TRENDING TAGS :
US Election: ट्रंप की जीत से बांग्लादेश में हो सकता है बड़ा सियासी खेल,शेख हसीना को सत्ता में वापसी की आस
US Election: भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी ट्रंप की जीत का बड़ा असर दिख सकता है। बांग्लादेश में सत्ता से बेदखल की गई पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ट्रंप को इस बड़ी जीत के लिए बधाई संदेश भेजा है।
US Election: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को मिली बड़ी जीत का पूरी दुनिया में असर दिखने की संभावना जताई जा रही है। भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी ट्रंप की जीत का बड़ा असर दिख सकता है। बांग्लादेश में सत्ता से बेदखल की गई पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ट्रंप को इस बड़ी जीत के लिए बधाई संदेश भेजा है।
माना जा रहा है कि ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद वे अमेरिका का दौरा भी कर सकती हैं। खुद को सत्ता से हटाए जाने के बाद शेख हसीना ने बांग्लादेश में हुए बवाल के पीछे अमेरिका का हाथ बताया था। हालांकि अमेरिका की ओर से इसका खंडन किया गया था। अब अमेरिका में बाइडेन प्रशासन की विदाई के बाद शेख हसीना को बांग्लादेश की सत्ता में अपनी वापसी की राह दिखने लगी है। शेख हसीना के लंबे चौड़े बधाई संदेश के पीछे इसे बड़ा कारण माना जा रहा है।
शेख हसीना ने ट्रंप की नेतृत्व क्षमता को सराहा
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल करने वाले ट्रंप को शेख हसीना की ओर से भेजा गया बधाई संदेश साधारण या औपचारिक नहीं है। शेख हसीना ने अपने बधाई संदेश में ट्रंप की नेतृत्व क्षमता और अमेरिकी जनता की ओर से उन पर जताए गए भरोसे की दिल खोलकर सराहना की है। उन्होंने यह उम्मीद भी जताई है कि ट्रंप के नए कार्यकाल के दौरान अमेरिका और बांग्लादेश के द्विपक्षीय संबंधों में और मजबूती आएगी।
शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के एक्स हैंडल से लिखा गया कि बांग्लादेश अवामी लीग की अध्यक्ष शेख हसीना ने डोनाल्ड ट्रंप को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर बधाई दी है।शेख हसीना ने कहा कि अपने असाधारण नेतृत्व कौशल के दम पर ट्रंप ने यह जीत हासिल की है और अमेरिकी लोगों ने उन पर भरोसा जताया है। इसके साथ ही शेख हसीना ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री के रूप में ट्रंप के साथ हुई अपनी बैठकों और बातचीत को भी याद किया है।
अमेरिका से द्विपक्षीय रिश्तों में मजबूती का भरोसा
बांग्लादेश की सत्ता से बेदखल होने के बाद भारत में निर्वासित जीवन बिता रही शेख हसीना ने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान बांग्लादेश और अमेरिका की मित्रता और द्विपक्षीय रिश्तों में और मजबूती आएगी।
उन्होंने दोनों देशों के द्विपक्षीय और बहुपक्षीय हितों को आगे बढ़ाने के लिए फिर से साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता भी व्यक्त की। उन्होंने ट्रंप और उनके परिजनों के अच्छे स्वास्थ्य, दीर्घायु और खुशहाली की कामना के साथ अमेरिका की प्रगति व समृद्धि की भी कामना की है।
बांग्लादेश की सत्ता में वापसी की रणनीतिक पहल
शेख हसीना की ओर से यह बधाई संदेश भेजे जाने के बाद साफ हो गया है कि अब वे अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की दिशा में सक्रिय हो गई हैं। मौजूदा समय में बांग्लादेश के प्रमुख मोहम्मद यूनुस की बाइडेन प्रशासन से घनिष्ठता मानी जाती रही है। यूनुस का क्लिंटन परिवार और डेमोक्रेटिक पार्टी के अन्य नेताओं के साथ भी नजदीकी संपर्क रहा है।
दूसरी ओर नए राष्ट्रपति के रूप में अमेरिका की सत्ता पर आसीन होने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप मोहम्मद यूनुस को तनिक भी पसंद नहीं करते। ऐसे में शेख हसीना की ओर से भेजे गए बधाई संदेश को बांग्लादेश की सियासत में वापसी की दिशा में एक रणनीतिक पहल के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि शेख हसीना को ट्रंप प्रशासन की ओर से समर्थन हासिल हो सकता है।
यूनुस से ट्रंप की नाराजगी का बड़ा कारण
बांग्लादेश के मौजूदा प्रमुख मोहम्मद यूनुस के प्रति ट्रंप की नाराजगी अनायास नहीं है। दरअसल 2016 में अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान यूनुस पर ट्रंप के विरोध में फंडिंग जुटाने का आरोप लगा था। इस समय से ट्रंप मोहम्मद यूनुस से खासा नाराज दिखते रहे हैं और आने वाले दिनों में इसका बड़ा असर दिख सकता है।दीपावली के मौके पर अपने बधाई संदेश के दौरान ट्रंप ने बांग्लादेश में हिंदुओं, ईसाइयों और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के साथ हुई बर्बर हिंसा का मुद्दा उठाया था। उनका कहना था कि इस हिंसा को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने हिंदुओं के साथ की जा रही हिंसा को रोकने पर जोर दिया था।ऐसे में माना जा रहा है कि अमेरिका की सत्ता में ट्रंप की वापसी से आने वाले दिनों में मोहम्मद यूनुस की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं और इसी कारण शेख हसीना को सत्ता में वापसी की राह दिखने लगी है।