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Turkey Earthquake: भारतीय युवक विजय की लाश मलबे से बरामद, बिगड़ गया था चेहरा...हाथ पर बने ओम टैटू से हुई पहचान
Turkey Earthquake: तुर्किये में विनाशकारी भूकंप के बाद से ही भारतीय नागरिक विजय कुमार की तलाश जारी थी। वो 6 फ़रवरी से लापता थे। विजय उत्तराखंड के रहने वाले थे।
Turkey Earthquake: तुर्किये में बीते 6 फरवरी को आए विनाशकारी भूकंप के बाद से लापता भारतीय नागरिक की लाश एक होटल के मलबे से बरामद हुआ है। तुर्किये के मलत्या में होटल के मलबे से शव बरामद होने के बाद भारतीय दूतावास (Indian Embassy) को जानकारी दी गई। इंडियन एंबेसी ने शनिवार (11 फरवरी) को ट्वीट कर जानकारी दी। मृतक व्यक्ति की पहचान विजय कुमार (Vijay Kumar) के रूप में हुई है। विजय उत्तराखंड के पौड़ी जिले निवासी थे। वो बेंगलुरु की एक कंपनी में काम करते थे। किसी आधिकारिक काम की वजह से वो तुर्किये गए थे।
भारतीय दूतावास ने बताया कि, भूकंप में मलबे में दबे होने से विजय कुमार का चेहरा पहचानना मुश्किल हो रहा था। दरअसल, उनका चेहरा पूरी मलबे से कुचल गया था। उनके एक हाथ पर 'ओम' शब्द का टैटू था। विजय कुमार पीन्या इंडस्ट्रियल एस्टेट (Peenya Industrial Estate) में बेंगलुरु स्थित ऑक्सी प्लांट इंडिया (Oxy Plant India) के साथ गैस पाइपलाइन इंस्टॉलेशन इंजीनियर के रूप में काम कर रहे थे। विजय 22 जनवरी को बेंगलुरु से तुर्किये गए थे। प्रलयंकारी भूकंप के बाद से ही घरवालों से विजय का संपर्क नहीं हो पा रहा था। वो काफी परेशान चल रहे थे।
दूतावास ने ट्वीट कर की मौत की पुष्टि
विजय कुमार गौड़ (Vijay Kumar Gaur) उत्तराखंड के पौड़ी जिले के कोटद्वार (Kotdwar) के पदमपुर इलाके के निवासी थे। तुर्किये में जब उस होटल का मलबा हटाया जा रहा था जिसमें विजय ठहरे थे, तो उनका कपड़ा मिला था। तुर्किये में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, 'हम दुख के साथ सूचित करते हैं कि 6 फरवरी के भूकंप के बाद से तुर्की में लापता हुए भारतीय नागरिक विजय कुमार के शव के कुछ हिस्से मिले हैं। मलत्या के एक होटल के मलबे से उनका शव निकाला गया है। विजय वहां एक बिजनेस ट्रिप पर गए थे।'
पार्थिव शरीर कोटद्वार पहुंचने में लग सकते हैं 3 दिन
विजय गौड़ परिवार वाले भूकंप के बाद से ही डरे थे। उन्हें किसी अनहोनी की आशंका थी। उनकी पत्नी और बेटे काफी परेशान थे। तुर्किये की भूकंप से आई तबाही का मंजर दुनिया ने देखा। सर्च ऑपरेशन के पांचवें दिन परिवार को झकझोर देने वाली खबर मिली। बताया गया है कि, विजय कुमार का पार्थिव शरीर पहले इस्तांबुल, फिर दिल्ली लाया जाएगा। भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने बताया कि पारिवारिक सूत्रों को बता दिया गया है कि विजय के पार्थिव शरीर को कोटद्वार पहुंचने में 3 दिन लग सकते हैं।
भूकंप में अब तक 25 हजार की मौत
आपको बता दें कि, तुर्किये और सीरिया में भूकंप (Turkey-Syria earthquake) की वजह से अभी तक 25,000 से भी अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। तुर्की और सीरिया में अभी भी कई इलाके ऐसे हैं जहां राहत और बचाव का कार्य जारी हैं। मलबे से अभी और शव बरामद हो सकते हैं।
भूकंप के बाद से फोन बज रहा था
विजय के बड़े भाई अरुण कुमार गौड़ ने बताया कि, 'भूकंप के बाद से ही उनके भाई लापता थे। अरुण गौड़ ने बताया कि, इतने दिनों से उनका फोन बज तो रहा है लेकिन कोई जवाब नहीं दे रहा था। जिसके बाद अनहोनी की आशंका थी।'