Trump Tariff: लागू हो गई ट्रम्प की टैरिफ, इस सुनामी की चपेट में भारत भी शामिल

Trump Tariff: अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने जिन टैरिफ का ऐलान किया था वो आज यानी 9 अप्रैल से लागू हो गई हैं।

Newstrack          -         Network
Published on: 9 April 2025 11:05 AM IST
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Trump Tariff: अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने जिन टैरिफ का ऐलान किया था वो आज यानी 9 अप्रैल से लागू हो गई हैं। इसका मतलब है कि भारत समेत तमाम अन्य देशों से अमेरिका में जाने वाले सामानों पर आज से बढ़ी हुई दरों पर इम्पोर्ट टैक्स लगेगा। इस टैक्स को आप चाहें तो इम्पोर्ट ड्यूटी या टैरिफ - कुछ भी कह सकते हैं। ट्रम्प इस टैक्स को स्थायी रूप से लागू रखेंगे या इसे बातचीत के एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करेंगे, इस पास सस्पेंस बना हुआ है। ट्रम्प ने कहा है कि दोनों ही बातें हो सकती हैं।

बहरहाल, टैरिफ की सुनामी से अमेरिका समेत दुनिया भर के स्टॉक मार्केट गोते लगा रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि ट्रम्प कब तक अन्य देशों पर अपने कठोर टैरिफ को जारी रखेंगे, वे लंबे समय तक चलते हैं, तो अर्थशास्त्रियों और निवेशकों को उम्मीद है कि वे मंदी का कारण बनेंगे। लेकिन यदि ट्रम्प जल्दी बातचीत के माध्यम से उन्हें कम करते हैं, तो सबसे खराब स्थिति से बचा जा सकता है।

अमेरिकी शेयर बाजार यानी वॉल स्ट्रीट पर अभी भी उम्मीद बनी हुई है कि बातचीत संभव हो सकती है।

सबसे बड़ा बोझ चीन पर

टैरिफ की शुरुआत 10 प्रतिशत की बेसलाइन दर से होती है, जिसे पिछले हफ्ते में लागू किया गया था। हालांकि, कई देशों को 11 प्रतिशत से लेकर 84 प्रतिशत तक के बीच कहीं ज़्यादा टैक्स का सामना करना पड़ता है। सबसे ज़्यादा प्रभावित देशों में चीन है, जो अब अमेरिका को अपने निर्यात पर 104 प्रतिशत का कुल टैरिफ बोझ झेल रहा है। इसमें पहले लगाया गया 20 प्रतिशत शुल्क, पिछले सप्ताह घोषित 34 प्रतिशत शुल्क और 8 अप्रैल की देर रात ट्रम्प द्वारा घोषित 50 प्रतिशत की वृद्धि शामिल है।

चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि चीन पर टैरिफ बढ़ाने की अमेरिका की धमकी एक गलती के ऊपर एक गलती है। चीन इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा। चीन अंत तक लड़ेगा।

भारत पर प्रभाव

इस बीच, भारत अपने निर्यात पर 26 प्रतिशत टैक्स के अधीन है। जबकि अमेरिका ने कुछ प्रमुख भारतीय वस्तुओं, जैसे सेमीकंडक्टर, तांबा और फार्मास्यूटिकल्स को छोड़ दिया है, ऑटो पार्ट्स, रत्न और आभूषण जैसी अन्य प्रमुख निर्यात श्रेणियों पर इसका असर पड़ने की उम्मीद है।

Sonali kesarwani

Sonali kesarwani

Content Writer

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