TRENDING TAGS :
'बहुत जटिल मुद्दा, विश्वास की जरूरत', भारत-चीन सीमा विवाद पर रूस ने कही ये बात
LAC : रूस ने सोमवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैनिकों की वापसी पर भारत और चीन के बीच बनी सहमति का स्वागत किया।
LAC : रूस ने सोमवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सैनिकों की वापसी पर भारत और चीन के बीच बनी सहमति का स्वागत किया। रूसी दूत डेनिस अलीपोव ने कहा कि सीमा विवाद के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए दोनों देशों की ओर से दृढ़ संकल्प और विश्वास की आवश्यकता है। बता दें कि रूसी शहर कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात से दो दिन पहले LAC पर गश्त व्यवस्था को लेकर एक समझौता हुआ।
रूसी दूतावास में एक मीडिया ब्रीफिंग में डेनिस अलीपोव ने कहा कि हम खुश हैं कि पांच साल बाद चीन और भारत के नेताओं के बीच पहली बैठक कज़ान में हुई। उन्होंने स्वीकार किया कि भारत-चीन सीमा विवाद एक बहुत ही जटिल मुद्दा है, जिसके लिए बातचीत की कठिन और लंबी प्रक्रिया की जरूरत है। हालांकि, उन्होंने रूस और चीन के बीच 40 साल से अधिक समय तक चले सीमा विवाद की ओर इशारा किया और कहा कि दोनों देश परस्पर स्वीकार्य समाधान तक पहुंचने में सक्षम हैं।
विश्वास का समर्थन
अलीपोव ने कहा कि कज़ान में मोदी और शी के बीच बैठक के आयोजन में रूस की कोई भूमिका नहीं थी। रूस के लिए यह हमेशा महत्वपूर्ण रहा है कि भारत-चीन के बीच स्थिर और अच्छे रहें और आपसी संवाद बनाए रखें, जो यूरेशियन क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति और बड़े पैमाने पर दुनिया के लिए अनुकूल होगा। उन्होंने कहा कि रूस, भारत और चीन को इस क्षेत्र में मुख्य आर्थिक चालक के रूप में देखता है। उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय वार्ता पर किसी भी तरह से सलाह दिए बिना या सीमा विवाद जैसे विवादास्पद मुद्दों में हस्तक्षेप किए बिना हमेशा दोनों देशों के बीच विश्वास का समर्थन करता है।
समाधान के नए रास्ते खुलेंगे
उन्होंने कहा कि हम हमेशा बेहतर संबंधों के पक्ष में रहे हैं और इस महाद्वीप के दो प्रमुख देशों के बीच घनिष्ठ संबंध के बारे में खुलकर बात की है... हमें उम्मीद है कि सीमा पर सुधार और कज़ान में हुई इस तरह की उच्च स्तरीय बातचीत दोनों देशों के बीच घनिष्ठ और भरोसेमंद संवाद और अंततः विवादास्पद मुद्दों के समाधान के लिए नए रास्ते खोलेगी।