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Taliban vs Britain: तालिबान को मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी में ब्रिटेन, लेने जा रहा है ये बड़ा फैसला
Taliban vs Britain: अफगानिस्तान में आतंक मचा रहे तालिबान के खिलाफ अब ब्रिटेन बड़ा कदम उठाने वाला है। यूके के विदेश मंत्री डॉमनिक राब ने कहा है कि जल्द ही तालिबान के खिलाफ यूके सरकार बड़ी कार्रवाई करने वाली है।
Taliban vs Britain: अफगानिस्तान में आतंक मचा रहे तालिबान के खिलाफ अब ब्रिटेन बड़ा कदम उठाने वाला है। जी हां, ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमनिक राब (Dominic Raab) ने संकेत दिए है कि जल्द ही तालिबान के खिलाफ यूके सरकार बड़ी कार्रवाई करने वाली है। उन्होंने कहा कि यूके सरकार तालिबान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अपने सभी संसाधनों का इस्तेमाल करेगी।
अफगान पर कब्जा कर रहे तालिबान को लेकर डॉमनिक राब (Dominic Raab) ने बताया, "अफगानिस्तान पर सचिव एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) के साथ उपयोगी चर्चा की गई है। हमारी तत्काल प्राथमिकता हमारे नागरिकों और पिछले 20 वर्षों में हमारे काम का समर्थन करने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।"
उन्होंने बताया, "हमने अफगानिस्तान को आतंकवादी समूहों के आधार के रूप में इस्तेमाल करने से रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समन्वय की आवश्यकता और अफगान लोगों की दुर्दशा को कम करने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण पर भी चर्चा की गई।"
वहीं जब विदेशी मीडिया ने पूछा कि यूके तालिबान को कैसे मुंहतोड़ जवाब देगा, तो उस पर डॉमनिक राब ने कहा, "हम अपने साझेदारों से बात करेंगे, उसके बाद तालिबान पर रोक लगाएंगे। इसके अलावा अफगानिस्तान को दी जाने वाली सभी विकास सहायता पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। मुझे लगता है कि यह एक अच्छा प्लान है।"
ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक, यूके के विदेश मंत्री ने यह भी बताया, "हमारे द्वारी की जाने वाली कार्रवाई में सभी प्रकार के वित्तीय साधन शामिल है। अब ये तालिबान पर निर्भर करता है कि वे कितना इससे प्रभावित होते हैं।" मीडिया ने पूछा कि तालिबान के खिलाफ यूके को क्या और कार्रवाई करनी चाहिए, तो इस पर उन्होंने कहा, "हमें नहीं पता है कि तालिबान आगे क्या करने वाला है। अगर पता है तो हम निश्चित रूप से कार्रवाई करते है।"
बताते चलें कि ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने साफ कहा कि तालिबान अफगानिस्तान पर कब्जा करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है। जिस तरह से वह आगे बढ़ रहा है उसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी। उन्होंने साफ कह दिया है कि अफगान पर कब्जा के बावजूद ब्रिटेन तालिबान के साथ कोई रिश्ता नहीं है, क्योंकि उसने मानवाधिकार के मानकों का उल्लंघन किया है।