TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Taliban Kanoon: तालिबान ने महिलाओं के लिए सुनाया सख्त फरमान, टीवी सीरियल से एंट्री बैन, हिजाब पहनना अनिवार्य

Taliban Kanoon: तालिबान प्रशासन ने रविवार को नए 'इस्लामिक धार्मिक दिशानिर्देश' जारी किए हैं। जिसमें महिलाओं की एंट्री टीवी सीरियल या डेली सोप से बैन कर दी गई है।

Network
Newstrack NetworkPublished By Shreya
Published on: 22 Nov 2021 9:57 AM IST
Taliban Kanoon: तालिबान ने महिलाओं के लिए सुनाया सख्त फरमान, टीवी सीरियल से एंट्री बैन, हिजाब पहनना अनिवार्य
X

(सांकेतिक फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Taliban Kanoon: अफगानिस्तान (Afghanistan) में कब्जा कर सत्ता पर काबिज होने वाले तालिबान (Taliban) ने अब महिलाओं पर अत्याचार करना शुरू कर दिया है। भले ही तालिबान सरकार (Taliban Sarkar) ने महिलाओं को काम करने और पढ़ाई करने की आजादी देने के कितने ही वादे दुनिया के सामने क्यों ना किए हों, लेकिन अपना हालिया फरमान (Taliban Farman) सुनाकर संगठन ने साफ कर दिया है कि तालिबान राज में महिलाएं कितनी आजादी में रहेंगी।

दरअसल, तालिबान प्रशासन (Taliban Government) ने रविवार को नए 'इस्लामिक धार्मिक दिशानिर्देश' जारी किए हैं। जिसके मुताबिक, देश में ऐसे सभी टीवी सीरियल (TV Serial) या डेली सोप (Daily Soap) बंद किए जाएंगे, जिसमें महिला एक्ट्रेस (Afghan Women Actresses) होंगी। साथ ही अब सीरियल में महिला अभिनेत्रियों की एंट्री बैन होने वाली है। केवल इतनी ही नहीं बल्कि तालिबानी फरमान में यह भी कहा गया है कि महिला टीवी जर्नलिस्ट (Female TV Journalist) जो एंकरिंग करती हैं, उनके लिए हिजाब (Hijab) पहनना अनिवार्य होगा।

ऐसी फिल्मों और कार्यक्रमों को बंद करने का आदेश

इसके साथ ही तालिबानी मंत्रालय ने चैनलों से पैगंबर मोहम्मद (Paigambar Muhammad) या अन्य सम्मानित व्यक्ति दिखाए जाने वाले फिल्मों और कार्यक्रमों को प्रसारित नहीं करने के लिए कहा है। इसके अलावा ऐसे भी फिल्मों और कार्यक्रमों पर बैन लगाने का आदेश दिया गया है, जो इस्लामी और अफगानी मूल्यों के खिलाफ हैं। मंत्रालय के प्रवक्ता हकीफ मोहजिर का कहना है कि यह नियम नहीं है बल्कि धार्मिक दिशानिर्देश है।

तालिबान सरकार (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

दुनिया से किए झूठे वादे

आपको बता दें कि जब तालिबान ने देश की सत्ता पर कब्जा किया तो संगठन ने दुनिया के सामने महिलाओं को काम करने की आजादी देने की बात कही थी। इसके अलावा महिलाओं को अन्य हक भी प्रदान करने की बात संगठन ने कही थी। लेकिन कुछ समय बाद ही महिलाएं स्कूल, कॉलेज में क्या पहन सकती हैं इस पर नियम लागू कर दिए। अब धार्मिक दिशानिर्देश के नाम पर यह फरमान सुना उसने अपने ही वादों पर सवाल उठा दिया है।

दोस्तों देश और दुनिया की खबरों को तेजी से जानने के लिए बने रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलो करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।



\
Shreya

Shreya

Next Story