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इस शख्स ने ऐसे किया प्रपोज,GF की हो गई आंखे नम, बन गया वर्ल्ड रिकॉर्ड
जयपुर : सच्चा प्यार और उसके इजहार के अनोखें तरीका हर इंसान का सपना होता है । चाहे वे लड़की हो या लड़का। प्यार में कुछ हटकर करने की चाहत जरुर होती है। कुछ ऐसा ही जापान की राजधानी टोक्यो के एक शख्स ने अपनी गर्लफ्रेंड को प्रपोज किया। जिस अंदाज में मैरिज के लिए प्रपोज किया ।वह उसे जीवनभर यादगार रहेगा। उसने उसे प्रपोज करने के लिए बेहद अनोखा तरीका निकाला। याशुशी नाम के इस शख्स ने इसके लिए 6 महीने की यात्रा की। इसके अलावा उसे गूगल अर्थ एप और जीपीएस की भी जरूरत पड़ी। इतना ही नहीं उसने इन सब चीजों पर काफी समय भी बिताया। उसके प्रपोजल का ये तरीका ना सिर्फ उसकी गर्लफ्रेंड को बेहद पसंद आया। बल्कि उसने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी कायम कर लिया।2008 में ही टोक्यो के याशुशी ने ये फैसला कर लिया था कि वह अपनी गर्लफ्रेंड नात्सुकी को बेहद अलग अंदाज में शादी के लिए प्रपोज करेगा।
— Google (@Google) 10 April 2019
याशुशी की स्टोरी को गूगल ने भी गूगल पर शेयर किया है जो काफी वायरल हो रहा है। उसने तब से ही गूगल अर्थ और जीपीएस के जरिए 10 सालों तक रिसर्च किया। इसकी मदद से उसने स्ट्रीट व्यू तैयार किया जो अपने आप में बेहद खूबसूरत नजारा था।इसी नजारे को उसने अपने प्रपोजल के लिए शामिल करने का मन बनाया।याशुशी के इस यात्रा को आप वीडियों में देख सकते हैं।
जीपीएस डिवाइस एक आर्ट है जिसकी मदद से लंबी दूरी की यात्रा कर डिजिटली रुट की लाइन ड्रा होती है। जब गूगल अर्थ जैसे मैपिंग टूल पर रुट अपलोड किया जाता है तो उसपर डिजिटली एक आकार बन जाता है। इस तरह से उसने लंबी दूरी की यात्रा की और इस तरह से( MARRY ME )का आकार बनाया। जापान के मैप पर मैरी मी का ये दृश्य देखना बेहद भव्य एहसास देने वाला था।
इसे पूरा करने के लिए उसने अपनी नौकरी तक छोड़ दी थी इसके बाद कागोशिमा के एक द्वीप से दूसरे द्वीप की लंबी यात्रा की। छह महीने की इस यात्रा के बाद उसके इस प्रपोजल को देखकर उसकी गर्लफ्रेंड की आंखें नम हो गई और उसने तुरंत हां कर दिया। एक पोस्ट के हवाले से उसने बताया कि यह उसके लिए एक बड़ा सरप्राइज था। मुझे दुनिया में सबसे ज्यादा स्पेशल फील हो रहा था। ट्विटर पर पोस्ट होते ही इस वीडियो को 17,000 से भी ज्यादा बार शेयर किया जा चुका था और लाखों में कमेंट्स आ चुके थे।उसने लगभग 7,000 किमी की दूरी तय की। इस तरह से उसने अपनी यात्रा के अंतिम मंजिल पर उसने दिल का आकार बनाया।