UN में प्रस्तावित सुधार वैश्विक चुनौतियों से लड़ने को पर्याप्त नहीं

Rishi
Published on: 4 Oct 2017 11:27 AM GMT
UN में प्रस्तावित सुधार वैश्विक चुनौतियों से लड़ने को पर्याप्त नहीं
X

संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि तेज गति से होते बदलावों के बीच चरमराते और ढहते विश्व की चुनौतियों से लड़ने के लिए संयुक्त राष्ट्र में प्रस्तावित सुधार पर्याप्त नहीं हैं।

उन्होंने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र के कामकाज की वार्षिक रपट पर चर्चा में कहा, "अगर हम आने वाले समय में अपनी ऐतिहासिक नियति के गुलाम नहीं बने रहना चाहते, अगर हम तेज रफ्तार से आते खतरों से मुकाबला करना चाहते हैं तो हमें मामूली बदलावों से बढ़कर काम करना होगा।"

ये भी देखें: RBI ने नहीं की ब्याज दरों में कटौती, लेकिन विकास की धीमी हुई रफ्तार

अकबरुद्दीन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर संयुक्त राष्ट्र चुनौतियों का सामना करने के लिए 'आकस्मिक संकटों' द्वारा बाध्य किए जाने का इंतजार करता रहेगा तो हम ऐसा संयुक्त राष्ट्र के औचित्य और कामकाज को लेकर गहराते संकट की कीमत पर करेंगे।

उन्होंने सवाल उठाया, "क्या हम पूरी ईमानदारी से कह सकते हैं कि जिन सुधारों पर हम विचार कर रहे हैं, वे हमें कृत्रिम बौद्धिकता, सिंथेटिक बायोलॉजी, जियो-इंजीनियरिंग, निर्देशित ऊर्जा प्रणालियों में तीव्र गति से हो रहे तकनीकी विकास से जुड़ी चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाएंगे।"

ये भी देखें:UN: एनम ने सिर्फ 45 सेकेंड में दिया PAK को मुंहतोड़ जवाब

उन्होंने कहा कि दुनिया को जहां पर्यावरण, परमाणु प्रसार के खतरों, सशस्त्र संघर्ष, भीषण शरणार्थी संकट, आतंकवाद और स्थानीय संकट जैसे वर्तमान संकटों के अलावा भविष्य की चुनौतियों से निपटना है, बहुपक्षीयता कम होती दिखाई दे रही है और वैश्विक साझेदारी की भावना मंद पड़ती नजर आ रही है।

ये भी देखें:शिक्षे तुम्हारा नाश हो, अब नौकरी के हित भी नहीं रही….

उन्होंने कहा कि शांति, न्याय और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सक्रिय प्रयासों के लिए सामूहिक कदम उठाने की जरूरत है और भारत सभी के लिए स्थायी शांति और संपन्नता की राह निकालने के लिए संयुक्त राष्ट्र सदस्यों और महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story