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Ukraine Crisis: यूक्रेन के साथ जारी तनाव के बीच पुतिन का नया दांव, पूर्वी यूक्रेन को मान्यता देने पर विचार
Russia-Ukraine Crisis: अमेरिका (America) लगातार यूक्रेन की तरफ से रूस के समक्ष मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि इसमे उसे अभी तक कामयाबी हासिल नहीं हुई है।
New Delhi: दुनियाभर के लोगों की नजर इस समय यूक्रेन और रूस (Ukraine and Russia dispute) के बीच जारी तनाव पर है। तनाव कब युद्ध की चिंगारी का रूप ले ले, इसे लेकर लोग विशेषकर पश्चिम के लोग खासे चिंतित हैं। दोनों देशों के बीच लगातार तनाव कम करने की अंतराष्ट्रीय कोशिशें जारी है। इस बीच रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने नया दांव चल दिया है। पुतिन ने सुरक्षा परिषद के साथ बैठक में कहा कि वे पूर्वी यूक्रेन को मान्यता देने पर विचार कर रहे हैं। ध्यान रहे ये बयान यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलदोमीर जेलेंस्की के पूर्वी यूक्रेन में तत्काल युद्धविराम के आह्वान के एक दिन बाद आया है।
अमेरिका पर एकबार फिर भड़के पुतिन
रूसी राष्ट्रपति ने सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि रूस ने टेंशन कम करने का हरसंभव प्रयास किया है। दोनों देशों की सीमा पर शांतिपूर्ण माहौल बना रहे, इसके लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है। इस दौरान पुतिन अमेरिकी नीत नाटों पर गुस्साए नजर आए । उन्होंने अमेरिका को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि उन्हें नाटो या अमेरिका की कोई गारंटी नहीं चाहिए।
दरअसल, अमेरिका (America) लगातार यूक्रेन की तरफ से रूस के समक्ष मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि इसमे उसे अभी तक कामयाबी हासिल नहीं हुई है। लिहाजा जो बाइडन प्रशासन लगातार रूस को हमले करने पर गंभीर परिणाम भूगतने को तैयार रहने की धमकी दे रहा है। वहीं रूस अमेरिका पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगा रहा है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने की थी शांति की पहल
बीते दिनों यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलदोमीर जेलेंस्की (Ukrainian President Volodymyr Zelensky) ने बड़ा कदम उठाते हुए अपने रूसी समकक्ष ब्लादिमीर पुतिन को बैठकर बातचीत के जरिए मसले का हल निकालने का न्यौता दिया था। उन्होंने तत्काल तनाव कम करने के लिए शुरूआती पहल करते हुए देश के पूर्वी हिस्से में तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया । ये वहीं हिस्सा जहां हाल के दिनों में यूक्रेनी सेना औऱ रूस समर्थित अलगाववादियों के बीच संघर्ष में वृध्दि दर्ज की गई थी।
रूस औऱ यूक्रेन के बीच नाराजगी की वजह
गौरतलब है कि कभी रूसी साम्राज्य औऱ फिर बाद में सोवियत संघ का अंग रहे यूक्रेन अब धीरे–धीरे अमेरिका नीत पश्चिमी दुनिया के पाले में जा रहा है। जो रूस को हरगिज मंजूर नहीं है। यूक्रेन ने जब नाटों में शामिल होने की इच्छा जताई तब रूस एकदम भड़क गया और ऐसा करने पर यूक्रेन को गंभीर परिणाम भूगतने की चेतावनी दी। तब से ही दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। अमेरिका यूक्रेन के समर्थऩ में (America in support of Ukraine) खुलकर आ गया है। दरअसल रूस नहीं चाहता कि उसकी सीमा पर नाटों जैसे उसके प्रतिद्वंदी सैन्य गठबंधन की मौजूदगी हो।