहन को खोस्त प्रांत से लेने जा रहा था। लेकिन इस दौरान 12 मई 2021 को तालिबान आतंकवादियों ने उसकी कार को चौकी पर रोका और उसकी हत्या कर दी।
तालिबान लड़ाकों ने किया सिर कलम
मीडिया रिपोर्ट्स में चश्मदीदों के हवाले से लिखा गया है कि तालिबान लड़ाकों ने उनकी कार रुकने से पहले ही गोली मार दी और फिर पारदीस को बाहर निकाल कर उसका सिर कलम कर दिया। हत्या से पहले पारदीस ने अपने दोस्त को इस बारे में बताया भी था कि अमेरिकी सेना के लिए अनुवादक के तौर पर काम करने की वजह से तालिबान द्वारा उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
पारदीस के दोस्त का कहना है कि तालिबान पारदीस से कहते थे कि तुम अमेरिकियों के लिए जासूसी करते हो, उनकी आंख हो, इसलिए हम तुम्हें और तुम्हारे परिवार को खत्म कर देंगे। बता दें कि जून में तालिबान की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि उनकी तरफ से विदेशी सैनिकों के लिए काम कर चुके लोगों को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। लेकिन पारदीस की हत्या के बाद अमेरिकी सेना के लिए काम करने वाले अफगान दुभाषियों में खौफ पैदा हो गया है।
वहीं, इस घटना को लेकर तालिबान के प्रवक्ता ने बताया कि वह इस घटना को वेरिफाई करने की कोशिश में लगे हैं, लेकिन कुछ घटनाएं वैसी होती नहीं हैं, जैसा कि उन्हें दिखाया जाता है। जाहिर है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी हो चुकी है, ऐसे में तालिबान अफगानिस्तान से बदला लेने में जुटा हुआ है और इसी मकसद से वो अफगानिस्तान पर हमले कर रहा है।
अमेरिका में शरण लेना चाह रहे अफगान
खबर है कि अमेरिकी सेना के लिए काम करने वाले करीब 18 हजार अफगान अमेरिका में शरण लेने की फिराक में हैं और इसके लिए उन्होंने विशेष अप्रवासी वीजा के लिए अप्लाई भी कर दिया है। वहीं, दूसरी ओर अमेरिकी सरकार भी तालिबान के खतरे से अच्छी तरह से वाकिफ है, इसलिए बाइडेन सरकार ने पहले ही कह दिया है कि जब तक वो लंबी समय के वीजा प्रक्रिया को पूरा नहीं कर लेता है, तब तक वह अपने मददगार को लेकर सुरक्षित पनाहगाह के लिए कई देशों से बातचीत कर रहा है।
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