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Ajab Gajab News: चमत्कार! एक सौ बीस सालों से जल रहा है ये बल्ब

Ajab Gajab News: यह बल्ब भारत नही कैलिफोर्निया के लिवरमोर शहर में है । यह बल्ब दमकल केंद्र में लगा हुआ है । इस बल्ब का नाम सेंटेनियल रखा गया है। इसे बनाने वाली कम्पनी का नाम शेल्बी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी है । इसे 1901 में बनाकर पहली बार जलाया गया था तब से लेकर आज तक यह बल्ब जल ही रहा है।

Akshita
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Published on: 15 Sep 2023 2:56 AM GMT
It is a miracle that this bulb has been burning for one hundred and twenty years in Livermore city of California
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चमत्कार है कैलिफोर्निया के लिवरमोर शहर में एक सौ बीस सालों से जल रहा है ये बल्ब: Photo- Social Media

Ajab Gajab News: आज के जमाने में LED बल्ब आपने देखे होंगें, नए नए तकनीक के साथ बल्ब आपके सामने हैं । अतीत की बात करें तो बिजली से जलने वाले बल्ब का अविष्कार थॉमस अल्वा एडिसन ने किया था। आज बाजार में कई तरह के बल्ब मौजूद हैं। कई कंपनियां ऐसी हैं, जो अपने बल्ब पर एक या दो साल की गारंटी देती हैं। आप ऐसे बल्ब कम ही देखते होंगें जो दो साल से अधिक चल जाएं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे बल्ब के बारे में बताएंगे, जो एक-दो साल नहीं, बल्कि 120 साल से लगातार जल रहा है। आपको सुन कर हैरानी होगी । पर यह बात सच है।यह बल्ब आजतक फ्यूज नहीं हुआ है। जिसके कारण लोगों के बीच यह चमत्कार बन गया है ।यह बल्ब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। इस बल्ब की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से की जाती है।

यह दुनिया का सबसे पुराना बल्ब है

यह बल्ब भारत नही कैलिफोर्निया के लिवरमोर शहर में है । यह बल्ब दमकल केंद्र में लगा हुआ है । इस बल्ब का नाम सेंटेनियल रखा गया है। इसे बनाने वाली कम्पनी का नाम शेल्बी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी है । इसे 1901 में बनाकर पहली बार जलाया गया था तब से लेकर आज तक यह बल्ब जल ही रहा है ।

यह दुनिया का सबसे पुराना बल्ब है: Photo- Social Media

साल 1937 में बिजली का तार बदलने के लिए इस बल्ब को पहली बार बंद किया गया था और तार बदलने के बाद उसे फिर से जला दिया गया था। इतने साल से लगातार जलने वाले इस बल्ब का 2001 में 100 वा जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाया गया था ।यह बल्ब 24 घंटे चलता रहता है ।जिसमें संगीत पार्टी का भी आयोजन किया गया था।यह बल्ब अब आश्चर्य का विषय बन गया है इसलिए दमकल केंद्र में कभी-कभी इतनी भीड़ हो जाती है कि लगता है कि वो कोई म्यूजियम हो।

लेकिन बल्ब फिर जलने लगा

2013 में इसके बंद होने पर लगा यह अब खराब हो गया है पर जाँच के समय तार में खराबी निकली। इसके बाद तार को फिर से बदल दिया गया। बल्ब फिर जलने लगा। हालाँकि इसकी रोशनी में कमी आयी है ।1901 में यह बल्ब 60 वॉट का था। फिर समय के साथ इसका आउटपुट कम होता गया।2021 में ये बल्ब 4 वॉट तक की ही रोशनी दे पता था ।इस बल्ब को शेल्बी इलेक्ट्रॉनिक्स नाम की कंपनी ने 1890 के आस-पास बनाया था।कहते हैं यह बल्ब डेनिस बर्नल ने 1901 में दमकल विभाग को दान में दिया था। बर्नल लीवरमोर पावर एंड वाटर कंपनी के मालिक थे। कम्पनी बेचने के साथ साथ यह बल्ब भी साथ में दान कर दिया ।

Shashi kant gautam

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