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The Lady of Heaven: पैगंबर मुहम्मद की बेटी पर बनी फ़िल्म पर ब्रिटेन में बवाल, सिनेमाघरों से हटाई गई

The Lady of Heaven: पैगंबर मुहम्मद साहब की बेटी की कहानी को दिखाने का दावा करने वाली एक विवादास्पद फिल्म 'द लेडी ऑफ हेवन' की सभी स्क्रीनिंग ब्रिटेन के सिनेमाघरों में रोक दी गई है।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 9 Jun 2022 1:40 PM IST (Updated on: 9 Jun 2022 4:40 PM IST)
screening of the film on prophet muhammad daughter canceled in britain after protest by muslims
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The Lady of Heaven Screening Cancel

The Lady of Heaven: पैगंबर मुहम्मद साहब की बेटी की (Prophet Muhammad's Daughter) कहानी को दर्शाने का दावा करने वाली एक विवादास्पद नई फिल्म (Controversial Film On Prophet Muhammad's Daughter) की सभी स्क्रीनिंग ब्रिटेन के सिनेमाघरों (Screening Ban UK Cinemas) में रोक दी गई है। ब्रिटेन की सबसे बड़ी सिनेमा चेन ने विभिन्न शहरों में मुस्लिमों के विरोध के बाद ये कदम उठाया है। सिनेमाघरों में कर्मचारियों और ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 'द लेडी ऑफ हेवन' (The Lady of Heaven) को ब्रिटेन के सभी सिनेमाघरों से हटा लिया गया है।

सिनेमाघरों की चेन संचालित करने वाली कंपनी 'सिने वर्ल्ड' (Cine World) ने विरोध करने वाले समूहों को एक ईमेल में कहा, 'द लेडी ऑफ हेवन' की स्क्रीनिंग के संबंध में हाल की घटनाओं के कारण, हमने अपने कर्मचारियों और ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश भर में फिल्म की आगामी स्क्रीनिंग रद्द करने का फैसला लिया है।'

मुस्लिमों की आपत्ति

प्रदर्शनकारियों और ऑनलाइन याचिका (Online Petition) चलाने वाले लोगों ने प्रारंभिक इस्लामी इतिहास के गलत चित्रण के लिए इस फ़िल्म की निंदा की है और दावा किया है कि फिल्म 'सभी मुसलमानों के लिए दिल दुखाने के साथ-साथ इस्लाम पर झूठी जानकारी फैलाने' के लिए बनाई गई है। विरोध करने वालों के मुताबिक, यह फिल्म कई तरह से पैगंबर मुहम्मद (Prophet Muhammad) साहब का घोर अपमान करती है। आरोप लगाया गया है कि यह रूढ़िवादी ऐतिहासिक तथ्यों को भी गलत तरीके से पेश करती है। इसके जरिए इस्लामी इतिहास के सबसे सम्मानित व्यक्तियों का अनादर किया गया है। फिल्म को हटाने की मांग वाली एक ऑनलाइन याचिका पर 123,000 से अधिक हस्ताक्षर हुए हैं। वहीं, इस फिल्म के विरोध में कई ब्रिटिश मुस्लिम समूहों (British Muslim Groups) ने बयान जारी किए हैं।


सिनेमाघरों में दहशत

मुस्लिम प्रदर्शनकारियों की भीड़ द्वारा देश भर के सिनेमा परिसरों में इसे हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन हुए हैं। इस बीच फिल्म के निर्माता ने कहा है कि भीड़ के दबाव में स्क्रीनिंग रोकना 'ब्रिटिश मूल्यों' (British Values) पर सवाल है। निर्माता ने कहा, कि भीड़ को 'निर्देशित' करने का अधिकार दिया गया है, कि यूके में स्क्रीन पर क्या दिखाया जा सकता है और क्या नहीं। शेफ़ील्ड के सिने वर्ल्ड के बाहर के एक वीडियो में कॉम्प्लेक्स के प्रबंधक को मेगा फोन के जरिये गुस्साई भीड़ को शांत करने का प्रयास करते हुए दिखाया गया है। जबकि डरे हुए कर्मचारी भीतर छिपे हुए थे। वीडियो फुटेज में पुरुषों की बड़ी भीड़ के सदस्यों को नारे लगाते हुए दिखाया गया है। ब्रिटेन के लगभग 30 शहरों में सिनेवर्ल्ड और वू कॉम्प्लेक्स में फ़िल्म रिलीज़ (Film Release At Cineworld And Vu Complex) हुई थी।


क्या है फ़िल्म में?

ये फिल्म आईएसआईएस (ISIS) द्वारा इराक पर आक्रमण के साथ शुरू होती है और सातवीं शताब्दी के दौरान इस्लाम के संस्थापक की बेटी फातिमा (Prophet Muhammad's Daughter Fatima) का जीवन चित्रण करती है। इस्लामी परंपरा (Islamic Tradition) धार्मिक शख्सियतों के प्रत्यक्ष चित्रण को वर्जित करती है। फिल्म के निर्देशक एली किंग (Film director Eli King) ने फातिमा को एक काले नकाब से ढके एक फेसलेस चरित्र के रूप में दर्शाया है।

गलत तरीके से चित्रित करने का आरोप

प्रदर्शनकारियों ने फिल्म निर्माताओं पर धार्मिक इतिहास को गलत तरीके से चित्रित करने और इस्लाम के तीन सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों को नकारात्मक रूप से चित्रित करने का आरोप लगाया। अन्य आलोचकों का दावा है कि नकारात्मक पात्रों को काले अभिनेताओं द्वारा चित्रित किया गया था, जो गहरे रंग के लोगों के खिलाफ नस्लीय पूर्वाग्रह से उपजा है।मुस्लिम काउंसिल ऑफ ब्रिटेन (एमसीबी) के प्रवक्ता ने प्रदर्शनकारियों और फिल्म समर्थकों के बीच 'सम्मानजनक संवाद' का आह्वान किया है।


फिल्म रोकने का निर्णय अस्वीकार्य

लेकिन, लंदन स्थित 'द लेडी ऑफ हेवन' के कार्यकारी निर्माता मलिक श्लिबक ने सिनेमाघरों के मालिकों द्वारा फिल्म को रोकने के निर्णय को अस्वीकार्य कहा है।उन्होंने कहा, कि ये कदम इन कट्टरपंथी चरमपंथियों और उनकी मांगों के आगे झुकना है। उन्होंने कहा कि यह एक व्यक्तिगत फिल्म के रूप में द लेडी ऑफ हेवन से कहीं बड़ा विषय है। यह हमारे ब्रिटिश मूल्यों के बारे में है और ये इस बारे में है कि वह हमारे लिए कितना मायने रखते हैं। उन्होंने कहा, इन गुटों को अब यह तय करने की शक्ति दी गई है कि ब्रिटिश जनता अपने स्थानीय सिनेमाघरों में क्या देख सकती है और क्या नहीं।

सभी स्क्रीनिंग रद्द

उधर, सिने वर्ल्ड के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि उन्होंने ने भविष्य की सभी स्क्रीनिंग को रद्द कर दिया है।।उन्होंने कहा, "द लेडी ऑफ हेवन' की स्क्रीनिंग से संबंधित हालिया घटनाओं के कारण, हमने अपने कर्मचारियों और ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देशभर में फिल्म की आगामी स्क्रीनिंग को रद्द करने का निर्णय लिया है।' वू सिनेमाज के एक प्रवक्ता ने कहा कि फिल्म शेड्यूलिंग के फैसले हर साइट के आधार पर लिए गए थे, लेकिन उन्होंने ये भी पुष्टि की, कि द लेडी ऑफ हेवन अभी भी उनके थिएटरों के एक नंबर पर शो में थी।

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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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