Russia-US Tension: अमेरिका-रूस संबंधों में बढ़ी तल्खी, बाइडन के फैसले को पुतिन ने बताया- 'आर्थिक परमाणु युद्ध'

Russia-US Tension: अमेरिका ने रूस पर अब तक का सबसे कठोर प्रतिबंध लगाते हुए रूस से तेल, गैस औऱ कोयले के आयात पर रोक लगा दी है। इस कठोर फैसले पर भड़का रूस ने इसे 'आर्थिक परमाणु युध्द' बताया है।

Krishna Chaudhary
Published on: 9 March 2022 11:13 AM GMT (Updated on: 9 March 2022 11:39 AM GMT)
Russia-US Tension: US-Russia relations escalate, Putin calls Bidens decision economic nuclear war
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राष्ट्रपति जो बाइडन- ब्लादिमीर पुतिन: फोटो-सोशल मीडिया 

New Delhi: रूस और यूक्रेन (russia ukraine war) के बीच चल रहे भीषण जंग के बीच दुनिया की दो महाशक्तियों के संबंध अपने निचले स्तर पहुंच चुका है। युध्द शुरू होने के बाद से अमेरिका (America) द्वारा अबतक कई आर्थिक प्रतिबंध (economic sanctions) रूस पर लादा जा चुका है। बाइडन

अमेरिका (America) ने कल अबतक का सबसे कठोर प्रतिबंध लगाते हुए रूस से तेल, गैस औऱ कोयले के आयात पर रोक लगा दी है। राष्ट्रपति जो बाइडन (President Joe Biden) के इस कठोर फैसले पर भड़का रूस ने इसे 'आर्थिक परमाणु युध्द' बता दिया है।

रूस पर आर्थिक शिकंजा

यूक्रेन पर 14वें दिन भी रूसी हमला जारी है। तमाम वैश्विक दवाबों के बावजूद रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन अपने जिद पर अड़े हुए हैं। रूस के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को सिरे से नकारने वाला अमेरिका आर्थिक प्रतिबंधों के जरिए पुतिन के वॉर मशीन को गहरी चोट देने में जुटा हुआ है। अबतक के अमेरिकी प्रतिबंधों ने पहले से ही खास्ताहाल रूसी अर्थव्यवस्था को और गर्त में धकेल दिया है। रूसी मुद्रा के लगातार नीचे जाने से वहां का आर्थिक ढांचा भी चरमरता नजर आ रहा है। रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों को अमेरिका की जनता भी अपना समर्थन दे रही है। यही वजह है कि अमेरिका लगातार सख्त से सख्त आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा रूस के खिलाफ करता जा रहा है।

रूस ने बताया प्रतिबंधों को आर्थिक परमाणु युध्द

यूक्रेन पर बमों की बौछार कर तबाह करने वाला रूस अमेरिकी प्रतिबंधों पर तीखी प्रतिक्रिया दे रहा है। बीते कुछ समय से दोनों देशों के संबंधों में चल रही कड़वाहट को इस जंग ने नए स्तर पर पहुंचा दिया है। रूस ने अमेरिका द्वारा लगाए गए हालिया प्रतिबंध को इतिहास में लगाया गया सबसे बड़ा प्रतिबंध बताया है। पुतिन सरकार ने इसे 'आर्थिक परमाणु युध्द' (economic nuclear war) तक बता दिया है। दरअसल अमेरिका कुल पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के आयात का 8 फीसदी रूस से लेता है। अमेरिका के बाद अब ब्रिटेन समेत कई अन्य अमेरिकी सहयोगी देश भी इसी कदम पर चलने की घोषणा कर दी है। जो निश्चिततौर पर आर्थिक मोर्चे पर जबरदस्त चुनौती का सामना कर रहे रूस के खिलाफ बड़ा झटका है।

जेलेंस्की ने यूएस के फैसले को सराहा

यूक्रेन को नो फ्लाई जोन घोषित न करने के फैसले को लेकर नाराज चल रहे राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (President Volodymyr Zelensky) ने रूस से तेल और गैस के आयात पर रोक लगाने वाले अमेरिकी फैसले की सराहना की है। उन्होंने राष्ट्रपित बाइडन को इस फैसले के लिए शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि उम्मीद है कि अन्य देश भी रूस के खिलाफ सख्त आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा करेंगे। बता दें कि अमेरिका ने यूक्रेन को सुरक्षा मामलों में मदद के लिए 1 बिलियन डॉलर की भारी भरकम राशि देने का भी ऐलान किया है।

Shashi kant gautam

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