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पाकिस्तान में टारगेट किलिंग में भारत के रोल पर अमेरिका बोला, हम बीच में नहीं आ रहे
Pak Target Killings: ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने पिछले दिनों अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों की टारगेट किलिंग की है। अब अमेरिका की प्रतिक्रिया आई है।
Pak Target Killings: पाकिस्तान में भारत के मोस्ट वांडेट आतंकियों के टारगेट किलिंग मामले में अब अमेरिका की प्रतिक्रिया आई है। भारत को अमेरिका का साथ मिला है। बीते कुछ महीनों से पाकिस्तान के अंदर भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी लगातार मारे जा रहे हैं जिसके बाद से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं इसके पीछे इस्लामाबाद ने भारतीय खुफिया एजेंसी राॅ का हाथ बताया है और कहा है कि वह टारगेट किलिंग करवा रही है। इन्हीं आरोपों पर ब्रिटिश अखबार ‘द गार्जियन‘ ने कथित इंवेटिगेटिव स्टोरी की थी। अब इन्हीं आरोपों पर अमेरिका की प्रतिक्रिया भी सामने आई है।
अमेरिका बोला नहीं देंगे दखल
भारत पर पाकिस्तान में टारगेट किलिंग के आरोपों पर जब मीडिया ने अमेरिका से उसका पक्ष जानना चाहा तो विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, हम इस मुद्दे को लेकर आई मीडिया रिपोर्ट्स का अनुसरण कर रहे हैं। इन आरोपों पर हम कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं, लेकिन निश्चित रूप से, हम इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं। हम दोनों पक्षों से अनुरोध करते हैं कि वो तनाव से बचें और बातचीत के माध्यम से समाधान खोजें।
पाकिस्तन ने लगाया था आरोप
बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया था कि सियालकोट में शाहिद लतीफ और रावलकोट में मोहम्मद रियाज की हत्याएं भारतीय एजेंट्स योगेश कुमार और अशोक कुमार आनंद द्वारा की गई थीं। दरअसल पाकिस्तान के सियालकोट में आतंकी मौलाना मसूद अजहर का करीबी और पठानकोट एयर बेस हमले के मास्टरमाइंड जैश आतंकी शहीद लतीफ की 11 अक्टूबा 2023 को अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
खौफ में आए आतंकी
वहीं अब इन सबके बीच ‘न्दादवूद हनदउंद‘ के हमलों से घबराए आतंकी और उनके आका पाकिस्तान में अंडरग्राउंड हो गए हैं। पाकिस्तान में मौजूद इंडिया के मोस्ट वांटेड आतंकियों में टॉप लेवल के आतंकियों को आईएसआई ने सुरक्षा दे दी है। वहीं कुछ आतंकियों ने अत्याधुनिक हथियारों से लैस प्राइवेट सुरक्षा गार्ड रख लिए हैं। यही नहीं खौफ इतना है कि हमेशा कराची, लाहौर, रावलपिंडी में सामूहिक रैलियां और जलसे करने वाले आतंकी भी अब खुलेआम रैली और जलसों में शामिल नहीं हो रहे हैं।
ब्रिटिश न्यूज पेपर के खुलासे के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों की अब भारी किरकिरी हो रही है। लश्कर चीफ हाफिज सईद, मौलाना मसूद अजहर सालों से अंडरग्राउंड हो चुके हैं। इंडियन एजेंसियों को लगभग एक साल से इनका ना तो कोई ऑडियो मिला है और ना ही कोई सार्वजनिक मौजूदगी। इससे यह साफ है कि आतंकी अब पाकिस्तान में भी खौफ में हैं।