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Monkeypox Virus Update: मंकीपॉक्स के दो नए स्ट्रेन मिले, कंट्रोल करना मुश्किल

Monkeypox Virus Update: मंकीपॉक्स के दो अलग-अलग सब वेरियंट पाए गए हैं।

Neel Mani Lal
Published on: 4 Jun 2022 12:54 PM IST
Monkeypox a Pandemic
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Monkeypox a Pandemic (Image credit: Social media)

Monkeypox Virus Update: मंकीपॉक्स के संक्रमण अब लगभग 30 से ज्यादा देशों में फैल गए हैं। भारत अभी तक इस बीमारी से बचा हुआ है और देश में किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए तैयारियां कर ली गईं हैं। अब एक्सपर्ट्स का कहना है कि मंकीपॉक्स से निपटने के लिए जागरूकता के साथ साथ वैक्सीनेशन का रास्ता अपनाना होगा।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञों ने पहले कहा था कि मंकीपॉक्स का प्रकोप महामारी में बदलने की संभावना नहीं है और इस वायरस पर काबू पाया जा सकता है। लेकिन अब इस संगठन ने मंकीपॉक्स पर यू-टर्न लेते हुए कहा है कि वायरस को कंट्रोल किया जा सकता है कि नहीं, ये अनिश्चित है।डब्ल्यूएचओ के यूरोप कार्यालय के प्रमुख डॉ हंस क्लूज ने कहा है कि - हम अभी तक ये नहीं जानते हैं कि क्या हम इसके प्रसार को पूरी तरह से रोक पाएंगे।उन्होंने खतरे को कम करने के लिए महत्वपूर्ण और तत्काल" कार्रवाई करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया है।

मंकीपॉक्स के दो अलग-अलग सब वेरियंट पाए गए

इस बीच एक चिंताजनक डेवलपमेंट ये हुआ है कि अमेरिका में मंकी पॉक्स के दो अलग-अलग सब वेरियंट पाए गए हैं। इससे माना जा रहा है कि इस बीमारी का फैलाव गुपचुप होता जा रहा है। अमेरिका के संघीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि कई अमेरिकी मामले यूरोप में हाल के मामलों के समान स्ट्रेन के कारण हुए थे, लेकिन कुछ नमूने एक अलग स्ट्रेन दिखाते हैं।

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के जेनिफर मैकक्विस्टन ने कहा कि अमेरिका और अन्य जगहों पर मंकीपॉक्स कितने समय से चल रहा है, यह निर्धारित करने के लिए कई और रोगियों के विश्लेषण की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि यह निश्चित रूप से संभव है कि अमेरिका में इस बीमारी के ऐसे मामले हो सकते हैं जो पहले पकड़ में नहीं आये। उन्होंने कहा कि अमेरिका के कुछ हिस्सों में मंकीपॉक्स का कम्युनिटी स्प्रेड हो रहा है। खासतौर पर ऐसे इलाकों में जहां वायरस की पहचान अभी तक नहीं हुई है।सीडीसी ने कहा कि वह संक्रमण खोजने पर अपने काम को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, और संभावना है कि और मामले सामने आएंगे।

वर्तमान हालातों के मद्देनजर सस्केचेवान विश्वविद्यालय में एक वायरोलॉजिस्ट डॉ एंजेला रासमुसेन ने कहा है कि मंकीपॉक्स प्रकोप को नियंत्रित करना मुश्किल होगा।।उन्होंने कहा कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि संक्रमण कितने समय से और कहाँ हो रहा है। कुछ संक्रमणों का कुछ और के रूप में गलत निदान किया गया हो सकता है। रासमुसेन ने कहा, "हमें वास्तव में इस बात की अच्छी समझ नहीं है कि कितने मामले हैं।"

अमेरिका ने 11 राज्यों में 20 मामलों की पहचान की थी

मंकीपॉक्स अफ्रीका के कुछ हिस्सों में स्थानिक है, जहां लोग छोटे जानवरों के काटने से संक्रमित हुए हैं। यह आमतौर पर लोगों के बीच आसानी से नहीं फैलता है।।लेकिन पिछले महीने, यूरोप और अमेरिका में मामले सामने आने लगे। वायरस की गिरफ्त में आये कई लोगों ने अंतरराष्ट्रीय यात्राएं भी की थीं। ऐसे में संक्रमण एक जगह से दूसरी जगह फैलता गया।

शुक्रवार तक, अमेरिका ने 11 राज्यों में कम से कम 20 मामलों की पहचान की थी। अन्य देशों में सैकड़ों अन्य मामले पाए गए हैं, जिनमें से कई यूरोप में हाल ही में दो लहरों में यौन गतिविधियों से जुड़े हुए हैं। अब तक, अफ्रीका के बाहर रिपोर्ट किए गए कई मामले पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि किसी को भी मंकीपॉक्स हो सकता है।

ये बीमारी आमतौर पर फ्लू जैसे लक्षणों और लिम्फ नोड्स की सूजन के साथ शुरू होती है, इसके बाद चेहरे और शरीर पर दाने होते हैं। अमेरिका या यूरोप में अब तक मंकीपॉक्स से मौतों की सूचना नहीं मिली है। लेकिन यह स्थिति बदल सकती है अगर संक्रमण अधिक कमजोर लोगों में होने लगे, जैसे कि बहुत छोटे बच्चे या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग। भले ही लोगों के बीच प्रकोप समाहित हो, यह संभव है कि वायरस गिलहरियों की आबादी में पकड़ बना सकता है जिससे संक्रमण फैलाने के और चैनल बन जाएंगे।



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Ragini Sinha

Ragini Sinha

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