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मुसलमानों से हैवानियत: यहां बेंची जा रही इनकी लिवर-किडनी, अरबों कमा रहा चीन

Uyghurs Musalman China: रिपोर्ट में ऐसे कई भीषण विवरण उजागर किये गए है कि कैसे एक "स्वस्थ लीवर लगभग 160,000 अमरीकी डालर में बेंचा जाता है

Rajat Verma
Report Rajat VermaPublished By Ragini Sinha
Published on: 30 Oct 2021 3:20 PM IST
China today live news
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ड्रैगन का अत्याचार: उइगर मुसलमानों के लिवर और किडनी बेच अरबों कमा रहा चीन (Social Media) 

Uyghurs Musalman China: चीन (China) की सरकार द्वारा देश के शिनजियांग क्षेत्र में उइगर के अलावा अन्य जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ कथित रूप से किए गए मानवाधिकारों के हनन की ख़बर एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। इसके चलते एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बीजिंग अपने अल्पसंख्यकों के अंगों को जबरन काटकर काला बाजारी कर रहा है । इस कालाबाज़ारी (Black Market) के चलते चीन अरबों डॉलर कमा रहा है। यह एक बेहद ही बड़ी घटना है, जो अगर सच साबित होती है तो चीन के खिलाफ अंतराष्ट्रीय संगठन कठोर कार्यवाही कर सकते हैं।

स्वस्थ लीवर लगभग 160,000 अमरीकी डालर में बेंचा

एक हालिया रिपोर्ट में ऐसे कई भीषण विवरण उजागर किये गए है कि कैसे एक "स्वस्थ लीवर लगभग 160,000 अमरीकी डालर (America dollar) में बेंचा जाता है" रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि अंगों को बेचने का यह व्यापार चीन के लिए कम से कम एक बिलियन अमरीकी डालर की वार्षिक आमदनी का स्रोत है।गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है, जब चीन के डिटेंशन सेंटरों में अंग कटाई को लेकर आरोप लगाए गए हैं। इस साल की शुरुआत में ही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (UNHRC) के अनुसार उइगर, तिब्बतियों, मुसलमानों और ईसाइयों सहित अल्पसंख्यकों के अंग काटकर बेचे जाने को लेकर समस्या एक बेहद ही चिंता का विषय है।

अंग काटकर बेंचने की सुविधा के तौर पर इस्तेमाल किया जाता

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार विशेषज्ञों (UN human rights experts) के मुताबिक उन्हें विश्वसनीय जानकारियां मिली हैं कि जातीय, भाषाई या धार्मिक अल्पसंख्यकों के बंदियों को उनकी सहमति के खिलाफ चीन में जबरन रक्त परीक्षण, अल्ट्रासाउंड ,एक्स-रे तथा अंगों की जांच और परीक्षण को अंजाम दिया जा रहा है। इसके पश्चात किये गए परीक्षण के परिणाम कथित तौर पर एक डेटाबेस में दर्ज किए जाते हैं जिनका बाद में अंग काटकर बेंचने की सुविधा के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।

हेराल्ड सन डेली द्वारा इस मुद्दे पर जारी एक रिपोर्ट ने दावा किया है कि चीन अपने देश में अल्पसंख्यकों की जबरन अंग कटाई और नसबंदी जैसे गिनाने काम को अंजाम दे रहा है तथा इसके मद्देनज़र उइगर और अन्य अल्पसंख्यकों को कथित रूप से चीन अपने आधीन कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक अंग प्रत्यारोपण करने वाले अस्पताल कथित तौर पर अल्पसंख्यकों को हिरासत में लेकर रखे गए केंद्रों के बेहद समीप स्तिथ हैं जिसके द्वारा इस बात का संकेत मिलता है कि बड़े पैमाने पर बहुत लंबे समय से जबरन अंग कटाई के अपराध को अंजाम दिया रहा है।

80,000 उइगरों की तस्करी

ऑस्ट्रेलियन स्ट्रैटेजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट (ASPI) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार 2017 और 2019 के बीच देश भर में कारखानों में लगभग 80,000 उइगरों की तस्करी की पुष्टि की गयी है। ASPI ने अपनी रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि-"घर से दूर कारखानों में काम करने वाले अल्पसंख्यक मज़दूर आम तौर पर अलग-अलग डॉर्मिटरी में रहते हैं। काम के घंटों के बाहर वैचारिक प्रशिक्षण से गुजरते हैं तथा निरंतर निगरानी के अधीन रहने के लिए बाध्य हैं तथा उन्हें धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेने से भी रोका जाता है।"



Ragini Sinha

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