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Ajab Gajab News: एक बाल्टी के लिए हुआ युद्ध, मारे गए 2000 सैनिक

Ajab Gajab News: आज से करीब 700 साल पहले सिर्फ़ एक बाल्टी के लिए युद्ध हुआ। इस भीषण युद्ध में 2000 से ज्यादा लोग मारे गए थे। यह ऐतिहासिक घटना साल 1325 की है। यह लड़ाई दो राज्यों के बीच लड़ी गई थी ।

Akshita
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Published on: 19 Sep 2023 12:13 PM GMT
There was a war for a bucket, 2000 soldiers were killed
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एक बाल्टी के लिए हुआ युद्ध, मारे गए 2000 सैनिक: Photo- Social Media

Ajab Gajab News: दुनिया भर में दो देशों, दो राज्यों के बीच युद्ध अनेक बार हुए हैं, जिसके कारण भी कई बार वाजिब लगे हैं । कुछ का मक़सद अपना विस्तार करना करना होता रहा है । कुछ की वजह अपनी शक्ति का प्रदर्शन करना रहा है। लेकिन कुछ ऐसी भी युद्ध हुए हैं जिसके कारण आपको हैरान कर देंगें । इस युद्ध में हज़ारों लोगों की मौत हुई पर उस युद्ध का कोई हाल नहीं निकला। पर इस युद्ध का कारण जानकार आपको आश्चर्य लगेगा।

सिर्फ़ एक बाल्टी के लिए युद्ध

आज से करीब 700 साल पहले सिर्फ़ एक बाल्टी के लिए युद्ध हुआ। इस भीषण युद्ध में 2000 से ज्यादा लोग मारे गए थे। यह ऐतिहासिक घटना साल 1325 की है। यह लड़ाई दो राज्यों के बीच लड़ी गई थी । यह लड़ाई इटली के दो राज्यों बोलोग्ना और मोडेना के बीच हुई । उस समय इटली में धार्मिक तनाव काफी ज्यादा बढ़ गया था।इन दोनों राज्यों के बीच अक्सर लड़ाई होती रहती थी । दोनों ही राज्यों को अलग अलग लोगों से समर्थन प्राप्त था । बोलोग्ना को ईसाई धर्मगुरु पोप का समर्थन मिला हुआ था । जबकि मोडेना को रोमन सम्राट का समर्थन प्राप्त था। असल में बोलोग्ना के लोगों का मानना था कि पोप ही ईसाई धर्म के सच्चे गुरु हैं, जबकि मोडेना के लोग मानते थे कि रोमन सम्राट ही असली गुरु हैं।

वॉर ऑफ द बकेट: Photo- Social Media

बोलोग्ना और मोडेना की दुश्मनी

इस लड़ाई के पहले भी साल 1296 में बोलोग्ना और मोडेना के बीच एक लड़ाई हो चुकी थी। और इसके बाद से ही लड़ाई के हालात बने रहते थे । दोनों राज्यों के बीच का यह तनाव तब युद्ध में तब्दील हो गया, जब 1325 में मोडेना के कुछ सैनिक चुपचाप बोलोग्ना के एक किले में घुस गए। वहां से लकड़ी की एक बाल्टी चुरा ली।

यह बाल्टी कोई ऐसी वैसी बाल्टी नहीं थी, बल्कि हीरे-जवाहरातों से भरी हुई थी। जब कीमती रत्नों से भरी बाल्टी की चोरी की बात बोलोग्ना की सेना को पता चली तो उन्होंने मोडेना से उसे वापस देने को कहा। लेकिन मोडेना ने इससे साफ इनकार कर दिया। जिसके बाद दो राज्यों में युद्ध की घोषणा कर दी गयी ।

वॉर ऑफ द बकेट: Photo- Social Media

वॉर ऑफ द बकेट

बोलोग्ना के पास सैनिक शक्ति ज़्यादा थी। इनके पास उस समय 32 हजार लोगों की सेना थी, जबकि मोडेना के पास सिर्फ सात हजार सैनिक थे। दोनों राज्यों के बीच सुबह-सुबह शुरू हुई लड़ाई आधी रात तक चली थी। लेकिन आपको जानकार यह हैरानी होगी कि कम सैनिकों के बाद भी मोडेना की सेना की जीत हुई थी। क्योंकि बोलोग्ना के सैनिक युद्ध कौशल में बेहद खराब थे।इस युद्ध में दो हजार से भी ज्यादा सैनिक मारे गए थे। इस युद्ध को 'वॉर ऑफ द बकेट' के नाम से जाना जाता है।युद्ध खत्म होने के बाद सालभर बाद दोनों राज्यों के बीच एक शांति समझौता भी हो गया, हालांकि इसका ज्यादा कुछ फायदा नहीं हुआ।साल 1529 में स्पेन के हमले का जवाब देने के लिए आखिरकार दोनों राज्यों को एक होने पर मजबूर होना पड़ा।

जिस बाल्टी के लिए संघर्ष हुआ था वह बाल्टी अभी भी म्यूजियम में रखी हुई है ।यह म्यूजियम मैडोना के एक टावर में स्थित है।इतना जानने के बाद आप इस युद्ध को इतिहास का सबसे मूर्खतापूर्ण युद्ध ज़रूर कहेंगें ।

Shashi kant gautam

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