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Rishi Sunak: किंग चार्ल्स ने ऋषि सुनक को आधिकारिक रूप से ब्रिटेन का प्रधानमंत्री नियुक्त किया
Rishi Sunak: ऋषि सुनक ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेते ही एक नया इतिहास रचेंगे। ऐसे में आइये जानते हैं उनके बारे में 10 दिलचस्प बातें।
London: ऋषि सनक ने मंगलवार को इतिहास रच दिया जब उन्हें किंग चार्ल्स III द्वारा ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधान मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था, जो कि दिवाली पर गवर्निंग कंजर्वेटिव पार्टी के नए नेता के रूप में निर्विरोध चुने गए थे। 42 वर्षीय राजकोष के पूर्व चांसलर, एक धर्मनिष्ठ हिंदू, 210 वर्षों में सबसे कम उम्र के ब्रिटिश प्रधान मंत्री हैं। वह यूके में भारतीय विरासत के पहले हिंदू प्रधान मंत्री भी हैं।
सोमवार को परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद टोरी नेता के रूप में अपने पहले संबोधन में, सनक ने कहा कि उनकी प्राथमिकता देश को एक साथ लाना होगा और कहा कि देश को वापस देने के लिए अपने जीवन का सबसे बड़ा विशेषाधिकार प्राप्त करने के लिए वह "विनम्र और सम्मानित" थे। मेरा इतना कर्ज है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल (British Prime Minister Winston Churchill) भारतीयों को कमतर आंकते हुए उन्हें लीडरशिप के लिए फिट नहीं मानते थे । उनका कहना था कि भारतीय नेता बहुत कमजोर और भूसे के पुतलों जैसे होंगे, इसलिए देश को आजाद नहीं किया जा सकता। चर्चिल के इस कथन के तकरीबन सात दशक से अधिक समय के बाद उनके देश का नेतृत्व एक भारतीय मूल का शख्स करने जा रहा है। ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेते ही एक नया इतिहास रचेंगे।
उनकी कहानी 200 सालों तक भारतीयों को गुलाम बनाने वाले अंग्रेजों के देश में भारतीय समुदाय के बढ़ते दबदबे को बयां करती है। उनके इस कामयाबी से न केवल भारतीय गदगद हैं बल्कि अन्य दक्षिण एशियाई देश भी काफी खुश हैं।
ऋषि सुनक की जर्नी (Rishi Sunak's Journey)
ऋषि सुनक की यहां तक की जर्नी काफी दिलचस्प है। विभाजन से पूर्व ही भारत छोड़कर विदेशी धरती पर बसा सुनक परिवार आज भी अपनी परंपरा और धर्म में उतना ही विश्वास रखता है, जितना कि उनके पूर्वज भारत में रहते हुए रखा करते थे। तो आइए दस बिंदुओं में ऋषि सुनक के बारे में जानते हैं –
1. ऋषि सुनक का परिवार आजादी से पहले पाकिस्तान के हिस्से वाले पंजाब से पूर्वी अफ्रीका में जाकर बस गए। वहां से 1960 के दशक में उनका परिवार यूके आ गए। सुनक के पिता यशवीर नायक ब्रिटेन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा में कार्यरत थे जबकि मां उषा नायक एक केमिस्ट शॉप चलाती थीं।
2. ऋषि ने दिग्गज भारतीय आईटी कंपनी इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से साल 2009 में शादी की। दोनों की 2 बेटियां हैं, जिनके नाम कृष्णा और अनुष्का हैं।
3. साल 2015 में यॉर्कशायर से सांसद चुने जाने के बाद ऋषि सनक ने संसद में भगवत गीता पर हाथ शपथ रखकर शपथ ली। ऐसा करने वाले वह ब्रिटेन के पहले सांसद थे।
4. ऋषि सुनक साल 2019 में बोरिस जॉनसन के प्रधानमंत्री रहते हुए ट्रेजरी के चीफ सेक्रेटरी बने थे। उस दौरान उन्होंने दिवाली के मौके पर डाउनिंग स्ट्रीट अपने आवास पर दीये जलाए थे।
5. आम भारतीय परिवारों की तरह सुनक के परिवार में शिक्षा पर काफी जोर दिया जाता था। उन्होंने प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से राजनीति, दर्शन और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। राजनीति में आने से पहले ऋषि सुनक बतौर इनवेस्टमेंट बैंकर के तौर पर काम कर चुके हैं।
6. ऋषि सुनक अक्सर अपनी विरासत और कैसे उनके परिवार ने उन्हें हमेशा मूल्यों और संस्कृति के बारे में याद दिलाया, के बारे में बात किया करते हैं।
7. सुनक प्रायः अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ भारत की आईटी सिटी बेंगलुरू की यात्रा करते हैं, जहां उनके ससुर और इंफोसिस फाउंडर नारायण मूर्ति रहते हैं।
8. ऋषि सुनक के जीवन पर भगवत गीता का बड़ा प्रभाव है। 2022 की गर्मियों में जब वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे थे, तब उनकी अमीरी को लेकर उन्हें खूब निशाना बनाया गया। ऋषि इन हमलों से विचलित नहीं हुए। अपने एक बयान में उन्होंने कहा कि भगवत गीता अक्सर तनावपूर्ण स्थितियों के दौरान उन्हें बचाती है और उन्हें कर्तव्यपरायण होने की याद दिलाती है।
9. इस बात में कोई शक नहीं कि सुनक दंपति ब्रिटेन के सबसे रईस लोगों की सूची में शुमार है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऋषि सुनक की कुल संपत्ति 700 मिलियन पाउंड से अधिक है। यॉर्कशायर में एक हवेली के मालिक होने के अलावा, ऋषि और उनकी पत्नी अक्षता के पास मध्य लंदन के केंसिंग्टन में एक संपत्ति है।
10. ऋषि सुनक क्रिकेट खेलने के शौकीन हैं। वे फिट रहने के लिए क्रिकेट खेलते रहते हैं।