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Pakistan: आम चुनाव से पहले पाकिस्तान में खूनी खेल, आतंकी हमले में 10 पुलिसकर्मियों की मौत
Pakistan Terrorist Attack: अफगानिस्तान से सटे खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत के दरबार शहर के एक पुलिस स्टेशन को आतंकियों ने निशाना बनाया है। इस हमले में 10 पुलिसकर्मियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
Pakistan Terrorist Attack: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में इन दिनों आम चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज है। आठ फरवरी को चुनाव के लिए मतदान होने हैं। कड़ाके की सर्दी के बीच देश की राजनीतिक तापमान चढ़ हुआ है। चुनाव – प्रचार के दौरान कई सियासी पार्टियों के जलसे को निशाना बनाया गया, जिसमें कई लोग मारे गए। वोटिंग से ऐन पहले खून-खराबा तेज होता नजर आ रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अफगानिस्तान से सटे खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत के दरबान शहर के एक पुलिस स्टेशन को आतंकियों ने निशाना बनाया है। इस हमले में 10 पुलिसकर्मियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। इसके अलावा कुछ आम नागरिक के हताहत होने की भी खबर है। अब तक किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
आज तड़के तीन बजे हुआ अटैक
दरबान शहर के एक पुलिस अधिकारी के हवाले से मीडिया में दी गई जानकारी के मुताबिक, सोमवार तड़के तीन बजे अचानक पुलिस स्टेशन पर हमला बोल दिया। गोलियों और बमों से पूरा इलाका थर्रा उठा। आतंकियों ने पुलिस स्टेशन पर जमकर ग्रेनेड बरसाए और धुंआधार फायरिंग की। पाक पुलिस को मोर्चा संभालने में थोड़ा वक्त लगा, इसके बाद उनकी ओर से जवाबी कार्रवाई शुरू की गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आतंकी फरार हो गए। उनकी तलाश के लिए पूरे इलाके को सील कर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
पीटीआई के कैंडिडेट की कर दी गई थी हत्या
पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में सबसे अधिक सियासी जमातों पर हमले हो रहे हैं। बलूचिस्तान में जहां बलोच लिबरेशन आर्मी तो वहीं खैबर पख्तूनख्वाह में पाकिस्तान तालिबान की ओर से हिंसा की जा रही है। 31 जनवरी को मौजूदा सांसद और पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पीटीआई के सांसद रेहान जेब खान की हत्या कर दी गई थी। हमलावर बाइक से आए और उनपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर फरार हो गए। इससे पहले बीते सोमवार को बलूचिस्तान में चुनाव आयोग के मुख्यालय के बाहर जोरदार धमाका हुआ था।
बता दें कि पाकिस्तान में हो रहे आम चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर अदालती कार्रवाई के बाद अब मुख्य लड़ाई पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएलएन और दिवंगत प्रधानमंत्री बेनजीप भुट्टो की पार्टी पीपीपी के बीच हो गई है। दिलचस्प बात ये है कि चुनाव से एक साल पहले ये दोनों पार्टियां इमरान खान को सत्ता से बेदखल एकसाथ हुकूमत चला रही थीं। नवाज के भाई शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री तो बेनजीर के बेटे बिलावल भुट्टो सरकार में विदेश मंत्री थे। अब दोनों एक-दूसरे के खिलाफ रैली में जमकर जुबानी हमले कर एक-दूसरे को खुद से बेहतर बता रहे हैं।